घरौंडा : 30 मई
एसडीएम वर्षा खंगवाल ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया। एसडीएम के अचानक दौरे से अस्पताल प्रशासन में हड़कंप की स्थिति पैदा हो गई। एसडीएम ने अस्पताल के सभी क्षेत्रों का जायजा लिया, जहां बहुत-सी कमियां देखने को मिली। एसडीएम ने एसएमओ से अस्पताल की गतिविधियों की जानकारी ली और एसएमओ को अस्पताल की रिक्वायरमेंट के संदर्भ में प्रस्ताव तैयार कर एसडीएम कार्यालय को सौपनें के निर्देश जारी किए।
लैब, आपातकालीन व ओपीडी क्षेत्र है कम-
एसएमओ कुलबीर सिंह एसडीएम को जानकारी देते हुए बताया कि अस्पताल में लगभग 700-800 ओपीडी प्रतिदिन की है, लेकिन न तो यहां पर मरीजों के बैठने के लिए पर्याप्त स्थान है। इतना ही नही, लैब और इमरजेंसी वार्ड बहुत ही छोटे कमरों में बने हुए है। जिससे डॉक्टरों व कर्मचारियों को कार्य करनें में भी दिक्कत पेश आती है।
नही है सफाई कर्मचारी-
एसडीएम ने अस्पताल की सफाई व्यवस्था देखी और सफाई कर्मचारियों के बारे में पूछा तो एमएमओ ने बताया कि उनके पास कोई भी स्थाई कर्मचारी नही है। दो कर्मचारी अस्पताल में अस्थाई तोर पर और अपने लेवल पर रखें गए है, ताकि सफाई व्यवस्था बनी रहे।
एक्स-रे रूम भी पड़ा है खाली-
एसडीएम ने जब एक्स-रे रूम में प्रवेश किया तो सामने आया कि कुछ माह पहले स्वास्थ्य विभाग के डीजी ने अस्पताल का दौरा किया था और दो माह में एक्स-रे मशीन का आश्वासन दिया था, लेकिन चार माह से ज्यादा का समय बीत चुका है और अभी तक एक्स-रे मशीन का कोई पता नही है।
सभी मांगों का नोट तैयार करने के दिए निर्देश-
अस्पताल का निरीक्षण करने के बाद एसडीएम ने अस्पताल की सभी मांगों को लेकर एक प्रस्ताव तैयार कर उन्हें सौंपने के निर्देश दिए, ताकि अस्पताल की समस्याओं को जल्द से जल्द निवारण करने के लिए कार्य किया जा सके।
अस्पताल की कमियों को दूर करने के लिए उच्चाधिकारियों से करेंगी बात : एसडीएम
एसडीएम वर्षा खंगवाल ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि अस्पताल में सुविधाओं का अभाव है। जिनको पूरा करने के लिए एसएमओ को मांग पत्र तैयार करने के लिए कहा गया है। अस्पताल के इस मांग पत्र को डीसी के माध्यम से उच्चाधिकारियों तक पहुंचाया जाएगा, ताकि अस्पताल की कमियों को पूरा किया जा सके और मरीजों को सही प्रकार से स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया हो सके।
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