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Thursday, 29 June 2017

अंडरपास में कई-कई फुट गहरा पानी एकत्रित हो गया।

बारीश ने नगरपालिका प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है

घरौंडा,: प्रशांत कौशिक 


बुधवार की सुबह हुई बारीश ने नगरपालिका प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है। बारीश के पानी की निकासी सही प्रकार से न होने के कारण पूरा शहर जलमग्र दिखाई दिया। जिससे बारीश का पानी लोगों के घरों व दुकानों के अंदर घुस गया और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी की निकासी को लेकर शहरवासियों में स्थानीय प्रशासन के प्रति रोष व्याप्त है। 
बुधवार की सुबह हुई तेज बारीश ने जहां लोगों को तपती गर्मी से राहत दिलाई, वहीं बारीश ने प्रशासन के दावों को खोखला साबित कर दिया। बारीश के कारण सर्विस लेन व शहर में पानी की निकासी के लिए बनाए गए नाले भी ओवर लो दिखाई दिए। जिससे पानी ओवर लो होकर सडक़ों व गलियों में बहने लगा और पानी की निकासी न होने से रेलवे रोड व तकिया मार्किट में सहित अन्य स्थानों पर लोगों के घरों व दुकानों में पानी घुस गया। 
रेलवे अंडरपास में भरा पानी-
वहीं दूसरी ओर रेलवे अंडरपास पर जलभराव की समस्या न वाहन चालकों व रेलवे फाटक पार बसे तीन दर्जनभर गांवों व वार्ड नं. 1 व 2 के लोगों के लिए परेशानी खड़ी कर दी। अंडरपास में कई-कई फुट गहरा पानी एकत्रित हो गया। जिससे शहर में प्रवेश करने के लिए वाहनों चालकों को लंबे रास्तों का सहारा लेना पड़ा। लोगों का कहना है कि रेलवे प्रशासन ने अंडरपास से पानी की निकासी का कोई ठोस प्रबंध नही किया हुआ है। जिससे हल्की सी बारीश में भी कई-कई फुट तक पानी खडा हो जाता है और लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ता है। यदि रेलवे ने सही काम किया होता तो जलभराव की समस्या न आती। वहीं जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने जनरेटर प प के जरिये पानी को अंडरपास से बाहर निकालना शुरू किया। जिससे लोगों ने राहत की सांस ली। 

हर बार होती है समस्या-
स्थानीय निवासी राजिंद्र कुमार, सुरेश, जयभगवान, श्रवण सिंह, संदीप कुमार, प्रदीप कुमार आदि का कहना है कि शहर में जलभराव की समस्या का आज तक भी कोई ठोस समाधान नही हो पाया है। प्रशासन इस समस्या के लिए हरबार दावे करता है कि जलभराव नही होगा, लेकिन हर बार हल्की सी बारीश ही प्रशासन के दावों की पोल खोल देती है और शहर पानी में डूब जाता है। शहरवासियों का कहना है कि अभी तो मानसून ठीक प्रकार से शुरू भी नही हुआ है और अभी से शहर का यह हाल है, तो आने वाले दिनों में क्या होगा। शहरवासियों ने पानी की निकासी के लिए प्रशासन से ठोस इंतजाम करने की मांग की है। 
फोटो केप्शन-घरौंडा रेलवे अंडरपास पर भरा पानी तथा पानी से गुजरती एक बैलगाड़ी 

ओवरब्रिज के साइडो में लगी मिट्टी बारीश के कारण खिसक गई

 ओवरब्रिज के साइडों में लगी मिट्टी बहकर सर्विस लेन पर आ जाती है और ओवरब्रिज के साइडों में एक बहुत बड़ा गड्डा बन जाता है। 
घरौंडा,: प्रशांत कौशिक 
जीटी रोड स्थित ओवरब्रिज के साइडो में लगी मिट्टी बारीश के कारण खिसक गई। जिससे ओवरब्रिज के साइड में एक बहुत बड़ा गड्डा बन गया। ओवरब्रिज की अनदेखी से शहरवासियों में संबंधित क पनी के प्रति रोष व्याप्त है। लोगों का कहना है कि यदि क पनी ने जल्द से जल्द ओवरब्रिज को लेकर कोई पु ता इंतजाम नही किया, तो किसी भी समय बड़ी मात्रा में ओवरब्रिज की मिट्टी खिसकने से बड़ा हादसा हो सकता है। 
स्थानीय निवासी प्रदीप कुमार गुप्ता, राजिंद्र सिंह, आत्मजीत मान, सुरेंद्र कश्यप, प्रदीप सिंह सैनी, प्रमोद कुमार, गौरव कुमार, नीरज सेन आदि का कहना है कि जब कभी भी बारीश आती है तो ओवरब्रिज के साइडों में लगी मिट्टी बहकर सर्विस लेन पर आ जाती है और ओवरब्रिज के साइडों में एक बहुत बड़ा गड्डा बन जाता है। जिस में एक व्यक्ति आसानी से समा सकता है। स्थानीय निवासी का आरोप है कि संबंधित क पनी ओवरब्रिज को लेकर लापरवाह बनी हुई है। मिट्टी खिसकने का यह कोई पहला मामला नही है। इससे पूर्व भी कई बार पूल की मिट्टी खिसकी है और कई बार तो ओवरब्रिज की सडक़ में ही गड्डा बन चुका है, लेकिन उसके बावजूद भी क पनी को सबब नही ल रही है। लोगों कहना है कि इस ओवरब्रिज पर आवारा पशु चरने के लिए घुमते रहते है। कई बार तो वाहन चालक गाडिय़ां ओवरब्रिज पर ही रोककर सर्विस लेन पर सामान लेने के लिए भी पहुंच जाते है। ऐसे में कोई भी व्यक्ति या पशु इस गड्डे का शिकार हो सकता है। लोगों का कहना है कि अभी तो मानसून की ठीक से शुरूआत भी नही हुई है और पहली बारीश में ही पूल का यह हाल हो चुका है। जिससे स्पष्ट है कि यदि संबंधित क पनी ने जल्द से जल्द कोई ठोस समाधान नही किया तो आने वाले समय में बारीश के कारण पूरी मिट्टी सर्विस लेन पर आ जाएगी। जिससे कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय लोगों ने पूल की साइडों के पु ता प्रबंध करने की मांग की है। 
फोटो केप्शन-घरौंडा रेलवे रोड लाईओवर के नजदीक खिसकी मिट्टी

मॉनसून की कई घंटो से चल रही बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है

लोगों का आरोप-

घरौंडा,: प्रशांत कौशिक 
 मॉनसून की कई घंटो से चल रही बारिश ने प्रशासन के दावों की पोल खोल कर रख दी है । राजकीय बॉयज स्कूल की लगभग 100 फुट दिवार इस बारिश में ढह गई । स्कूल की दीवार नगरपालिका के नाले के ओवर लो होने के कारण ढही है। 
 इसमें से लगभग 50 फुट दिवार मार्च अप्रैल में बननी शुरू हुई थी जो पहली ही बारिश में ढह गई और ग्राउंड में कई कई फुट पानी जमा हो गया । और साथ ही जी टी रोड पर फुटपाथ को भी भारी नुकसान पहुंचा । स्थानीय लोगों का आरोप है की इस दिवार मेंँ घटिया  सामग्री का प्रयोग किया गया था जिसे प्रशासन ने जानबुझ कर अनदेखा कर दिया । जिस कारण ये दिवार ढह गई । स्कूल की दीवार ढहने का यह कोई पहला वाक्या नही है, इससे पूर्व भी बारीश के कारण एक बार स्कूल प्ले ग्राउंड व दूसरी बार स्कूल में स्थित बीईओ ब्लॉक के साथ लगने वाली दीवार ढह चुकी है। ब्लॉक की दीवार ढहने से बीईओ ऑफिस में काफी नुकसान हुआ था। 
िइस सम्बन्ध  में जब नगरपालिका सचिव से बात की गई तो उनका कहना था की ये प्राकृतिक आपदा के कारण हुआ है । ये पूछे जाने पर की क्या इसे दोबारा टेंडर देकर बनाया जायेगा तो सचिव का कहना रहा की नहीं अभी ठेकेदार  का समय बाकी है और ठेकेदार ही इसे बनाएगा। ऐसा ही नपा के चेयरमैन का कहना रहा ।जबकि ठेकेदार का कहना है की इस प्राकृतिक आपदा का खामियाजा मुझ पर थोपा जा रहा है । दिवार का काम बढिय़ा सामग्री से किया गया था जिसकी पुस्टि स्वयं विभाग ने भी कर दी थी । जी टी रोड पर ज्यादा पानी होने के कारण पानी दिवार से टकराया व् नालो से पानी ओवरफ्लो होने के कारण निचे मिटटी काटता रहा जिसके कारण दीवार ढह गई ठेकेदार का कहना रहा की दीवार के दूसरी तरफ लगभग छह फुट तक नीचे तक  दीवार  को कोई स्पॉट नहीं मिल रही जिसके कारण ये तेज पानी के दबाव के कारण दूसरी और ढह गई । दिवार में कोई घटिया  सामग्री प्रयोग नहीं की गई थी और 50 फुट  पुरानी  दीवार ढही  है जो मेरे द्वारा नहीं बनाई गई थी । देखना रहेगा की क्या इस प्राकृतिक आपदा से हुआ लाखो के नुकसान को किसके सर मंडेगा या नया  टेंडर जारी करेगा । हैरानी है की प्रशासन  ने इस और ध्यान क्यों नहीं दिया की एक और दिवार के नीचे कोई स्पॉट लगाई जानी  चाहिए थी ताकि दिवार किसी भी झटके को झेल सके । चर्चा रही की अगर कोई राहगीर उस समय फुटपाथ पर चल रहा होता तो कोई भी हादसा हो सकता था ढ्ढ  चर्चा है की फाटक पर भी प्रसाशन के द्वारा कुछ ही समय पहले बनाई गई एक और दीवार ढह गई यहाँ पर भी लोगों ने घटिया सामग्री व् मिलीभक्ति के आरोप प्रशासन पर लगे है ।
निष्पक्ष जांच की मांग-
शहरवासियों का कहना है कि स्कूल की दीवार को लाखों रुपए की लागत से बनाया गया है और डेंटिंग व पेंटिंग करके तैयार किया गया है, लेकिन दीवार इस प्रकार से गिरी है जैसे कोई भूकंप आया हो। शहरवासियों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। 
उच्चाधिकारियों को लिखा गया है : एसडीएम
जब इस संबंध में एसडीएम वर्षा खांगवाल से बात की गई तो उन्होंने बताया कि स्कूल के प्ले ग्राउंड की दीवार ढहने की सूचना मिली है। दीवार बारीश के पानी के दबाव में ढही है। दीवार के गिरने के मामले को जिला शिक्षा अधिकारी को लिखा गया है। 

