सरकार के न्यौते के बाद किसानों ने दी कुछ राहत
करनाल, 21 जून : PARVEEN KAUSHIK
भारतीय किसान यूनियन के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार प्रदेश के
सभी जिलो के राजमार्गो पर हजारो किसानों ने हठयोग किया। किसानों ने
कर्जमुक्ति को लेकर जोरदार हुंकार भरी। उन्होंने कहा कि जब पंजाब में सरकार
किसानों का कर्जा माफ कर सकती है तो हरियाणा की भाजपा सरकार को कोई आपत्ति
नहीं होनी चाहिए। उन्होंने सरकार को चेताते हुए कहा कि कर्ज मुक्ति से कम
कोई बात नहीं सुनी जाएगी। किसानों को हर हालत में कर्ज मुक्ति चाहिए। यहां
उल्लेखनीय है कि जहां एक तरफ समूचा देश अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रहा
था। वहीं पर नाराज किसानों ने विरोध स्वरूप राजमार्ग के ऊपर हठयोग किया।
यहां पर किसानों ने दूध दोहना, धान काटना, गेहूं कटाई और गेहूं ओर धान की
बिजाई जैसे नए योगो का प्रदर्शन किया। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष
प्रेमचन्द शाहपुर ने किसानों को यहां यह योग करवाएं। किसान आज पूरे गुस्से
में थे। प्रदेश में सभी स्थानों पर राजमार्ग पर किसान सुबह से ही इक_ा होना
शुरू हो गए थे। बाद में उन्होंने विरोध मार्च निकाला। जिसके बाद बीचो-बीच
राजमार्ग पर हठयोग के लिए बैठ गए। करनाल में आयोजित कार्यक्रम मेरठ रोड के
नंगला चौक पर हुआ। जहां पर पहले शिव मंदिर से किसानों द्वारा विरोध मार्च
निकाला गया। बाद में किसान नंगला चौक पर बीचो-बीच हठयोग के लिए बैठ गए। इस
मौके पर किसानों को संबोधित करते हुए भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने
कहा कि किसानों ने आज सांकेतिक रूप से अपना कार्यक्रम किया। उन्होंने कहा
कि मुख्यमंत्री ने किसानों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। उन्हें आशा
है कि मुख्यमंत्री किसानों को निराश नहीं करेंगे। बातचीत के दौरान वह कर्ज
मुक्ति के अलावा कोई दूसरा विकल्प स्वीकार नहीं करेंगे। प्रदेशाध्यक्ष
रतनमान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अनेक समस्याओं को झेल
रहे है। लेकिन सरकारों से किसानों को कोई राहत मिलती नजर नही आ रही है।
किसान नेता मान ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होनी चाहिए।
इसके साथ किसान मजदूर को कर्ज मुक्त करना चाहिए तथा किसान मजदूर को 60 साल
की आयु पूरी होंने रिटायरमेंट के साथ 5 लाख रुपए एक मुश्त पैंशन दी जाए। इस
अवसर पर प्रदेश प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर, उत्तरी हरियााणा
प्रभारी बलवान बदरान, जिला प्रवक्ता सुरेन्द्र सांगवान, भाकियू नेता जे.पी.
शेखुपुरा, जिला सरंक्षक महताब सिंह कादियान, जिला सलाहकार धनेतर राणा,
युवा किसान नेता राजेंद्र आर्य दादुपुर, निसिंग खंड प्रधान यशपाल राणा,
किसान नेता नेकी राम, इन्द्री खंड प्रधान सतीश कलसौरा, सतबीर, सतबीर
गढ़ीबीरबल, शीशपाल शर्मा, राम सिंह मोहदीनपुर, महेन्द्र, मोती राम ढाकवाला,
ओमपाल कादियान, राजेंद्र राणा औंगद, रघुबीर सांगवान, राजेन्द्र सांगवान
सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।
बॉक्सप्रदेश भर के स्थानों पर किसानों ने किया हठयोग : किसानों ने प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर हठयोग किया। इनमें जींद में जींद हिसार मार्ग, हांसी बरवाला मार्ग, अम्बाला में चंडीगढ पंचकूला मार्ग, यमुनानगर में कुरुक्षेत्र-सहारनपुर मार्ग, करनाल में मेरठ रोड व असंध-करनाल मार्ग, कुरुक्षेत्र में लाडवा-करनाल मार्ग, पानीपत में पानीपत-जींद मार्ग, झज्जर में नाहरा-नाहरी मार्ग, भिवानी में दिल्ली-पिलानी मार्ग, फतेहाबाद में हिसार-सिरसा मार्ग, कैथल में एन.एच-65 मार्ग शामिल है। यह जानकारी भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने दी। उन्होंने कहा कि सभी राजमार्ग पर आज किसान हठयोग कर रहे थे। किसानों ने जता दिया है कि वह किसी के आगे नहीं झूकेंगे। वह अपना हक लेकर रहेंगे।
बॉक्सकांग्रेस का सत्याग्रह नौटंकी से कम नहीं : रतनमान
किसानों पर राजनीति करने वाली कांग्रेस का सत्याग्रह किसी नौटंकी से कम नहीं है। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने यह कटाक्ष कांग्रेस के तीन दिवसीय सत्याग्रह पर किया। किसानो की जमीन सस्ते दाम पर अधिग्रहित कर उनकी जमीनों की कीमत कम दी। अब कांग्रेस किस मूंह से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की बात कर रही है। जबकि कांग्रेस के शासनकाल में 7 साल तक ठंडे बस्ते में पड़ी रही। कांग्रेस ने किसानों के साथ कोई एहसान नहीं किया। बल्कि किसानों का शोषण किया।
बॉक्सप्रदेश भर के स्थानों पर किसानों ने किया हठयोग : किसानों ने प्रदेश के अलग-अलग स्थानों पर हठयोग किया। इनमें जींद में जींद हिसार मार्ग, हांसी बरवाला मार्ग, अम्बाला में चंडीगढ पंचकूला मार्ग, यमुनानगर में कुरुक्षेत्र-सहारनपुर मार्ग, करनाल में मेरठ रोड व असंध-करनाल मार्ग, कुरुक्षेत्र में लाडवा-करनाल मार्ग, पानीपत में पानीपत-जींद मार्ग, झज्जर में नाहरा-नाहरी मार्ग, भिवानी में दिल्ली-पिलानी मार्ग, फतेहाबाद में हिसार-सिरसा मार्ग, कैथल में एन.एच-65 मार्ग शामिल है। यह जानकारी भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने दी। उन्होंने कहा कि सभी राजमार्ग पर आज किसान हठयोग कर रहे थे। किसानों ने जता दिया है कि वह किसी के आगे नहीं झूकेंगे। वह अपना हक लेकर रहेंगे।
बॉक्सकांग्रेस का सत्याग्रह नौटंकी से कम नहीं : रतनमान
किसानों पर राजनीति करने वाली कांग्रेस का सत्याग्रह किसी नौटंकी से कम नहीं है। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने यह कटाक्ष कांग्रेस के तीन दिवसीय सत्याग्रह पर किया। किसानो की जमीन सस्ते दाम पर अधिग्रहित कर उनकी जमीनों की कीमत कम दी। अब कांग्रेस किस मूंह से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की बात कर रही है। जबकि कांग्रेस के शासनकाल में 7 साल तक ठंडे बस्ते में पड़ी रही। कांग्रेस ने किसानों के साथ कोई एहसान नहीं किया। बल्कि किसानों का शोषण किया।
No comments:
Post a Comment