डेरा सिकलीगर में गंदे पानी की निकासी का कोई उचित प्रबंध न होने से गंदा पानी लोगों के घरों में भर जाता है
इंद्री 3 जुलाई: अमित सरोहा
गांव डेरा सिकलीगर में गंदे पानी की निकासी का कोई उचित प्रबंध न होने से गंदा पानी लोगों के घरों में भर जाता है। जिससे उन्हे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। गंदे पानी की इस समस्या से परेशान ग्रामीणो ने आज गांव एकत्रित होकर रोष प्रकट किया। गांव के लोगों ने अधिकारियों पर इस मामले अन्देखी का आरोप लगाया। ग्रामीणो ने इस मौके पर नारे भी लगाए और कहा कि स्वच्छता लाओ और हमें बचाव। गांव की इस दुर्दशा को देखकर तो कहा जा सकता है कि ऐसे में बीजेपी सरकार का स्वच्छ भारत निर्माण की बात सिरे चढ़ती नजर नही आ रही।
रोष प्रकट कर रहे ग्रामीण राजेश, अजैब सिंह, राजकमल, प्रीति, दीपा, मीता, सुमन, प मी, बंतो, मीना, जनककौर, गुलाब कौर, राजेंद्र, रणजीत सिंह आदि ने कहा कि गांव में गन्दे पानी की निकासी की समस्या कई वर्षो से चली आ रही है। वे लोग नरक की जिंदगी जी रहे है। ग्रामीणों ने राज्य मंत्री कर्ण देव क बोज पर आरोप जड़ते हुए कहा की ये गांव मंत्री भी गोद लिया था गोद लेने के बाद मंत्री जी ने गांव की तरफ आकर भी नहीं देखा। गांव की ज्यादात्तर गलियां टूटी हुई हैं। गन्दे पानी के निकासी न होने के कारण गांव का गंदा पानी गलियों में भर जाता है। और पानी उनके घरों तथा गलियों में जमा हो जाता है। ग्रामींणो ने यह भी बताया कि गंदे पानी के गालियों में भर जाने से स्कूलों में जाने के लिए अकसर बच्चों को गंदे पानी में से होकर गुजरना पड़ता है। वे लोग इस मामले में लेकर आला अधिकारियों तक को अवगत करा चुके है। गंदे पानी पर मक्खी व मच्छर पनप रहें है। बीमारियां फैल सकती है। लोग इस मामले में आला अधिकारियों को शिकायतें की गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। बरसात के दिनो में हालात ओर भी ज्यादा खराब हो जाते हैं। बच्चों को गंदे पानी में से होकर स्कूल जाना पड़ता है। वहीं गांव में शौचालय बने है लेकिन पानी की निकासी की कोई सुविधा न होने के कारण गंदा पानी उनके घरो में भर जाता है। जिससे उनको कोई फायदा नही हो रहा। ग्रामीणो का कहना था कि हर बार नेता चुनाव के समय तो उनके गांव में वोट मांगने मुह उठाकर चले आते हैं। लेकिन बाद में 5 साल तक उनके गांव की ओर मुह तक नही करते। ग्रामींणो ने प्रशासन से मांग रखी है कि उनकी परेशानी का जल्द ही कोई हल करे।
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