तरावड़ी -भगवान दास कबीर पंथी ने वीरवार को गांव मोहड़ी में 85 लाख रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया।

 आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव मोहड़ी को उन्होंने गोद लिया था
तरावड़ी  29 जून, 
     नीलोखेड़ी के विधायक भगवान दास कबीर पंथी ने वीरवार को गांव मोहड़ी में 85 लाख रुपये के विकास कार्यों का शुभारंभ किया। इस मौके पर गांव में जनसभा का आयोजन किया गया। गांव में पहुंचने पर विधायक का फूल मालाओं से जोरदार स्वागत किया गया । इन विकास कार्यों का निर्माण खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी नीलोखेड़ी की देखरेख में करवाया जाएगा। 
इस मौके पर विधायक ने कहा कि आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव मोहड़ी को उन्होंने गोद लिया था ,इस गांव में सरकार द्वारा एक करोड रुपए की विकास राशि खर्च की जाएगी। आज 85 लाख रुपए के विकास कार्यों का शुभारंभ किया गया है ,जिसमें बीसी और एस सी चौपाल में हाल का निर्माण, गांव के दो शमशान घाटों में शेड का निर्माण और चार दिवारी , गांव की मुख्य फिरनी से श्मशान घाट तक का रास्ता और साथ ही पांच मुख्य गलियों का निर्माण शुरू हुआ।  विधायक ने बताया कि आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव में 1 करोड़ रुपये के विकास कार्य करवायें जायेगें,जिनकी स्वीकृति सरकार द्वारा मिल गई है। इसके साथ ही विधायक ने कहा कि हरियाणा में हर विधानसभा में आदर्श गांव का निर्माण करवाया जा रहा है और सरकार द्वारा विकास राशि दी जा रही है ,जब हरियाणा के गांव आदर्श होंगे तभी हरियाणा प्रगति करेगा और समृद्ध बनेगा। 
विधायक ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की नेक सोच का ही नतीजा है कि आज सभी गांव तक एक समान विकास राशि पहुंच रही है,मुख्यमंत्री सबका साथ सबका विकास और हरियाणा एक हरियाणवी एक के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। बिना किसी भेदभाव के सभी तक विकास को पहुंचाया जा रहा है,जिसके तहत मुख्यमंत्री जी द्वारा सभी विधानसभाओं का दौरा कर करोड़ों की विकास राशि दी गई है। उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा हरियाणा विजन 2030 प्रस्तुत किया गया है ,जिसमें मुख्य फोकस गांवों पर रखा गया है।  विधायक ने कहा कि तरावड़ी में जल्द ही कॉलेज का निर्माण कार्य शुरू होने वाला है ,जिसके बनने से आस- पास के गांव और नीलोखेड़ी व तरावड़ी शहर के बच्चे शिक्षा ले सकेंगे जिससे उन्हें  करनाल या अन्य स्थानों पर नहीं जाना पड़ेगा और सभी तरह की सुविधा उन्हें तरावड़ी में ही मिलेगी। 
इस मौके पर विधायक ने गांव की महिलाओं की समस्याओं को भी सुना। इस अवसर पर खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी सुन्हेरा सिंह, उपमंडल अभियंता लव कुमार, मंडल अध्यक्ष किसान मोर्चा धर्मपाल, कष्ट निवारण समिति सदस्य देवेंद्र कामरा, नरेंद्र सिंह बीड माजरा, ब्लॉक चेयरमैन हुकुम सिंह, सरपंच अनिता देवी, कावंरभान, बल भूषण, जोगिंदर सिंह, राजपाल घोलपुरा, राम निवास , पुरन चंद, जसविंदर दयानागर, मुकेश सरपंच दयानागर, हन्नी मिश्रा , रकम सिंह कोयर आदि भाजपा नेता मौजूद रहे।

सी.एम सिटी में सैंकड़ो किसान उतरेंगे सड़कों पर, देंगे गिरफ्तारी

मामला : ट्रांसफार्मर के बदले जाने में गडबड़ी का

शामगढ़ किसान महापंचायत में किया ऐलान
किसान को रिहा कर आरोपी बिजली कर्मियों के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
तरावड़ी/करनाल, 29 जून :
शामगढ़ के किसान को जेल भेजे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है।  शामगढ़ में आज किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें करनाल सहित प्रदेश के विभिन्न जिलो से आए किसानों ने भाग लिया। इस मौके पर सभी किसानों ने शामगढ़ के उस किसान के साथ कंधे से कंधा मिलाकर साथ देने का ऐलान किया। जिसे प्रशासन ने जेल भेज दिया। महापंचायत में सभी किसानों ने शामगढ़ के किसान सुखविन्द्र को रिहा कर उसके खिलाफ मुकद्दमे वापिस लेने तथा दोषी बिजली कर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। सुखविन्द्र ने प्रशासन की लापरवाही को उजागर करने के लिए मिनी सचिवालय के सामने ट्रांसफार्मर में आग लगाई थी। जिसे बदलने के लिए वह सैंकड़ों बार अधिकारियों के चक्कर काट चुका था। अधिकारियों ने हर बार उसे यह कहकर टाल दिया कि आगे देख लेंगे। शामगढ़ की सैनी धर्मशाला में हुई किसान महापंचायत के संयोजक राजेन्द्र आर्य ने संचालन किया। किसान महापंचायत की अध्यक्षता बाबूराम बड़थल ने की। पंचायत के प्रचार-प्रसार के लिए सभी की डयूटियां लगा दी है।  इस अवसर पर सभी किसानों ने हाथ उठाकर सोमवार को करनाल में सामूहिक गिरफ्तारी देने का ऐलान किया। इस मौके पर सभी किसानों ने रोष जताया। पंचायत में भारतीय किसान यूनियन के प्रदेशाध्यक्ष रतन मान ने कहा कि सरकार किसानों के विरोध में काम कर रही है। ट्रांसफार्मर को बदलने के लिए किसान मारे-मारे फिर रहे है। किसानों की फसल सिंचाई न होने के कारण सूखने की कगार पर पहुंच जाती है। उन्होंने सरकार को चेताया कि सरकार किसान विरोधी कारगुजारियों से बाज आएं। इस मौके पर किसान महापंचायत के संयोजक राजेन्द्र आर्य दादूपुर ने कहा कि किसान अपना हक लेकर रहेंगे। आज की स्थिति में जो किसानों के साथ हो रहा है। वह दुर्भाग्यपूर्ण है। भारतीय किसान यूनियन यमुनानगर के प्रधान सुभाष गुज्जर, पानीपत जिले के प्रधान जयकरण कादियान, कैथल के प्रधान सतपाल दिलोवाली, कुरुक्षेत्र के प्रधान मेनपाल बुड्ढा ने इस आन्दोलन में हर स्तर पर सहयोग देने का भरोसा दिलाया।  इस अवसर पर जिला सरंक्षक मैहताब कादियान, उत्तरी हरियाणा प्रभारी बलवान बदरान, जिला प्रवक्ता सुरेन्द्र सांगवान, जिला प्रचार मंत्री सुरेश काम्बोज, खंड इन्द्री प्रधान सतीश कलसौरा, किसान नेता नेकी राम, ओमपाल मढ़ान, घरौंडा खंड प्रधान विनोद राणा, सुरेन्द्र बैनीवाल, किसान नेता जे.पी शेखपुरा, जयपाल काम्बोज चमरोड़ी, रमेश ढि़ल्लो रादौर, रणजीत सिंह जलमाना, किसान नेता रामपाल शामगढ़, देशराज राणा, दलजीत ङ्क्षसह, बल सिंह, दिलबाग सिंह, बालकिशन, सुनील, बलबीर सिंह, सतीश शर्मा, हुक्म सिंह, पाला राम समेत अन्य किसान मौजूद रहे। 


