10000

Tuesday, 25 April 2017

अर्पण मेटरनिटी एवं जरनल अस्पताल के बाहर बवाल काटते हुए जमकर नारेबाजी



डॉक्टरों द्वारा डिलीवरी में लापरवाही
घरौंडा: 25 अप्रैल 
गांव अराईपुरा के ग्रामीणों ने अराईपुरा रोड स्थित अर्पण मेटरनिटी एवं जरनल अस्पताल के बाहर बवाल काटते हुए जमकर नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि अर्पण अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा डिलीवरी में लापरवाही और जल्दबाजी बरतने के कारण उनके नवजात शिशु की जान चली गई, लेकिन प्रशासन ने अस्पताल के खिलाफ कोई कार्रवाई नही की । डिलीवरी करने वाली डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पीडि़त परिवार ने मामले की शिकायत सीएम विंडो व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को की। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया और मामले की जांच के आदेश जारी कर दिए है। 
गांव अराईपुरा निवासी जयबीर सिंह ने बताया कि 13 सितम्बर 2016 को उसकी गर्भवती पुत्रवधु मीना पत्नी अनिल कुमार अचानक बीमार हो गई थी, तो वह उसके अराइपुरा रोड स्थित अर्पण अस्पताल में उपचार के लिए लेकर पहुंच गया। तो अस्पताल की डॉक्टर ने पेट दर्द का कारण गर्भ में बच्चे को बताया। जिसके बाद डॉक्टर ने मीना की जांच की तो डिलीवरी में 10-12 दिन का समय बाकी बताया और उसे मीना को घर ले जाने के लिए कह दिया, जब वह गाड़ी लेकर पहुंचा तो उससे पहले ही डॉक्टर ने ओपरेशन करके मीना की डिलीवरी कर दी थी, जबकि डिलीवरी में 10-12 दिन का समय बाकी था। डॉक्टर डिलीवरी करने के बाद अपने मायके चली गई, जब फोन पर बात की गई तो बेतूका जवाब मिला कि मैं क्या कर सकती हूं? जिससे बच्चे की हालत बिगड़ती चली गई, लेकिन अर्पण अस्पताल की डॉक्टर उन्हें बच्चा ठीक होने की बात कहकर गुमराह करती रही। जिसके बाद कई निजी अस्पतालों में बच्चे को दिखाया गया, तो डॉक्टरों ने डिलीवरी में लापरवाही होने की बात कही। जिसके बाद लेकिन बच्चे की हालत में कोई सुधार नही हुआ। पानीपत के एक बड़े चाइल्ड स्पेशलिस्ट हॉस्पिटल में 26 सितम्बर को ले जाया गया तो, बच्चे की मौत हो चुकी थी। परिजनों का आरोप है कि अर्पण अस्पताल की डॉक्टर की लापरवाही के कारण बच्चे की जान गई है। 
सीएम विंडो से सीएचसी पहुंची शिकायत-
पीडि़त परिवार का आरोप है कि सीएम विंडो की शिकायत सीएचसी में पहुंची, लेकिन अधिकारियों ने कोई कार्रवाई अमल में नही लाई, जिसके बाद मंगलवार को वे ग्रामीणों के साथ सीएचसी पहुंचें और एसएमओ से कार्रवाई की मांग की। जिसके बाद उनके ब्यान दर्ज किए गए। इस दौरान अर्पण अस्पताल की डॉक्टर को भी सीएचसी में बुलाया गया, लेकिन डॉक्टर की बेतुकी बातों से खफा पीडि़त परिवार ग्रामीणों के साथ अराइपुरा रोड स्थित अर्पण अस्पताल पहुंचा और जमकर बवाल काटा। ग्रामीणों ने अस्पताल की डॉक्टरों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई। 
जांच कर रिपोर्ट भेजी जाएगी-एस.एम.ओ.
एस.एम.ओ कुलबीर सिंह का कहना है कि अराइपुरा रोड स्थित अर्पण मेटरनिटी एवं जरनल अस्पताल की शिकायत सीएम विंडो के माध्यम से प्राप्त हुई है। जिसमें डॉक्टर रितू सिंधू द्वारा डिलीवरी के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाए है। जिसके बाद बच्चे की मौत होने का आरोप लगाया गया है। मामले की निष्पक्षता से जांच कर रिपोर्ट सीएम विंडों को भेजी जाएगी। 
बॉक्स में-
मैं मीडिया से कोई बात नही करना चाहती, आप बाहर निकल जाईए-डॉक्टर
जब मीडिया कर्मी अस्पताल में डॉ. रितू सिंधू से उनका पक्ष जानने के लिए पहुंचें तो उनका कहना था कि वे मीडिया से कोई बात नही करना चाहती और आप अस्पताल में बाहर निकल जाइये, जल्दी कीजिए और इतना कहकर डॉक्टर अपनी स्कूटी स्टार्ट कर वहां चली गई। 
फोटो केप्शन-अर्पण अस्पताल के बाहर नारेबाजी करते ग्रामीण व सीएचसी में एसएमओ के सामने अपनी बात रखते पीडि़त

No comments:

Post a Comment

मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...