दिनांक 03.05.17 को एक ट्क ड्ाईवर ने मंगलौरा चैंकी में षिकायत दर्ज करवाई कि वह अपने ट्क में बजरी लेकर मंगलौरा चैंकी पार करके यमुना के पुल पर पहंुचा तो एक कार उसके ट्क के सामने आकर रूकी और उसमें से चार लड़कों ने उतर कर मेरा व मेरे कंडकटर का फोन छीनकर नदी में फेंक दिया व मेरे पास 20,000 रूपये थे जो आरोपीयों ने मुझसे छीन लिए । पुलिस टीम द्वारा उसके ब्यान पर थाना मुधबन में मुकदमा नं0-144/03.05.17 धारा 379-ए भा.द.स. के तहत दर्ज किया गया ।
पुलिस अधीक्षक करनाल श्री जषनदीप सिंह रंधावा भा.पु.से. द्वारा मामले की जांच करके आरोपीयों को गिरफतार करने की जिम्मेवारी सी.आई.ए-2 की एंटी स्नैचिंग टीम के इन्चार्ज ए.एस.आई. प्रवीन कुमार को सौंपी । जिसपर प्रवीन कुमार व उनकी टीम ने अपनी सक्रियता दिखाते हुए व पुलिस कप्तान के विष्वास पर खरे उतरते हुए दिनांक 06.05.17 को आरोपीयों:-----
1. अरूण उर्फ गंजा पुत्र जसवंत वासी मंगलौरा थाना मधुबन जिला करनाल
2. जितेन्द्र उर्फ रिंकू पुत्र गुलाब वासी मंगलौरा थाना मधुबन जिला करनाल
3. सन्नी पुत्र सोमपाल वासी धथेड़ा थाना झिंझाना जिला शामली यु.पी. और
4. अरूण पुत्र मन्नु वासी मंगलौरा थाना मधुबन जिला करनाल को मेरठ चैंक
करनाल से गिरफतार किया । पुलिस टीम ने दिनांक 07.05.17 को आरोपीयों को माननीय अदालत के सामने पेषकर एक दिन का पुलिस रिमांड हासिल किया व आरोपीयों के बताये अनुसार घटना स्थल की निषानदेही की गई व उनकी निषान देही पर ही वारदात के समय उनके द्वारा उपयोग की गई:----
बरामदगी:--- स्विफट डिजायर कार और 1500 रूपये नकद बरामद किए गए । आज दिनांक 08.05.17 को रिमांड की अवधी समाप्त होने के बाद पुलिस ने आरोपीयों को एक बार फिर अदालत के सामने पेष किया व माननीय अदालत के आदेष अनुसार उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया ।
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