बॉक्स
किसान महापंचायत में आएं तहसीलदार को सुनाई खरी-खरी : शामगढ़ में हुई किसान महापंचायत में नीलोखेड़ी के तहसीलदार दर्पण काम्बोज पहुंचे। उन्होंने प्रशासन की तरफ से प्रतिनिधित्व किया। वहां पर उन्होंने किसानों को मनाने की कोशिश की। लेकिन किसानों ने साफ तौर पर कह दिया कि जब सरकार बातचीत की बजाए मुकद्दमे बनाकर किसानों को परेशान कर रही है तो फिर सुलह कैसी। किसान अब सामूहिक तौर पर गिरफ्तारी देंगे। सरकार भी कितनी जेले भरती है। तहसीलदार को पंचायत में बिठाकर पंचायत में हुए फैसलो की जानकारी दी गई। 

बॉक्स
भारतीय किसान यूनियन ने बनाई कई टीमें : सोमवार को किसानों की गिरफ्तारी आन्दोलन को सफल बनाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष बाबूराम बड़थल ने कार्यकर्ताओं की टीमें बनाकर उन्हें जिम्मेदारी सौंपी। यह टीमें गांव-गांव जाकर लोगों को इस आन्दोलन की जानकारी देंगी। यहां मौजूद किसानों ने गिरफ्तारी आन्दोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लेने की बात कही।

Tuesday, 27 June 2017

सी.एम. लाईंग की अचानक छापेमारी से क्षेत्र के अवैध कारोबारियों में हडक़ंप


मिलावटी माल तैयार करने वाले फैक्ट्री मालिकों में अफरा-तफरी 

 तारकोल में स्टोन पाउडर व काला तेल मिलाने के गौरखधंधे को अंजाम
घरौंडा,: प्रवीण कौशिक 
सी.एम. लाईंग की अचानक छापेमारी से क्षेत्र के अवैध कारोबारियों में हडक़ंप मचा हुआ है। सी.एम. लाइंग ने कुटेल मार्ग व कोहंड-असंध मार्ग पर तारकोल बनाने वाली दो फैक्ट्रियों पर छापेमारी की। लाइंग ने मौके से सैंकड़ों ड्रम नकली तारकोल, हजारों लीटर काला तेज व सैकड़ों कट्टे स्टोन पाउडर सहित फैक्ट्री में तीन कारिंदों को काबू किया है। सीएम लाइंग के खुलासों से स्थानीय पुलिस की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगने शुरू हो गए है। फिलहाल, सीएम लाइंग ने दोनों मामलों की कार्रवाई घथाना क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को सौंप दी है। 
मु यमंत्री के उडऩदस्तों की एकाएक कार्रवाई ने अवैध कारोबारियों के पसीने छुड़ाकर रख दिए है। ओवरलोड वाहनों से लेकर मिलावटी माल तैयार करने वाले फैक्ट्री मालिकों में अफरा-तफरी मची हुई है। मंगलवार की सुबह सीएम लाइंग टीम के इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने स्थानीय ईकाई के प्रदीप यादव, मदनलाल, संदीप कुमार व टीम सदस्य आनंद कुमार, तरूण कुमार के साथ कुटेल रोड पर बनी तारकोल की फैक्ट्री में छापेमारी की। जहां से फैक्ट्री मालिकों द्वारा तारकोल में स्टोन पाउडर व काला तेल मिलाने के गौरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा था। फैक्ट्री से टीम ने 120 ड्रम तारकोल, 30 कट्टे स्टोन पाउडर, दो टेंकर व लगभग अढ़ाई हजार लीटर काला तेल पकड़ा है। साथ ही, टीम ने फैक्ट्री के दो कारिंदों नेपाल निवासी दुर्गेश व राजिंद्र को हिरासत में ले लिया। वहीं दूसरी ओर, कोहंड-असंध मार्ग पर बेगमपुर के नजदीक एक तारकोल फैक्ट्री में लगभग 600 कट्टे स्टोन पाउडर, 8 ड्रम तारकोल, एक टेंकर व लगभग 500 लीटर काले तेल के साथ कारिंदे राजू को हिरासत में लिया है। लाइंग टीम ने दोनों छापेमारी की सूचना संबंधित थाना क्षेत्र को दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। लाइंग टीम ने कुटेल फैक्ट्री को मधुबन पुलिस व बेगमपुर फैक्ट्री को मुनक पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
सीएम लाइंग टीम इंस्पेक्टर सुरेंद्र कुमार ने बताया 
कि आज कुटेल व बेगमपुर के पास तारकोल फैक्ट्री में छापेमारी की है। दोनों फैक्ट्रियों से 128 ड्रम तारकोल, लगभग 630 कट्टे स्टोन पाउडर, तीन टैंकर, लगभग 3 हजार लीटर काले तेल सहित 3 कारिंदों नेपाल निवासी राजू, राजिंद्र व दुर्गेश को काबू किया है। दोनों मामलों को स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया है। 
वहीं, थाना प्रभारी हरजिंद्र सिंह ने बताया 
कि बेगमपुर के नजदीक तारकोल फैक्ट्री में सीएम लाइंग ने छापा मारा है। मामले की जांच पड़ताल की जा रही है। 

युवा बोलेगा मंच ने तालाब की सफाई की मांग को लेकर किया जोरदार प्रदर्शन

युवा बोलेगा मंच ने तालाब की सफाई की मांग को लेकर किया जोरदार प्रदर्शन
घरौंडा, प्रवीण कौशिक 
युवा बोलेगा मंच ने रेलवे फाटक पार स्थित तालाब में उतरकर तालाब की सफाई की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। मंच कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रशासन की अनदेखी के चलते तालाब की हालात बद से बदतर हो चुकी है। मंच ने चेताया कि यदि एक सप्ताह में तालाब की सफाई का काम नही किया गया तो उग्र प्रदर्शन करने से भी पीछे नही हटेंगे। 
मंगलवार की सुबह युवा बोलेगा मंच के सदस्य जेपी शेखपुरा के नेतृत्व में दर्जनों कार्यकर्ता एकत्रित हुए। जहां मंच के वरिष्ठ कार्यकर्ता बलदेव मढ अन्य कार्यकर्ताओं के साथ तालाब में उतरे और प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। युवा बोलेगा मंच सदस्य जेपी शेखपुरा, बलदेव मढ, जोगिंद्र राणा, गुरनाम, विनोद, काला, ऋतु, कोमल, सरिता, आत्मजीत, पारस, रोहित, विशाल आदि का कहना है कि वार्ड-1 व वार्ड-2 में स्थित तालाब पूरी तरह से गंदगी से अटा पड़ा है। तालाब में खड़ी कांग्रेस घास गंदगी को ओर भी ज्यादा बढ़ा देती है। कॉलोनी में पशुपालकों के लिए ऐसा कोई स्थान नही है, जहां पशु पालक अपने पशुओं को नहला सके या पानी पिला सके। इस समस्या के समाधान को लेकर कई बार प्रशासन से गुहार लगा चुके है, लेकिन कोई कार्रवाई नही हो पाई है। जिससे पशुपालकों व स्थानीय निवासियों में रोष बढ़ता जा रहा है। उन्होंने बताया कि तालाब में ज्यादा गंदगी होने के कारण कई बार पशु तालाब में घुस जाते है और हादसे का शिकार हो जाते है। मंच के कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्होंने आज तालाब की सफाई की मांग को लेकर तालाब बचाओ अभियान चलाया है। जिससे तहत गंदे पानी के तालाब में उतरकर कार्यकर्ताओं ने अपनी मांग प्रशासन के सामने रखने के लिए सांकेतिक प्रदर्शन किया है। यदि प्रशासन समय रहते इस समस्या का समाधान एक सप्ताह में नही करता तो वे आगामी रूपरेखा तैयार करेंगे। 
फोटो केप्शन-रेलवे फाटक पार तालाब में उतरकर प्रदर्शन करते युवा कार्यकर्ता 

