सरकारी योग के बदले किसान प्रदर्शित करेंगे योग के साथ आक्रोश
घरौंडा सहित तमाम जिलों में किसानों ने की रिर्हसल
सरकार जहां एक तरफ 21 जून को अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस मना रही है। वहीं प्रदेश भर के किसान भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले सभी जिला मुख्यालयों पर 21 जून को हठयोग करेंगे। किसानों के आन्दोलन को प्रदेश भर में सभी बिरादरियों का, खापों का तथा सामाजिक संगठनों का समर्थन मिल रहा है। किसानों को हर तरफ से उत्साह मिल रहा है। घरौंडा में आज मंडी के शैड में किसानों ने हठयोग की रिर्हसल की। यहां पर काजल खाप के प्रदीप काजल ने अपनी खाप के साथ समर्थन किया। वहीं पर सुरेन्द्र सिंह धुम्मन, कलैक्टर सिंह राणा, सतपाल सिंह ने अपने संगठनों की तरफ से समर्थन दिया। प्रदेशाध्यक्ष रतनमान के नेतृत्व में मंडी के शैड के नीचे किसानों को हठयोग की रिर्हसल करवाई। अपनी मांगों के समर्थन में किसानों ने प्रदर्शन भी किया। विभिन्न संगठनों ने यहां भाकियू में अपनी आस्था जताई। प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि केंद्र व राज्य में शासित भाजपा सरकार किसानों मांगो की लगातार अनदेखी कर ही है। जिसको लेकर किसान अब सरकार के खिलाफ आर पार का आंदोलन करने के साथ साथ राज्य भर की सड़कों पर उतर कर जोरदार आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाकियू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा गत दिनों जंतर मंतर पर लिए गए निर्णय के मुताबिक 21 जून को सुबह 9 से 12 बजे तक किसान सड़कों पर उतर कर किसान आंदोलन हठयोग करेगें। इस दौरान सड़कों पर आक्रोश का योग दिखाई देगा। इस सिलसिले को लेकर घरोंडा अनाज मंडी में जिला स्तरीय किसान पंचायत का आयोजन किया गया। पंचायत की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष बाबूराम बड़थल ने की। प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान अनेक समस्याओं को झेल रहे है। लेकिन सरकारों से किसानों को कोई राहत मिलती नजर नही आ रही है। मंदसोर में किसानों पर गोली चलाने की घटना की घटना अति निदंनीय है। 21 जून को देशभर के किसान सड़कों पर उतर कर सरकार से हिसाब मागेगें। किसान नेता मान ने कहा कि स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होनी चाहिए। इसके साथ किसान मजदूर को कर्ज मुक्त करना चाहिए तथा किसान मजदूर को 60 साल की आयु पूरी होंने रिटायमेंट के साथ 5 लाख एक मुश्त पैंशन दी जाए। मान ने खुलाशा करते हुए कहा कि दिल्ली में तय किया है कि 21 जून को जब सरकार योग दिवस मनाएंगी, तब किसान हठयोग करेंगे। मान ने किसानों को सचेत करते हुए कहा कि कुछ किसान नेता राजनेतिक लोगों के बगलगीर होकर किसान आंदोलन को भटकाने का काम कर रहे है। इसलिए ऐसे कथित किसान नेताओं से सावधान होंने की बेहद जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनेता हो मात्र अपनी राजनीति मंशा को हासिल करने के लिए काम करता है। इनसे बच कर ही अपने हकों को हासिल कर सकते है। इस अवसर पर प्रदेश प्रदेश उपाध्यक्ष प्रेमचंद शाहपुर, भाकियू नेता जे.पी. शेखुपुरा, जिला सरंक्षक महताब सिंह कादियान, जिला महासचिव कुलदीप सिंह संधू, जिला सलाहकार धनेतर राणा, किसान नेता डा. सत्यवीर तौमर, युवा किसान नेता राजेंद्र आर्य दादुपुर, निसिंग खंड प्रधान यशपाल राणा, असंध खंड प्रधान जोगिन्द्र सिंह झींडा, किसान नेता नेकी राम, प्रचारमंत्री सुरेश कांबोज, पेम सिंह माजरा, कलेक्टर राणा, कर्मबीर पान्नू, बलवान सिंंह, रणजीत सिंह जलमाना, फतेह सिंह झींडा, राजेंद्र राणा औंगद, सहित काफी संख्या में किसान मौजूद थे।
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