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Tuesday, 18 April 2017

पानी की टंकी मे सडता रहा बंदर, छात्र पीते रहे पानी-शिकायत करने गए तो धक्के मारकर निकाला-




कालेज प्रशासन नही दे पाया संतुष्टि पुर्ण जवाब
घरौंडा: प्रवीण कौशिक


राजकीय महाविद्यालय घरौंडा में कॉलेज प्रशासन की लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है, जहां पानी की टंकी में बंदर का शव मिला है। कॉलेज में पानी की टंकी में गली-सड़ी हालत में बंदर का शव मिलने से ग्रामीण युवकों का गुस्सा फूट पड़ा। जब युवक शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास पहुंचें तो प्रिंसिपल ने युवकों को धक्के देकर कॉलेज से बाहर निकाला। जिससे युवकों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और युवकों ने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रशासन से कार्रवाई की मांग की। 
मंगलवार की अलसुबह प्रतिदिन की भांति गांव अराईपुरा के युवक कॉलेज के रेसिंग ट्रैक  पर दौड लगाने के लिए पहुंचे थे। जब वे कॉलेज में बनी पानी की टंकी पर पानी पीने पहुंचें तो पानी में से दुर्गंध आई, तो युवकों ने पानी की टंकी पर चढ़कर देखा तो पानी में मृत बंदर देख उनके होश फाकता हो गए। युवकों ने तुरंत मौके पर ही मोबाइल फोन में पानी की टंकी का वीडियो बना लिया। जैसे की कॉलेज के कर्मचारियों को मामले की सूचना मिली तो कर्मचारियों ने आनन-फानन में बंदर का शव बाहर निकाल दिया। ग्रामीण युवक अमित कुमार, अंकित राणा, रवि कुमार, उदित, रिंकू, भूपेंद्र सिंह, शुभम, गौरव, विवेक, मोहित व दीपक आदि का कहना है कि गांव के युवा खिलाडी हर रोज कॉलेज के मैदान में अभ्यास करते है और कॉलेज में लगी पानी की टंकी का ही पानी पीते है लेकिन जब सभी खिलाडी पानी पीने के लिए वे टंकी के पास गए तो उसमें से दुर्गंध आ रही थी और जब उन्होंने ऊपर चढ़कर देखा तो टंकी का ढक्कन खुला हुआ था और टंकी में बंदर का शव पड़ा था। जिससे देखकर युवकों के होश उड़ गए और उन्होंने मौके पर ही उसका वीडियो बना लिया। युवकों का कहना है कि कॉलेज के कर्मचारियों को इस मामले का पता चला तो कर्मचारियों ने उनके सामने ही बंदर को बाहर निकाला। इस दौरान बंदर के हिस्से टूट-टूट कर गिर रहे थे, जिससे प्रतीक होता था कि बंदर का शव काफी दिनों से टंकी में पड़ा हुआ था और वे उसका ही पानी पी रहे थे। जिसके चलते उन्हें पेट दर्द संबंधी परेशानियां भी आ रही थी।
बॉक्स-
सड़क के किनारे फेंका बंदर का शव-
पानी की टंकी में बंदर का शव मिलने से कॉलेज प्रशासन की बड़ी लापरवाही तो सामने आ गई, लेकिन इसी लापरवाही में कॉलेज कर्मचारियों ने एक ओर कदम आगे बढ़ाया और बंदर के शव को मिट्टी में दबाने की बजाए शव बैनर में रखकर कॉलेज के पास ही सड़क के किनारे फेंक दिया। जिससे दुर्गंध ओर भी ज्यादा बढ़ गई। युवकों का कहना है कि इस प्रकार की लापरवाही से महामारी का खतरा बढ़ सकता है, क्योंकि आस पास भ_ा मजदूर व ज्ञानपुरा के लोग रहते है। 
शिकायत करने गए तो धक्के मारकर निकाला-
ग्रामीण युवक कॉलेज खुलने के बाद जब मामले की शिकायत लेकर प्रिंसिपल के पास पहुंचें तो प्रिंसिपल उनकी समस्या सुनने की बजाय उनको आउट साइडर कहते हुए धक्के मारकर बाहर कॉलेज से बाहर निकाल दिया। जिससे युवकों का गुस्सा ओर भी ज्यादा बढ़ गया और उन्होंने कॉलेज प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रशासन से कार्रवाई की मांग की।
बॉक्स-
कॉलेज में नही पानी की सुविधा-
ग्रामीण युवकों का कहना है कि कॉलेज में पीने के पानी की कोई भी सुविधा नही है, जो पानी की व्यवस्था कॉलेज में की गई है, उससे कोई भी संतुष्ट नही है, जिसके कारण कॉलेज छात्रों को पानी पीने के लिए पास के मंदिर में जाना पड़ता है। 
जब कॉलेज के प्रिंसिपल सी.वी. सिंह से मीडिया ने बातचीत करनी चाही तो उन्होंने कोई स्पष्ट जवाब नही दिया और कॉलेज की लापरवाही मानने की बजाए पूरा दोष शिकायत करने आए युवकों पर ही मढ़ते नजर आए। 




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