रातों रात हुई फुर्र , लाखो का लगाया लोगों को चूना

सोसाइटी साढ़े पांच साल में पैसा दोगुना करने का लालच देकर लोगों से ठगती रही पैसा 

घरौंडा: प्रशांत  कौशिक
घरौंडा  के रेलवे रोड पर खेड़े के पास पिछले कई महीनो से चल रही एक कथित सोसाइटी साढ़े पांच साल में पैसा दोगुना करने का लालच देकर लोगों से पैसा ठगती रही ढ्ढ और लोगों को इसकी भनक तक नहीं लगने दी ढ्ढ  जब लोगों का जमा पैसा वापस करने की बारी आई तो रातों रात अपना बोरिआ बिस्तर समेट कर भाग निकले  ढ्ढ  अब लोग अपना पैसा वापस पाने के लिए मारे मारे फिर रहे है । ऐसा मामला शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है ।
मिली जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले गैब ग्राम्य नाम की कथित सोसाइटी  ने घरौंडा के रेलवे रोड पर अपना कार्यालय खोल कर ये प्रचार किया की हमारी सोसाइटी साढ़े पांच साल में पैसा दोगुना कर रही है ढ्ढ जिसका हेड ऑफिस लखनऊ  में बताया गया ढ्ढ  जब लखनऊ का किसी डायरेक्टर का नंबर यहाँ मौजूद मैनेजर  से माँगा जाता था तो वह रोहतक के एक कथित डायरेक्टर का नंबर ही देता था जो संतुष्टि पूर्ण जवाब नहीं दे पता था ढ्ढ इस सोसाइटी ने घरौंडा व् पुरे हरियाणा में अपने एजेंट फैला रखे थे ढ्ढ जिनका काम लोंगो को थोड़े समय में दो गुना पैसा करने का लालच देना था और सोसाइटी से जोडऩा था ढ्ढ चर्चा यहाँ तक भी रही की ये सोसाइटी का कार्यालय खोलने के नाम पर युवाओं से पैसा भी ऐंठते थे और युवाओं  को वह का मैनेजर तक बनाने  का आश्वासन तक दे देते थे ढ्ढ आसपास के कई कर्मचारी भी इन्होने कार्यालय में रखे हुए थे ढ्ढ  ताकि लोंगो का विश्वास बना रहे द्ब चर्चा रही की इन लोगों ने हरियाणा के कई गावों व् शहरो में कार्यालय खोल रखे हैं जहाँ आज भी काम चल रहा है । चर्चा है की घरौंडा व् आसपास  के कई लोगों को लाखों का चुना लगा कर ये लोग रफूचककर  हो गये हैं । जबकि चर्चा ये भी रही की ये सोसाइटी हरियाणा में अपना कार्यालय खोल ही नहीं सकती थी । और न ही सरकार की ऐसी कोई स्कीम है की थोड़े से समय में पैसा डबल किया जा सकता है।
चर्चा है की ये लोग एजेंटो के माध्यम से लोगों का फांसते थे और एजेंट अपने कमीशन के लालच में लोंगो के समक्ष  इस सोसाइटी की बखूबियों का बखान करते थे द्ब चर्चा है की इन लोगो का एक गिरोह पुरे हरियाणा में सक्रिय है जो लोंगो को थोड़े समय में पैसा डबल करने का लालच देता है और जैसे ही पैसा वापस करने का समय आता है ये नो दो ग्यारह हो जाते है द्ब  बताया जाता है की यहाँ पर मौजूद मैनेजर भी आसपास के किसी गांव का वासी है द्ब और लोग अब एजेंटो को  ढूंढ़ते फिर रहे है जिनमे से कई तो भूमिगत हो चुके हैं । ऐसी चर्चा जोरों पर है 

डॉ सूरज प्रकाश जी की जयंती के सुअवसर पर पुष्प अर्पित


डॉ सूरज प्रकाश जी की जयंती के सुअवसर पर पुष्प अर्पित
घरौंडा,: प्रशांत कौशिक 
भारत विकास परिषद्  शाखा घरौंडा द्वारा आज डॉ सूरज प्रकाश जी की जयंती के सुअवसर पर फिजियोथेरेपी सेण्टर पर पुष्प अर्पित कार्यक्रम  किया गया। सभी सदस्यों ने आदरणीय डॉ साहब की प्रतिमा पर श्रदा सुमन अर्पित किये इस अवसर पर अध्य्क्ष ने अपने सम्बोधन में डॉ साहब श्री सूरज प्रकाश जी की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा डॉ साहब असाधारण व्यक्तित्व थे ओर उनका योगदान समाज में अकथनीय ओर  अवर्णिनीय है आज उनके बनाये हुए असूलों पर   चलकर लाखो शाखायें काम कर  रही है  ईश्वर हमें भी इतनी  शक्ति व ज्ञान दे जो हम समाज व राष्ट्र के प्रति अपने दायित्व का निर्वाह कर सके इस कार्येक्रम में शाखा अध्य्क्ष, सचिव राहुल गर्ग , वरुण गुप्ता, प्रांतीय संस्कृति मास प्रमुख धीरज भाटिया,देह दान,नेत्र दान प्रमुख विक्रांत राणा,पूर्व अध्य्क्ष पंडित अनिल शास्त्री कपिल गुप्ता प्रेस सचिव संजय सचदेवा ,कपिल धीमान ,सहसचिव अरुण धीमान,हितेश सेठी,पुरषोत्तम सेठी इत्यादि सदस्य उपस्थित थे।

Monday, 26 June 2017

दो जुलाई को धूमधाम से मनाई जाएगी परशुराम जयन्ती महोत्सव...गौतम

कार्य्रकम में मुख्यअतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार विनोद शर्मा होंगे
पानीपत-PARVEEN KAUSHIK (gharaunda)
अखिल भारतीय ब्राह्मण महासंघ की प्रदेश स्तरीय परशुराम जन्मोत्सव 2 जुलाई को नई अनाज मंडी में बडी धूमधाम से मनाया जाएगा। इस कार्यक्रम से प्रदेश की राजनीति को अलग दिशा मिलेगी। कार्यक्रम की तैयारियों के लिए आज एक बैठक की गई। जिसमें सभी की डयूटियां लगाई गई। कार्य्रकम में मुख्यअतिथि पूर्व केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार विनोद शर्मा होंगे। बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया कि कार्यक्रम की शुरुआत 51 ब्राह्मणों के द्वारा हवन एवं शंखनाद से की जाएगी। इसके अलावा पानीपत स्काई लार्क से 500 मोटरसाईकिलों के काफिले से मुख्यअतिथि विनोद शर्मा एवं अन्य नेताओं की अगुवाई की जाएगी। जिसका नेतृत्व युवा परशुराम सेना के द्वारा किया जाएगा। 
यह जानकारी देते हुए प्रदेशाध्यक्ष रोहित गौतम ने बताया कि उक्त कार्य्रकम में शहीद परिवारों को सम्मनित भी किया जाएगा तथा समाज का कोई भी युवा जो पढाई या खेलकूद में अव्वल आता है तो उसे भी सम्मेलन में सम्मानित किया जाएगा। 
उन्होंने बताया कि मुख्यअतिथि विनोद शर्मा के अतिरिक्त पूर्व सांसद करनाल डा.अरविन्द शर्मा, विधायक गन्नौर कुलदीप शर्मा, सोनीपत सांसद रमेश कौशिक, पूर्व आईपीएस रविकान्त शर्मा, पूर्व कमिश्नर राजीव शर्मा एवं समस्त ब्राह्मण विधायक व चेयरमेन उपस्थित रहकर कार्यक्रम की शोभा बढाएगें। गौतम ने बताया कि कार्य्रकम में गायक बाली शर्मा, नरेन्द्र कौशिक व लोटपोट के जादूगर महाबीर गुड्डू मौजूद रहेगें। 
आज की बैठक की अध्यक्षता एडवोकेट नरेश अत्री ने की, जबकि बैठक में मुख्य रुप से प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट राजेश कौशिक, ग्रामीण प्रधान बलवान शर्मा, शिव कुमार शर्मा, शहरी अध्यक्ष राजेश शर्मा, अमरजीत शर्मा कोहन्ड, सतपाल शर्मा ददलाना, धर्मपाल डाहर, कृष्ण शर्मा एडवोकेट, सुशील शर्मा पार्षद, प्रदीप गौतम, वासू शर्मा, रमेश सरपंच, राजेश भारद्वाज, रामफल कौशिक व अनिल शर्मा आदि मौजूद थे। 

जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सरकार करें कार्रवाई : राजेन्द्र आर्य

