19 जून से सत्याग्रह पर बैठेंगे प्रदेशाध्यक्ष, तैयारियों का जायजा लेने
के लिए पहुंचे अशोक तंवर
करनाल, 17 जून :
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर ने कहा है कि
किसानों का असंतोष लगातार बढ़ता जा रहा है। इस बार लोकसभा और विधानसभा
चुनावों में किसानों के साथ सरकार की वायदाखिलाफी का बदला मतदाता द्वारा
लिया जाएगा। मोदी के तीन साल में किसान लगातार बदहाल हुआ है। उन्होंने
कहा कि देश में किसान हर सप्ताह आत्महत्या करने पर मजबूर है। मध्यप्रदेश
और महाराष्ट्र में पिछले महीनों में 100 से ज्यादा किसान आत्महत्या कर
चुके है। हरियाणा में भी किसान आत्महत्या के लिए मजबूर है। सब्जी
उत्पादको के साथ-साथ बड़े किसान भी लगातार घाटा सह रहे है। सरकार ने फसल
बीमा के नाम पर किसानों के साथ मजाक किया है। तंवर आज करनाल पहुंचे। यहां
पहले उन्होंने सैक्टर-12 पहुंचकर सत्याग्रह स्थल का निरीक्षण किया। उसके
बाद उन्होंने तैयारियों का जायजा लेने के लिए कर्ण लेक पर कार्यकर्ताओं
की मीटिंग ली। तंवर ने बताया कि कांग्रेस किसानों के दुख-दर्द में हमेशा
उनके साथ है। उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह किसानों
के साथ 19 से 21 तक तीन दिन तक सी.एम सिटी के सैक्टर-12 में फाउटेन पार्क
के सामने सत्याग्रह पर बैठेंगे। वह सत्याग्रह के माध्यम से प्रदेश की
गूंगी और बहरी सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार
ने अभी तक किसी प्रकार की राहत की घोषणा नहीं की। किसानों की आवाज को
दबाने के लिए नए-नए हथकंडे अपनाएं जा रहे है। उन्होंने कहा कि भारतीय
जनता पार्टी पंूजीपतियों की सरकार है। इनको किसानों और मजदूरों से कोई
लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा कि वह भी किसान के बेटे और भाई है। वह
किसान का दर्द भलीं-भांति जानते है। कांग्रेस ने कभी भी किसानों के साथ
अन्याय नहीं होने दिया। तंवर ने जोर देकर कहा कि सरकार किसानों को
बेसहारा नहीं समझे। सारा देश किसानों के साथ है। उन्होंने मध्य प्रदेश के
मंदसौर में किसानों के ऊपर अत्याचार की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अब
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री घडियाली आंसू बहा रहे है। उन्होंने प्रदेश की
चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश में कहीं भी किसान खुश नहीं है। किसानों को
स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट के नाम पर बरगलाया गया। कृषि मंत्री सत्ता
में आने से पहले किसानों के लिए काम करने की दुहाई देते थे। अब वह
किसानों को भूल गए। तंवर ने कहा कि किसानों के समर्थन में सत्याग्रह के
साथ-साथ लोकसभा और विधानसभा में भी किसानों के मुद्दे पर जोर-शोर से
उठाया जाएगा। इस अवसर पर कांग्रेस अनुसूचित जाति प्रकोष्ठ के संयोजक
ज्ञान सहोता, प्रदेश सचिव पंकज पुनिया, एस.एस.सी बोर्ड के पूर्व सदस्य
रामशरण भोला, राजीव गांधी पंचायती राज प्रकोष्ठ के संयोजक डा. सुनील
पंवार, कृष्ण बसताड़ा, भगवंत सिंह बाम्बा, प्रदीप शर्मा, मनीष कामरा,
दीपक, जोगिन्द्र राणा, डा. खजान सिंह, शेरप्रताप शेरी, जंगला राम, दयाल
सिंह सिरोही, जितेन्द्र विर्क, चांद राम, सुमित समेत अन्य कार्यकर्ता
मौजूद थे।
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