घरौंडा --
गांव बल्हेड़ा में शहरी बिजली विभाग का अनोखा कारनामा देखने को मिला है। जहां गांव की विवादित गऊ चरांद की जमीन में मात्र दो घंटे में बिजली का ट्रांसफार्मर लगाकर सनसनी फैला दी है। ग्रामीणों ने ट्रांसफार्मर हटवाने की शिकायत बीडीपीओ को कर दी है। जिसको लेकर बीडीपीओ व बिजली कार्यालय आमने-सामने हो गए है। एसडीओ का कहना है कि यदि बीडीपीओ कार्यालय पत्र व्यवहार करें, तो वे ट्रांसफार्मर हो हटवा देंगे। विवादित जमीन में ट्रांसफार्मर लगने के बाद ग्रामीणों में बिजली विभाग के प्रति रोष व्याप्त है और ग्रामीणों ने पूरे मामले की निष्पक्ष जांच को लेकर हल्का विधायक हरविंद्र कल्याण को मांग पत्र सौंपा है। इस पूरे प्रकरण में ग्रामीणों ने सांसद के अश्विनी चोपड़ा के कथित पीए पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए है।
गांव बल्हेड़ा की विवादित गऊ चरांद की जमीन की निशानदेही को लेकर ग्रामीण ब्रह्म सिंह ने सीएम विंडो में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायत के आधार पर बीडीपीओ राजेश शर्मा ने कम्प्यूटराईज़ निशानदेही करवाकर जमीन में अवैध कब्जा होने की पुष्टि की थी, लेकिन कुछ रोज बाद ही एसडीएम ने इस जमीन में बिजली का ट्रांसफार्मर लगाने के लिए बीडीपीओ को मौके का मुआयना करने के निर्देश जारी कर दिए थे। मौका मुआयना करने के बाद बीडीपीओ ने इसकी रिपोर्ट एसडीएम को सौंप दी थी और उक्त जमीन पर किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई न किए जा सकने की बात कही थी। लेकिन बिजली विभाग ने विवादित जमीन पर बिजली का ट्रांसफार्मर लगाया तो, ग्रामीणों में हड़कंप मच गया और इसकी शिकायत बीडीपीओ से की। शिकायत मिलने के बाद बीडीपीओ ने इस मामले की जानकारी बिजली विभाग के एसडीओ से हासिल की। जिसमें सामने आया कि एसडीओ ने उपभोक्ता द्वारा आवेदन करने की ही ट्रांसफार्मर लगाया गया है।
लाइन खींच कर दो घंटे में लगाया ट्रांसफार्मर : ग्रामीण
वहीं सरपंच प्रतिनिधि कोसर अलि,पूर्व सरपंच नाजिम, ग्रामीण साहब सिंह, ब्रह्म सिंह, सुंदर चौकीदार, सक्रमपाल, प्रितम सिंह पंच, किशोर कुमार आदि ने बताया कि कुछ लोगों ने गऊ चरांद की जमीन पर अवैध कब्जा किया हुआ है। एसडीओ बिजली विभाग ने आनन-फानन में गऊचरांद की विवादित जमीन पर दो घंटे में लाइन खींच कर ट्रांसफार्मर लगा दिया है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत हल्का विधायक हरविंद्र कल्याण व बीडीपीओ को की है।
सांसद के कथित पीए पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप-
ग्रामीण ब्रह्म सिंह व अन्य का कहना है कि सांसद के कथित पीए ने उनको झूठे केस में फंसाने की धमकी भी दी है और इस विवादित जमीन में सांसद का रोब दिखाते हुए अधिकारियों पर ट्रांसफार्मर लगाने का दबाव बनाया है।
किन परिस्थितियों में ट्रांसफार्मर लगा, मुझे पता नही : बीडीपीओ
बीडीपीओ राजेश शर्मा का कहना है कि एसडीएम के निर्देश पर उन्होंने गांव बल्हेड़ा की विवादित जमीन का मुआयन किया था और रिपोर्ट पेश कर दी थी। साथ ही यह भी बताया गया था कि गऊ चरांद की जमीन विवादित है और उसमें किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नही हो सकती। लेकिन किन परिस्थितियों में ट्रांसफार्मर विवादित जमीन पर लगाया गया है, इसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नही है।
लिखित में दे तो हटा देंगे ट्रांसफार्मर : एसडीओ
शहरी बिजली निगम के एसडीओ आदित्य कुंडू का कहना है कि करीब 10 दिन पहले गांव बल्हेड़ा में ट्रांसफार्मर के लिए आवेदन किया गया था, जिसके बाद ही ट्रांसफार्मर लगाया गया है। यदि बीडीपीओ में लिखित में देते है तो वे ट्रांसफार्मर हटवा देंगे।
एसडीएम ने दिए जांच के आदेश-
वहीं एसडीएम वर्षा खंगवाल ने पूरे मामले का संज्ञान लेते हुए कहा कि एक्सईएन को पूरे मामले की जांच के आदेश दे दिए है। उन्होंने माना कि बीडीपीओ घरौंडा ने इस विवादित जमीन के बारे में मेरे संज्ञान में मामला लाया था, लेकिन उसके बावजूद भी किन परिस्थितियों में ट्रांसफार्मर लगाया गया, मामले की जांच की जाएगी और दोषी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
क्या बोले विधायक-
विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि गांव बल्हेड़ा के कुछ ग्रामीणों ने गऊचरांद की जमीन को लेकर मांग पत्र सौंपा है। जिसमें कुछ व्यक्तियों पर आरोप लगाए गए है। मामले की निष्पक्षता से जांच की जाएगी।
फोटो केप्शन-घरौंडा रेस्ट हाउस पर विधायक से मिलते ग्रामीण व विवादित जमीन पर लगाया गया ट्रांसफार्मर
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