भारतीय किसान यूनियन आई किसान के बचाव में

72 घंटे का अल्टीमेटम दिया, 29 को होगी शामगढ़ में महापंचायत
करनाल, 26 जून : PARVEEN KAUSHIK
ट्रांसफार्मर नहीं मिलने से परेशान किसान द्वारा मिनी सचिवालय के सामने सार्वजनिक रूप से कंडम ट्रांसफार्मर को जलाने के मामले में पुलिस ने किसान के खिलाफ मामला दर्ज कर हिरासत में ले लिया है।  उधर किसान ने जमानत पर रिहा होने से इंकार कर दिया। भारतीय किसान यूनियन इस किसान के बचाव में आकर खड़ी हो गई। भाकियू ने ट्रांसफार्मर वितरण के मामले में घोटाले की जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि किसान से बिजली निगम के अधिकारी द्वारा पैसे मांगे जा रहे थे। जिससे नराश होकर इस किसान ने यह कदम उठाया है। भाकियू ने सरकार से इस किसान के ऊपर से सभी मामले वापिस लेने की बात की है। इसके लिए सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। यदि इस दौरान मांग न मानी गई तो 29 को गांव शामगढ़ में महापंचायत होगी। उसके बाद आन्दोलन प्रदेश भर में तेज कर दिया जाएगा। भारतीय किसान यूनियन के सरंक्षक मेहताब सिंह कादियान, युवा नेता राजेन्द्र आर्य दादूपुर ने बताया कि शामगढ़ के किसान जोनी उर्फ जसविन्द्र ने पिछले दिनों तंग आकर मिनी सचिवालय के आगे अपने ट्रांसफार्मर में आग लगा दी थी। जिसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। आज उसे अदालत में पेश किया गया। इस दौरान वह भाकियू के प्रतिनिधि के तौर पर पहुंचे। उन्होंने उसकी कानूनी मदद की। लेकिन किसान ने जमानत पर रिहा होने से मना कर दिया। इस दौरान भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने कहा कि वह पूरी तरह से किसान के साथ है। वह कानूनी लड़ाई के साथ-साथ जमीनी लड़ाई भी लड़ेंगे। इसके बाद भाकियू नेताओं की बैठक में तय किया गया कि सरकार को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया जाएं। यदि इस दौरान उनकी मांगो पर विचार नहीं किया गया तो फिर शामगढ़ में 29 को किसान पंचायत के बाद भाकियू कड़े फैसले लेने के लिए मजबूर होगी। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में ट्रांसफार्मरों के वितरण में गडबड़ी चल रही है। अधिकारी सुनवाई नहीं कर रहे है। किसान परेशान है। किसानों को समय पर बिजली नहीं मिल रही है। धान की फसल सूखने की कगार पर है। कई किसानों को तो ट्रांसफार्मर बदलने के लिए एप्लीकेशन दिए महीनों बीत गए है। लेकिन उनके ट्रांसफार्मर नहीं बदले गए। किसान बर्बादी की कगार पर खड़े हुए है। यदि सरकार ने ट्रांसफार्मर पॉलिसी की समीक्षा नहीं की तो सरकार के खिलाफ आन्दोलन तेज होगा। राजेन्द्र आर्य दादूपुर ने कहा कि जब तक बिजली विभाग के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती तब तक किसानों का आन्दोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर पीडि़त किसान के पिता बलबीर सिंह व शामगढ़ से काफी किसान आए हुए थे। 

ब्राह्मण कल्याण मंच की बैठक-मेधावी छात्र/छात्राओं को किया गया सम्मानित


    1. मेधावी छात्र/छात्राओं को किया गया सम्मानित
    KARNAL-PARVEEN KAUSHIK  ब्राह्मण कल्याण मंच की बैठक 25.6.2017 को सायं 4.30 बजे कम्यूनिटी सेन्टर सैक्टर 9 में श्री के.सी. शर्मा प्रधान की अध्यक्षता में हुई। बैठक में वर्ष 2017 मेें ब्राह्मण समाज की निम्नलिखित बच्चों को उनके द्वारा बारहवीं की परीक्षा 90 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने पर, प्रसस्ति पत्र तथा स्मृति चिन्ह देकर प्रोत्साहित किया गया। 
    1. प्राची शर्मा पुत्री सोहन लाल शर्मा गांव लबकरी 90'
    2. दीपक पाण्डेय पुत्र देवीदत्त पाण्डेय पावर हाउस कालोनी करनाल 91'
    3. मनन शर्मा पुत्र मोहनलाल शर्मा मं.न. 43, रांवर करनाल 92'
    4. महिका शर्मा पुत्री धर्मपाल शर्मा वार्ड 6, शिव कालोनी असंध 96.8'
    5. आरुषी शर्मा पुत्री विवेक शर्मा 672 सैक्टर 32, नरसी विलेज 94'
    6. आरती देवी पुत्री राजवीर शर्मा गांव समालखा करनाल 94'
    7. दुष्यन्त शर्मा पुत्र मोहन लाल शर्मा अनाज मंडी निसिंग 91'
    8. सात्विक वशिष्ठ पुत्र प्रेम प्रकाश 830/9, अर्बन एस्टेट, करनाल 90'
    9. निवेदिता शर्मा पुत्री राजेश शर्मा शिव कालोनी, करनाल 90'
    10. आरुषी कौशिक पुत्री अजय कौशिक गांव बुटाना नीलोखेड़ी 95.4'
    बैठक अध्यक्षता श्री के.सी. शर्मा तथा मंच संचालन श्री आर.के. द्विवेदी ने किया। कार्यक्रम का प्रबंध ऋषि शर्मा ने किया। 
    बैठक में सर्वश्री एस.के. शर्मा, विनोद गौतम, श्याम देवी शर्मा, एस.एन. शर्मा, ओउम प्रकाश शर्मा, जिले सिंह पिचौलिया, रामकुमार, रितवाल, एच.पी. त्रिपाठी, जगदीश वशिष्ठ, वी.के. कौशिक, वी.के. शर्मा, गौतम देव शर्मा, जे.सी. शर्मा, आनन्द शर्मा, धर्मपाल शर्मा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। 

मुख्यमंत्री का आभार जताने पहुंचे करनाल की संस्थाओं के पदाधिकारी,सीएम बोले इसी कार्यकाल में बनाएंगे करनाल को स्मार्ट सिटी।



बाठ ने सीएम को दिया सुझाव ,100 सदस्यीय पीसीसी बनाई जाए,सीएम ने दी सार्थक प्रतिक्रिया।

करनाल-PARVEEN KAUSHIK 
आज करनाल से भाजपा के पदाधिकारी और करनाल की सामाजिक संस्थाओं का प्रतिनिधित्व करने वाले गणमान्य व्यक्ति, मेयर रेणु गुप्ता,ब्रिज गुप्ता व भाजपा जिला अध्यक्ष जगमोहन आनंद मुख्यमंत्री से चंडीगढ़ स्थित उनके आवास पर मिले।सभी ने करनाल का नाम स्मार्ट सिटी की सूची में आने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार व्यक्त किया।इस प्रतिनिधि मंडल में दून इंटरनेशनल स्कूल के निदेशक व प्रयास फाउंडेशन के चेयरमैन कुल्जिन्दर मोहन सिंह बाठ व निफा अध्यक्ष प्रितपाल सिंह पन्नू ने मुख्यमंत्री को शॉल ओढ़ाकर उनका धन्यवाद किया।मुख्यमंत्री ने भी बाठ व पन्नु को गले लगाकर उनके अभिवादन को स्वीकार किया।
इस मौके पर करनाल नगर निगम की मेयर रेणु गुप्ता,भाजपा जिलाध्यक्ष जगमोहन आनन्द व मुख्यमंत्री के ओएसडी अमरेंद्र सिंह मुख्य रूप से मौजूद रहे।इसके बाद मुख्यमंत्री ने करनाल के विकास को लेकर व चल रहे विकास कार्यो के लेकर सभी मौजूद लोगों से विस्तार से चर्चा की।लोगो के सुझाव व मौजूदा विकासकार्यो का फीडबैक लेने के बाद मुख्यमंत्री ने मौके पर मौजूद नगर निगम करनाल के आयुक्त आदित्य दहिया को साफ निर्देश दिए कि पूरे करनाल में एलईडी लाइट लगाने का कार्य जल्द पूरा किया जाए।उन्होंने पूरे करनाल को हराभरा रखने के लिए भी आयुक्त दहिया को निर्देश दिए कि करनाल को क्लीन व ग्रीन सीटी बनाने के लिए कार्य बड़े पैमाने पर शुरू किया जाए।मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रयास फाउंडेशन के चेयरमैन व शिक्षाविद कुलजिन्दर मोहन सिंह बाठ के सौ सदस्यीय प्रोमिनेन्ट सीटिजन कौंसिल बनाने के सुझाव पर अपनी सकरात्मक प्रतिक्रिया दी।इस कौंसिल में करनाल शहर के वरिष्ठ व गणमान्य व्यक्तियों को शामिल किए जाने का प्रस्ताव है जोकि स्मार्ट सीटी परियोजना क्रियान्वन के विभिन्न पहलुओं पर न सिर्फ अपनी नजर रखेंगे बल्कि सरकार,जिला प्रशासन के अधिकारियों व जनता के बीच एक मजबूत कड़ी का काम भी करेंगे।मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा करनाल के विकास व स्मार्ट सिटी बनाये जाने को लेकर उनकी दृढ़ता व मजबूत इच्छा शक्ति को देखकर करनाल के सभी सभी संस्थाओं के प्रतिनिधि,पार्टी पदाधिकारी व वरिष्ठ नागरिक प्रसन्न व सन्तुष्ट नजर आए।इस अवसर पर मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर उनका आभार जताने वालो में हरियाणा बाल विकास परिषद की मानद महासचिव श्रीमती सन्तोष अत्रेजा,सीजीसी के पूर्व प्रधान एपीएस चोपड़ा,व्यापार मंडल के अध्यक्ष कृष्ण लाल तनेजा,कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य राकेश नागपाल,दीपक गुप्ता सहित नगर निगम के कई पार्षद व वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।

