10000

Monday, 17 July 2017

बाढ़ के सम्भावित खतरे से पहले ही जान-माल की सुरक्षा के लिए सुचनाओं का आदान-प्रदान करें अधिकारी और कर्मचारी:-डीसी डा० आदित्य दहिया।



बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों में पहले से ही इंतजाम सुनिश्चित करने के दृष्टिगत उपायुक्त डा० आदित्य दहिया की अध्यक्षता में सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में किया गया बैठक का आयोजन।
करनाल 17 जुलाई   -PARVEEN KAUSHIK           


    जिले के बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों में पहले से ही इंतजाम सुनिश्चित करने के दृष्टिगत उपायुक्त डा० आदित्य दहिया की अध्यक्षता में सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उपायुक्त ने सम्बन्धित क्षेत्रों के ग्राम सचिवों और पटवारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि यमुना नदी का जल स्तर 70 हजार क्यूसिक पानी से अधिक होने तथा हथनीकुंड बैराज से अधिक पानी छोड़े जाने की सूचना मिलते ही इसकी जानकारी सम्बन्धित गांववासियों के साथ तुरंत सांझा करें और गांव में मुनियादी करवाना सुनिश्चित करें ताकि गांव वासियों के जान- माल और पशुधन को कोई नुकसान ना हो। 
        उपायुक्त ने कहा कि किसी भी प्रकार की प्राकृतिक आपदा आने पर प्रभावित क्षेत्र के लोगों को विश्वास होता है कि प्रशासन उनकी अवश्य मदद करेगा, ऐसे  में जनता की कसौटी पर खरा उतरते हुए  हमें किसी भी प्राकृतिक आपदा के समय  अपनी डयूटी पूरी जिम्मेदारी और ईमानदारी से करते हुए हर सम्भव मदद करने का प्रयास क रना चाहिए।  उन्होंने बताया कि करनाल जिले में बाढ़ सम्भावित क्षेत्र के अंतर्गत 18 गांव आते हैं जिसमें इन्द्री खंड के  8,घरौंडा खंड के  3 तथा करनाल खंड के 7 गांव शामिल हैं। उपायुक्त ने सम्बन्धित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को यह भी निर्देश दिए कि आगामी 2 माह तक बिना किसी ठोस कारण के किसी भी प्रकार का अवकाश ना लें और ना ही अपना स्टेशन छोड़ें और यदि किसी जरूरी कार्य से जाना पड़ता है तो सम्बन्धित अधिकारी से छुट्टी लेकर जाएं और उसकी सूचना उपायुक्त कार्यालय को भी दें। 
        उन्होंने सभी एसडीएम और खंड विकास एवं पंचायत अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अपने-अपने क्षेत्र में बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों को दौरा करते हुए सभी प्रकार के आपदा प्रबंधन के इंतजाम सुनिश्चित करें तथा बाढ़ आने पर प्रयोग की जाने वाली नावों और अन्य जीवन रक्षक उपकरणों की स्थिति सही होनी चाहिए, यदि किसी प्रकार की खामी है तो उसे समय रहते दुरूस्त करवाना सुनिश्चित करें।
        डीसी ने सभी अधिकारियों और कर्मचारियेां को निर्देश दिए कि वे बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों के पंचायती राज प्रतिनिधियों, नम्बरदारों, चौंकीदारों  के मोबाईल नम्बर भी अपने मोबाईल में सुरक्षित रखें ताकि यमुना नदी का जल स्तर बढऩे या किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने से पहले ही सूचनाएं आदान-प्रदान की जा सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बाढ़ सम्भावित क्षेत्रों के सभी गांवों में मुनियादी के लिए प्रयोग होने वाले ध्वनि प्रसारण यंत्रों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें ताकि जरूरत पडऩे पर गांव वासियों के साथ-साथ खेत में काम कर रहे किसानों के पास भी सूचना पहुंच सके। इतना ही नहीं मंदिरों और गुरूद्वारों के माध्यम से भी मूल विषय को लेकर सूचनाओं का आदान-प्रदान जरूरी है। 
        इस मौके पर करनाल के एसडीएम योगेश कुमार, इन्द्री की एसडीएम मनीषा शर्मा,डीआरओ राजबीर धीमान, डीआईओ महिपाल सिकरी, एडीआईओ पलविन्द्र सिंह सहित सम्बन्धित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे। 
बॉक्स
उपायुक्त डा० दहिया ने ग्राम सचिवों, पटवारियों और सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे एक व्हाट्शप या मैसेज ग्रुप बनाएं जिसमें सम्बन्धित क्षेत्रों के पंचायती राज संस्थाओं के प्रतिनिधियों, नम्बरदारों और चौंकीदारों के नम्बर हों ताकि सूचनाओं का नियमित रूप से आदान-प्रदान होता रहे। 
बॉक्स
डीसी ने अधिकारियों को यह निर्देश भी दिए कि सभी अधिकारी अपनी-अपनी गाडिय़ों को दुरूस्त रखें, जिन अधिकारियों के पास गाड़ी नहीं हैं वे उपायुक्त कार्यालय को पत्र लिख सकते हैं, अधिकारी चालकों की उपलब्धता भी सुनिश्चित करें। मूल विषय को लेकर किसी भी प्रकार की लापरवाही कतई सहन नहीं की जाएगी। 

No comments:

Post a Comment

मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...