by-parveen kaushik
और किसानो ने बताया 12 हजार रुपए प्रति एकड़ फसल को ऊंट के मुंह में जीरा,
कल कृषि मंत्री ने दिया था आग से जली फसल का 12 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा देने का बयान,
पुण्डरी में बैठक कर किसान यूनियन ने दी आंदोलन की धमकी
पुण्डरी -
पुण्डरी के किसान भवन मे आज भाकियू कार्यकर्ताओं की बैठक युवा भाकियू प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना एडवोकेट की अध्यक्षता मे संपन्न हुई । बैठक मे आग लगने की वजह से जलने वाली गेहूं की फसल का सरकार द्वारा 12 हजार रुपये प्रति एकड़ मुआवजे को ऊटं के मुंह मे जीरा बताया और कृषि मंत्री के बयान को किसानो के जले पर नमक छिड़कने का करार दिया। किसानो को सम्बोधित करते हुए युवा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम कसाना ने कहा कि किसानो का नुक्शान तो प्रति एकड़ 35-40 हजार रुपए के हिसाब से हुआ लेकिन कृषि मंत्री मात्र 12 हजार रुपए का मुआवजा देने की बात कहकर किसानो का मजाक उड़ा रहे हैं जिसको किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जायेगा। एकत्रित हुए किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की । उधर किसान नेताओं ने कहा कि आगामी 1 मई को कैथल के जवाहर पार्क मे किसान पंचायत का आयोजन किया जा रहा है जिसमे सरकार के इस मजाकिया मुआवजा राशि के विरोध में सख्त आंदोलन का ऐलान करने के बारे में फैसला लिया जायेगा। भूरा राम पबनावा प्रदेश महासचिव भाकियू ने किसानों से ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचने की अपील भी की।
आपको बता दें कि कल ही किसान कल्याण और कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने करनाल में बयान दिया था कि जानकारी मिली है कि प्रदेश भर में किसानो की फसल बिजली के शार्ट सर्किट व अन्य कई कारणों से जली है जिसका 12 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दिया जायेगा।लेकिन किसान नेता इसको ऊंट के मुंह में जीरा बता रहे हैं अर्थात यह मुआवजा राशि बेहद कम है। सरकार को चाहिए कि कम से कम 35-40 हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा दे अन्यथा सरकार के खिलाफ भाकियू एक बहुत बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी। जगवीर पयौदा, पिरथी कौल, नरेदर चनदलानां, कुलविनदर हाबडी, राजेश पुडरीं, तखत सिहं हाबडी, चमेल पबनावा, लहणा मुदडीं, राम पाल मुदडीं, गुरबाज हाबडी, सोहन मयौली, अनिल पयौदा, हरपाल सगरौली, रणधीर बरसाना, रणधीर सगरौली,आदि किसान मौजूद रहे।
No comments:
Post a Comment