युवा बोलेगा मंच कीं बैठक हुई


नीलम राणा अध्यक्ष नियुक्त
घरौंडा: प्रशांत  कौशिक
युवा बोलेगा मंच ने गावँ स्टोन्डी के मंदिर के प्रांगन में बैठक हुई। जिसकी अध्यक्षता मंच के अध्यक्ष जेपी शेखपुरा ने की। बैठक में नीलम राणा को सर्व सहमति से तीन गाँव (स्टोन्डी, बिजना, समालखा) का अध्यक्ष नियुक्त किया। इस दौरान नीलम राणा ने कहा कि मुझे जो जिम्मेवारी सौंपी गयी है उसे मै बखूभी निभाऊंगी और महिलाओं के हित के लिए कार्य करूंगी। इसी दौरान मंच के अध्यक्ष जेपी शेखपुरा ने बताया कि नीलम राणा को उसके किये गए कार्यों को देखते हुए तीन गाँव का अध्यक्ष बनाया गया है। इन्होंने समाज के कार्यो के लिए जेल तक भी काटी हुई है। और इसी तरह युवा बोलेगा मंच बहन-बेटियों को जगाने के लिए गांव दर गावँ पहुँच कर महिलाओ को प्रधान नियुक्त करेगा। इस मौके पर प्रदेश सोशल मीडिया प्रभारी हर्षित जयहिन्द, पारस अरोड़ा आत्मजीत मान, पुनम, सरिता, रिना, पिकी, सरोज व अन्य महिलाए भी मौजूद रही।

रेलवे अंडर पास से लेकर रेलवे रोड़ तक के रास्ते की तीन दर्जन गांव व शहर के लोगों को शीघ्र सौगात मिलने वाली है।


लोगों को आवागमन करने के लिए अंडरपास से रेलवे रोड़ तक आठ मीटर के रास्ते की सौगात मिल गई है।-कल्याण
घरौंडा -
रेलवे अंडर पास से लेकर रेलवे रोड़ तक के रास्ते की तीन दर्जन गांव व शहर के लोगों को शीघ्र सौगात मिलने वाली है। जिसकी रेलवे विभाग ने मंजूरी दे दी है, रेलवे मंत्रालय की मुहर के बाद लोगों को शहर आवागमन के लिए 8 मीटर की चौडी सडक़ मिलेगी। प्रदेश सरकार सडक़ का निर्माण कार्य लोक निर्माण विभाग से करवाएगा। सडक़ का निर्माण होने से लोगों को भारी सुविधा होगी। सडक़ निर्माण की मंजूरी मिलने से लोगों में खुशी का माहौल दिखाई दे रहा है।
पश्चिम की और बसे लगभग तीन दर्जन गांवों व फाटक पार बसी आधा दर्जन कालोनियों को शहर में आवागमन करने के लिए कोई रास्ता नही था। मजबूरन लोग छोटे-छोटे रास्तों से गुजर कर अपने गंतव्य तक पहुचंते थे। जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। शहर में आवागमन करने के लिए ग्रामीण व शहर के लोगों को अनेकों बार राजनेता से रेलवे कालोनी के पीछे से सडक़ बनाने की मांग रखी,लेकिन पूरी नही हो सकी। सन् 2014 के विधानसभा चुनावों में हलका के विधायक हरविंद्र कल्याण बने। लोगों ने इस सडक़ का निर्माण कराने के लिए हलका विधायक हरविंद्र कल्याण के समक्ष मांग रखी। हलका विधायक कल्याण ने करनाल में आयोजित रेलवे मंत्री के समक्ष मांग रखी। जिसमें रेलवे मंत्री ने इस सडक़ का निर्माण कराने का आश्वासन दिया।
विधायक की मेहनत रंग लाई।
हलका विधायक हरविंद्र कल्याण सडक़ निर्माण के लिए एक बार प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ रेलवे मंत्री सुरेश प्रभू से मिले तथा चार बार स्वयं मिले। रेलवे विभाग ने रेलवे विभाग ने अंडरपास से रेलवे रोड़ तक सडक़ निर्माण कराने की मंजूरी दे दी है और इसकी प्रपोजल रेलवे मंत्रालय को भेज दी है। रेलवे मंत्रालय से मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश सरकार इस जमीन को रेलवे विभाग से खरीदेगा या फिर लीज पर लेगा। इसक ा फैसला बाद में होगा। फिलहाल लोगों को आवागमन करने के लिए अंडरपास से रेलवे रोड़ तक आठ मीटर के रास्ते की सौगात मिल गई है।
शहर को मिली बड़ी सौगात।
शहर के लोगों को बीजेपी के तीन साल के कार्यकाल में रेलवे अंडरपास के साथ्-साथ अन्य कई बड़ी परियोजनाओं की सौगात मिली है। उसी कड़ी में रेलवे विभाग से अंडरपास से रेलवे रोड़ तक रास्ते की मंजूरी मिलने से क्षेत्र के लोगों को एक बड़ी सौगात मिली है। जिससे लोगों में खुशी का माहौल दिखाई दे रहा है।
हलका विधायक हरविंद्र कल्याण ने बताया कि रेलवे अंडरपास से रेलवे रोड़ तक सडक़ बनाने के मांग चालीस वर्षो से चली आ रही थी। ग्रामीण व शहरी क्षेत्र के लोगों ने इस रास्ते पर सडक़ निर्माण कराने की मांग रखी थी। जिसको लेकर वे प्रदेश मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ रेलवे मंत्री सुरेश प्रभू से मिले और कई बार वे स्वयं भी मिले। रेलवे विभाग से आठ मीटर रास्ते की मंजूरी मिल गई है और रेलवे मंत्रालय से मंजूरी के लिए प्रपोजल भेजी गई है। शीघ्र ही मंजूरी मिलने के बाद प्रदेश सरकार रेलवे विभाग से जमीन को लीज या खरीद कर लोक निर्माण विभाग से कार्य शुरू करवा देगा।
फोटो केप्शन-रेलवे अंडरपास से रेलवे रोड़ तक बनने वाली सडक़ का निरीक्षण करते हलका विधायक हरविंद्र कल्याण।
फोटो केप्शन-रेलवे अंडरपास से रेलवे रोड़ तक बनने वाली सडक़ का रास्ता।

कैथल तक ही सीमित रह गया CM का दौरा, गोद लिए गांव क्योड़क में भी नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री खट्टर



Haryana

कैथल तक ही सीमित रह गया CM का दौरा, गोद लिए गांव क्योड़क में भी नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री खट्टर




