सशक्त नारी से ही बनेगा सशक्त समाज : विजय लक्ष्मी पालीवाल
करनाल-PARVEEN KAUSHIK
सशक्त नारी से ही सशक्त समाज बनेगा। भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में महिलाओं के खिलाफ भेदभाव की नीतियां जारी हैं। महिलाओं ने भेदभाव के बावजूद अपनी शक्ति का अहसास करवाया है। लेकिन महिला सशक्तिकरण के लिए सरकारों की ओर से ज्यादा प्रभावी कदम उठाने की जरूरत है। महिला सशक्तिकरण का अर्थ महिलाओं को आत्मस मान देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। जब तक महिलाओं का सामाजिक पारिवारिक और वैचारिक उत्थान नहीं होगा तब तक सशक्तिकरण नहीं हो सकता और न ही नारी के सशक्तिकरण के बिना हम सशक्त समाज की कल्पना कर सकते हैं। ये विचार वि यात समाजसेविका विजय लक्ष्मी पालीवाल ने सशक्त नारी, सशक्त समाज विषय पर आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार में व्यक्त किए। राष्ट्रभक्त संगठन प्रतिमा रक्षा स मान समिति की ओर से वीरता एवं शौर्य की मिसाल रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान दिवस पर करनाल कल्ब में सशक्त नारी-सशक्त समाज विषय पर राष्ट्र स्तरीय सेमिनार एवं ए पावर्ड वूमैन अवार्ड स मान समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेंद्र अरोड़ा, चेयरमैन पवन शर्मा, संयोजक बलजीत सल्याण, सरंक्षक एसआर पाहवा व नंद ाुराना ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर नरेंद्र अरोड़ा ने कहा कि लक्ष्मीबाई को समर्पित ए पावर्ड वूमैन अवार्ड से सशक्त महिलाओं को स मानित करना गौरव की बात है। इस तरह के स मान समारोह से समाज में अच्छा करने की जज्बे का विस्तार होता है। इस अवसर पर पानीपत की वि यात समाज सेविका विजय लक्ष्मी पालीवाल मु य अतिथि, महिला एवं बाल कल्याण विभाग की महासचिव संतोष अत्रेजा कार्यक्रम अध्यक्ष, मेयर रेनू बाला गुप्ता, समाजसेविका ज्योत्सना छोक्कर व लिबर्टी परिवार से हिमानी बंसल ने अति विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की। इस अवसर पर संतोष अत्रेजा ने कहा कि सशक्त नारी से ही सशक्त समाज बनता है। कोई भी देश तरक्की के शिखर पर तब तक नहीं पहुंच सकता जब तक उस देश की महिलाएं पुरूषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर ना चलें। इस अवसर पर मेयर रेनू बाला गुप्ता ने कहा कि महिला शक्ति का हमारे समाज में महत्वपूर्ण योगदान है। हिंसा भेदभाव से मुक्त वातावरण में महिलाओं को विकास की मु य धारा से जोडऩा सरकार का ध्येय है। इस अवसर पर ज्योत्सना छोक्कर ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों के प्रति सचेत रहना चाहिए। तभी नारी अपने अधिकार प्राप्त कर सकती है। इस अवसर पर हिमानी बंसल ने कहा कि महिला सशक्तिकरण प्रभावी होना देश और दुनिया के उज्जवल भविष्य के लिए बहुत ही आवश्यक है। देश को संपूर्ण तरीके से विकसित बनाने के लिए महिलाओं को सशक्त बनाना बहुत जरूरी है।
इस अवसर पर देश की सशक्त समाजसेवी महिलाओं को जिनमें डिजिटल इंडिया के क्षेत्र से आकांक्षा वर्मा, लेखन एवं काव्य क्षेत्र से सीमा गुप्ता, लाडो कटारिया, सरोज गुप्ता, डा. सुलक्षणा अहलावत, संतोष तृप्ता, मजदूरों के हकों की आवाज उठाने के क्षेत्र से रोजी पंडित, फैशन के क्षेत्र से मिया लाकड़ा, शिक्षा के क्षेत्र से रीना कुमार, योग के क्षेत्र से नीलम बठला, स्वास्थ्य क्षेत्र से डा. श्वेता मंगल, समाजसेवा के क्षेत्र से डा. रामपति गुप्ता, प्रिता आहूजा, सुनीता कैन, विंदा चावरे, सुप्रिया रतन, सविता आर्य, सरोज आहूजा, सुनीता शर्मा, अंजू शर्मा, सुष्मा नाथ, निरूपमा सदर, प्रिया त्यागी, रंजना शर्मा, रानी लक्ष्मीबाई को समर्पित ए पावर्ड वूमैन अवार्ड से स मानित किया गया।
इस अवसर पर मु य रूप से महेश वर्मा, चरणजीत सल्याण, केके पासी, नसीब सिंह बतान, सुरेंद्र पहलवान, शाम लाल कांबोज, सतिंद्र कुमार, अमित ठाकुर, निर्मल फूले, विजय कुमारी शर्मा, ओपी सचदेवा, तारा चंद सैनी, अमन लबाणा, गजेंद्र सिंह दहिया, गुलाब पोसवाल, एमएल अरोड़ा, सतीश राणा, बलवान फौजी, दिनेश गुलाटी आदि उपस्थित थे।
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