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क्या सिर्फ कैथल तक ही सीमित रह गया CM का दौरा, गोद लिए गांव क्योड़क में भी नहीं पहुंचे मुख्यमंत्री खट्टर
कैथल--
: हमारा गांव क्योड़क सीएम मनोहर लाल ने गोद लिया हुआ है लेकिन कैथल के 2 दिवसीय दौरे के दौरान भी जब सीएम 10 किलोमोटर दुरी पर स्थित गांव में नहीं पहुंचे। गोद लेने का क्या फायदा ???जब सीएम कैथल आए और एक सीवरेज परियोजना का उद्घाटन करना था और उसको भी कैथल से ही करके चले गए, फिर गांव गोद लेने का क्या मतलब हुआ ?? ऐसे आरोप और मलाल गाँव क्योड़क निवासी सुभाष तंवर, जितेंद्र क्योड़क, विजय तंवर, अंकुर तंवर, सुशिल कुमार आदि ने मिडिया के समक्ष रखा। उन्होंने कहा कि हमारा गांव पहले से ही आदर्श है। शमशेर सुरजेवाला के टाइम से इसको आदर्श गांव का दर्जा मिल गया था। रणदीप सिंह सुरजेवाला के टाइम में उसको आदर्श गांव का दर्जा दिया था उस कार्यकाल में गांव में इंगलिस मीडियम स्कूल में बनाया गया, स्टेडियम बनाया गया, हॉस्पिटल बनाया गया, 352 गलियाँ बनाई गई। बहुत ही काम हुआ था इसके अलावा 36 चौपालो का निर्माण भी किया गया था।लेकिन सीएम खट्टर ने तो हमे केवल गोद लेकर छोड़ दिया अब हम पता नहीं कब पैदल चलना सीखेंगे ?? यहां पर एक भी काम शुरु नहीं हुआ,जैसे- लाला लाजपत राय के नाम से पशुपालन यूनिवर्सिटी बनाने की इन्होंने घोषणा की थी और बाद में पता चला कि यह यूनिवर्सिटी नहीं है वह केवल एक रीजनल सेंटर है, उसके लिए गांव में जमीन भी दे दी गई थी। डेढ़ साल तक वह क्योड़क से कठवाड़ रोड पर जमीन में बनना था वह भी अभी नहीं बना। फिर डेढ़ साल बाल बाद बोले कि इसको पंचायत की जमीन में बनाएंगे लेकिन वह जगह 7 किलोमीटर दूर गांव से पड़ती है अगर वहां बना देंगे लेकिन अभी तक कोई एक भी ईंट नहीं लगी।कोटी-कूट तीर्थ के नाम से 5 करोड रुपए की घोषणा हुई और शिलान्यास पत्थर भी लगा दिया गया लेकिन वहां पर भी एक रुपए का काम आज तक नहीं हुआ। सारी घोषणाएं कागजों तक सीमित है जमीनी स्तर पर कोई भी काम नहीं हुआ है। गांव में नालियां और गलियाँ गन्दगी से लबरेज हैं। गांव के बीचो-बीच बहुत ही बुरा हाल है। गांव के बीच में 2 किलोमीटर लम्बाई का तालाब गंदगी से लबरेज है और जिससे बीमारियां फैल रही है, बच्चे बीमार हो रहे हैं। ग्रामीण बोले कि रही बात पिछली सरकार के राज में क्योड़क गांव को आदर्श गांव बनाने की उस दौरान लगभग 32 करोड रुपए के काम हुए थे। गांव की पूरी गलियां ब्लॉक से बनी थी। सीसी की बनी थी । बहुत ही ज्यादा काम हुए थे। जब से बीजेपी सरकार है या मनोहर लाल खट्टर सरकार है और गोद लेने की घोषणा हुई थी तब से बस घोषणा घोषणा बनकर रह गई हैं काम तो कोई हुआ ही नहीं। आज गांव में बिजली का भी टोटा है पहले 12 से 18 घंटे बिजली आती थी अब केवल 7-8 घंटे आती है वह भी कट लग लग कर। लोगों ने पहले की अपेक्षा बिजली बिल भी 80 पर्सेंट भरने शुरू कर दिए थे इसके बावजूद भी 8 घंटे बिजली आती है। इसके बाद इन्होंने नया फरमान जारी किया है गांव क्योड़क के लिए, गांव में पानी के कनेक्शन तभी चालू रहेंगे जो ₹500 देगा नहीं तो उसकी टोंटी उखाड़ करके ले जायेंगे। तकरीबन 5000 कनेक्शन है यानि 15 सौ रुपए खर्च सालाना आएगा। अब बोल रहे हैं कि गांव को महा ग्राम बनाएंगे। पहले आदर्श था, फिर गोद लिया और अब महा ग्राम बनाने की घोषणा। महा ग्राम बनाने का तो फिर फायदा है बिल्कुल महा विकास हो लेकिन यहां पर विकास नाम की कोई चीज ही नहीं है। अब दो दिन सीएम कैथल में रहे लेकिन अपने खुद के गोद लिए गांव में नहीं आये। जब गांव को गोद लिया है तो गांव में जाना चाहिए था लेकिन क्योड़क गांव की सीवरेज परियोजना का उद्घाटन भी वहीं कैथल से कर दिया। अगर ऐसे ही उद्घाटन करना था तो चंडीगढ़ से ही कर देते फिर कैथल आने की क्या जरूरत थी ?? जब कोई किसी गांव को गॉड लेता है तो अपने बच्चों से तो मिलता है लेकिन ऐसे हैं हमारे CM मनोहर लाल खट्टर।
फ़िलहाल क्योड़क गाँव के लोगों में सीएम द्वारा गोद लिए गांव में ना पहुंचने का मलाल है और रोष है।

Sunday, 25 June 2017

समाज को जागृत करना जरूरी:- वशिष्ठ

गांव रामराए में हिन्दू जागरण मंच द्वारा कार्यशाला का आयोजन
जीन्द : ब्राह्मण संस्कृत महाविद्यालय गांव रामराए में दो दिवसीय हिन्दू जागरण मंच रोहतक विभाग द्वारा अभ्यास वर्ग कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य रूप से गोविन्द सिंह प्रान्त संगठन मंत्री, राकेश मुदगिल एडवोकेट प्रान्त उपाध्यक्ष, कैलाश मुदगिल प्रांत महामंत्री एवं जिला संयोजक मनोज शर्मा एडवोकेट ने हिन्दू त्यौहारों और पर्वों को अपने परिवारों में सहर्ष मनाने बारे विचार किया गया, जिससे अगली पीढिय़ों को हमारे त्यौहारों के महत्व और विशेषत: बुराई पर अच्छाई की जीत की प्रेरणा मिल सके। इसके अलावा हिन्दू समाज पर किए जा रहे दुष्प्रचारों व उसके समाधान पर चर्चा की गई।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर जिला संगठन आयुक्त राजेश वशिष्ठ ने शिकरत की उन्होंने बताया की आज समाज में बहुत सारी बुराइयों ने अपने पैर पसार रखे है आज जरूरत है हमे इन बुराइयों के प्रति समाज को जागृत करने की ताकि हम समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को ठीक तरह से निभा पाये वशिष्ठ ने बताया की हिन्दू जागरण मंच द्वारा आयोजित जन चेतना कार्यक्रम से लोगो में जाग्रति आएगी और वे अपनी जिम्मेदारी को बखूबी से निभाएंगे हिन्दू जागरण मंच द्वारा राजेश वशिष्ठ को सम्मानित किया गया

संघ-भाजपा के फासीवादी हमले का मुंहतोड़ जवाब दो

 :
मंदसौर में आंदोलनरत किसानों की हत्या का बदला लो!
करनाल, 25 जून, 2017
आज यहां करनाल के पार्टी कार्यालय में आपातकाल पर गोष्ठी का आयोजन किया
गया जिसमें मुख्य रूप से  भाकपा (माले) राज्य प्रभारी एवं अखिल भारतीय
किसान महासभा के वरिष्ठ राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रेम सिंह गहलावत ने शिरकत
की। आज की गोष्ठी की अध्यक्षता राज्य लीडिंग टीम के सदस्य कामरेड ओम
प्रकाश आर्य ने की तथा संचालन कामरेड महेन्द्र सिंह चोपड़ा राज्य सचिव
भाकपा (माले) ने किया। गोष्ठी में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन
किया गया। गोष्ठी में आज मोदी काल में अघोषित आपातकाल के विषय अनुसार आज
के हालात पर यह पर्चा रखा गया।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग में किसानों की हत्या से समूचे
देश को चाहे जितना बड़ा सदमा लगा हो, चाहे जितना आक्रोश पैदा हुआ हो,
भाजपा इससे जरा भी परेशान नहीं है। शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने पहले
तो यह विवाद पैदा करने की कोशिश की कि पुलिस ने गोलियां ही नहीं चलाई।
उसके बाद कहा कि जो लोग मारे गए वे समाजविरोधी तत्व थे। और वास्तव में
किसान नहीं थे। अब जब आम जनता के सामने और मीडिया में इन दोनों बातों का
संदेहातीत रूप से फैसला हो चुका है कि पुलिस की गोली से ही किसान मारे गए
हैं तो भाजपा इसका दोष राज्य सरकार को बदनाम करने और अस्थिरता पैदा करने
के लिए विपक्ष द्वारा की गई साजिश के मत्थे मढ़ रही है।
प्रधानमंत्री मोदी, जो विदेशों में कहीं किसी की भी जान चली जाये तो उस
पर टवीट करते रहते हैं, उनको स्वभावत: मंदसौर में पुलिस फायरिंग और मारे
गए किसानों के बारे में कुछ कहने का वक्त नहीं मिला। केंद्रीय कृषि
मंत्री तो अपने चुनाव क्षेत्र में बाबा रामदेव के साथ योग का महोत्सव
मनाने में मशगूल रहे, चाहे किसान मंदसौर में मारे जा रहे हों या फिर उनके
अपने गृह शहर मोतिहारी में- इस किस्म की हत्याएं उनका योग से ध्यान नहीं
हटा सकी और जब शिवराज सिंह ने दिखावे के तौर पर शांति की प्रार्थना के
लिए अनशन शुरु किया, तो उनके सहकर्मी कैलाश विजयवर्गीय ने हमारे सामने इस
पूरे प्रकरण को समग्र परिपे्रक्ष्य में रखकर पेश किया। उन्होंने कहा कि
मध्य प्रदेश जैसे विशाल राज्य में मंदसौर महज एक छोटा सा जिला है और वहां
मात्र पांच-छह लोगों की जान चली जाये तो क्या बड़ी बात है।
मध्य प्रदेश और उसके पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र में जो किसान आंदोलन चल रहा
है वह समूचे ग्रामीण कृषिजीवी भारत में किसानों के अंदर लम्बे अरसे से
जमा भारी आक्रोश को प्रतिबिम्बत करता है। मध्य प्रदेश के बारे में सरकारी
प्रचार में तो इस बात का जश्न मनाया जा रहा है कि उस राज्य में कृषि
उत्पादन में रिकार्ड दहाई से ऊपर वृद्धि दर्ज कही गई है। मगर इधर फसल की
उपज अत्यंत विशाल मात्रा में हुई और उधर दालों का आयात बढ़ता जा रहा है,
इस स्थिति में आम किसानों के लिए खेती बिल्कुल घाटे का सौदा हो गई है।
नोटबंदी के चलते जो नकदी का अभाव पैदा हुआ और कृषि-ऋण का संकट पैदा हो
गया उसने किसानों की दुख-तकलीफ और बढ़ा दी है। इधर लागत का खर्च लगातार
बढ़ता जा रहा है और उधर उपज को बेचने से मिली रकम उस खर्च को पूरा करने
में नाकाफी साबित हो रही है। ऐसी हालात में किसान हड़ताल करने पर और यहां
तक कि उत्पादन में कटौती करने पर मजबूर हो रहे हैं, बाजार के लिए उत्पादन
करना छोडक़र भरण पोषण की खेती की ओर वापस लौटने की सोच रहे हैं।
वर्तमान में जारी आंदोलन स्वभावत: दो सामान्यत: प्रमुख मांगों के इर्द
गिर्द चल रहा है। किसानों की कर्जमाफी और कुल लागत पर खर्च पर कम से कम
पचास प्रतिशत मुनाफा सुनिश्चित करने वाला समर्थन मूल्य तय करना। जब से
मोदी ने उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले प्रदेश के किसानों के लिए कर्जमाफी
की घोषणा की है, तभी से तमिलनाडु और मध्य प्रदेश से लेकर महाराष्ट्र और
गुजरात तक कई राज्यों में किसानों की कर्जमाफी की मांग जोर पकड़ती जा रही
है। मध्य प्रदेश में लगभग सारे किसान संगठन इसी मुद्दे पर लड़ रहे हैं
मगर शिवराज सिंह सरकार ने केवल आरएसएस से सम्बद्ध भारतीय किसान संघ के
साथ एक समझौता कर लिया जिसमें किसानों की प्रमुख मांगों को दरकिनार कर
दिया गया है। स्वाभाविक है कि इस विश्वासघात से आम किसान इससे गुस्से में
फट पड़े हैं। पुलिस द्वारा फायरिंग ने केवल इस आंदोलन को चारों और फैल
जाने तथा मध्य प्रदेश के अंदर और बाहर आंदोलनकारी किसानों के संकल्प को
और मजबूत करने में मदद ही की है।
कृषि संकट की गहराई में निहित उसका ढांचागत चरित्र और उसके सामाजिक
परिणाम-जिसमें सबसे चिंताजनक पहलू किसानों की आत्महत्या परिघटना है- इस
चीज पर हाल के वर्षों में सिलसिलेवार ढंग से सत्ता में आई सरकारों ने
बिल्कुल कोई ध्यान नहीं दिया है। यूपीए सरकार के पहले कार्यकाल में
प्रख्यात कृषि विज्ञानी एम.एस. स्वामीनाथन की अध्यक्षता में किसानों की
समस्या पर गौर करने के लिए एक राष्ट्रीय आयोग की नियुक्ति की थी।
स्वामीनाथन कमेटी ने दिसम्बर 2004 से लेकर अक्तूबर 2006 तक पांच खंडों की
एक विस्तारित रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी। मगर उस रिपोर्ट को लागू करना
तो दूर, संसद में उस रिपोर्ट पर गंभीर बहस कराने के लिए भी उसे ढंग से
कभी पटल पर पेश ही नहीं किया गया।
स्वामीनाथन आयोग की प्रमुख सिफारिशें थी भूमि सुधार, सिंचाई सुधार, कृषि
को कर्ज का विस्तार और समर्थन मूल्य के ढांचे में सुधार करके उत्पादन की
लागत के खर्च पर 50 प्रतिशत मुनाफे के आधार पर लाभकारी समर्थन मूल्य तय
करना। ये मांगे ही वर्तमान किसान आंदोलन का मुख्य एजेंडा है, मगर भाजपा
सरकार हर सम्भव तरीके से इन मांगों को नकार रही है। जब देश मंदसौर में
मारे गए किसानों के लिए न्याय की मांग कर रहा है, तब हम नीति आयोग के एक
प्रोफेसर रमेश चन्द्र का ब्यान सुन रहे हैं जिसमें वे किसानों को उनकी
अविवेकपूर्ण आकांक्षाओं के लिए दोषी ठहरा रहे हैं और लोकलुभावनवाद से
किसानों को दुलारने के लिए राजनीतिज्ञों की लानत-मलामत कर रहे हैं।
प्रोफेसर चंद का नुस्खा है कि कृषि अर्थतंत्र का उदारीकरण कर दिया जाये।
बड़े पैमाने पर ठेके पर खेती के कानूनों को लागू किया जाये, तथा अधिक से
अधिक किसानों को खेती से अलग कर दिया जाए। यानि दूसरे शब्दों में समूचे
कृषि क्षेत्र को कारपोरेट नियंत्रण के अधीन कर दिया जाये।
भारतीय कृषि का कारपोरेट ढांचागत पुनर्गठन करने के इस एजेंडा को लागू
करने के लिए संघ-भाजपा सत्ता प्रतिष्ठान ने दुतरफा रणनीति अपनाई है - एक
और किसान आंदोलन का हिंसा के जरिये दमन और दूसरी ओर साम्प्रदायिक
धुव्रीकरण को तीखा करना। हमने देखा कि उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में
किस तरह संघ भाजपा ने गन्ना उत्पादक किसानों को साम्प्रदायिक आधार पर एक
दूसरे से लड़वा दिया और अब हम देख रहे हैं कि वे इसी साम्प्रदायिक आधार
पर डेयरी किसानों एवं चरवाहा किसानों को एक दूसरे से लड़ा रहे हैं। मगर
किसान आंदोलनों का वर्तमान दौर इन तमाम प्रतिकूलताओं का सामना करते हुए
संयुक्त प्रतिरोध की संभावना को दर्शा रहा है और महाराष्ट्र सरकार ने
देरी करके ही सही, सम्पूर्ण कर्जमाफी की जो घोषणा की है वह किसान शक्ति
की उसी मजबूती को दिखलाती है जिसने इससे पहले मोदी सरकार द्वारा छेड़े गए
आक्रामक भूमि अधिग्रहण अभियान में मोदी को कदम पीछे खींचने पर मजबूर कर
दिया था।
ऐतिहासिक तौर पर किसान प्रतिरोध ने भारतीय जनता की लोकतांत्रिक अग्रगति
को शक्ति प्रदान करने में तथा क्रांतिकारी कम्यूनिस्ट आंदोलन को ऊर्जा
प्रदान करने में महान भूमिका अदा की है। उन्नीसवीं सदी क किसान आदिवासी
विद्रोहों से शुरु करके बीसवीं सदी के शुरुआती वर्षों में गांधीवादी
सत्याग्रह तक और बाद के वर्षों में पुन्नापरा वयालर, तेभागा, तेलंगाना से
लेकर नक्सलबाड़ी, श्री काकुलम और भोजपुर तक किसानों की गोलबंदी ही भारतीय
जनता के हर प्रमुख लोकतांत्रिक जागरण एवं दावेदारी की केंद्रीय शक्तिरही
है। फासीवाद विरोधी प्रतिरोध के वर्तमान दौर में आजकल पूरे देश में बढ़
रहे किसान आंदोलन में भी वहीं संभावना मौजूद है। भूमि सुधार से लेकर
किसानों की कर्जमाफी और सिंचाई/आधारभूत ढांचे में सुधार तथा लाभकारी
मूल्य तय करना एक शक्तिशाली किसान गोलबंदी को अंजाम देने के लिए किसान
आंदोलन के इस समूचे एजेंडे को हमें हाथ में लेना होगा। मोदी सरकार के
खिलाफ जबरदस्त जवाबी हमला करना आज वक्त की मांग है और किसान मोर्चे पर
हासिल हर जीत संघ-भाजपा के फासीवाद हमले को शिकस्त देने में निर्णायक
साबित होगा।
आज की इस गोष्ठी में भाकपा (माले) लीडिंग टीम के सदस्य कामरेड कृष्ण
सैनी, कामरेड ललित सक्सेना, कामरेड ईश्वर पाल, कामरेड बलजीत सैनी, कामरेड
अशोक कुमार गुप्ता, आईसा के नेता कामरेड प्रदीप पाल, सांस्कृतिक कर्मी
कामरेड ओम प्रकाश बीड बीडालवा, कामरेड मुकन्द सिंह, कामरेड रमेश, कामरेड
मदन लाल आदि ने भाग लिया।

मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...