BY-PARVEEN KAUSHIK
करनाल 19 अप्रैल,
बारिष के मौसम से पहले गंदे पानी की समूचित निकासी को सुनिष्चित बनाने के लिए नगर निगम ने युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियां षुरू कर दी हैं। निगम आयुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने आज मुगल कैनाल के साथ-साथ, सैक्टर-13 में वर्शों पहले हुडा द्वारा बनाए गए, ओर अब निगम के अधीन स्ट्रोम वाटर डिस्पोज़ल परिसरों का निरीक्षण कर वहां पाई गई खामियों को दुरूस्त करने, अतिरिक्त मषीनरी खरीदने और पुरानी की मरम्मत कर दुरूस्त बनाने के निर्देष संबंधित अधिकारियों को दिए। आयुक्त ने सभी कार्य 31 मई तक मुक्कमल करने की डेडलाईन भी दी। उनके साथ निगम के अधीक्षण अभियंता डी.आर.भास्कर, कार्यकारी अभियंता महीपाल सिंह तथा सहायक अभियंता धर्मवीर भी थे।
यह पहला मौका था, जब किसी आई.ए.एस. अधिकारी द्वारा, करीब 25 वर्श पहले बनाए गए स्ट्रोम वाटर डिस्पोज़ल परिसरों में जाकर वहां लगाई गई मषीनरी और उसकी हालत को चैक किया। उनके इस निरीक्षण के बाद स्ट्रोम वाटर डिस्पोज़ल्स की कार्यक्षमता में सुधार आएगा। इन डिस्पोज़ल्स में सैक्टरों व इस साईड के षहर से प्रतिदिन इक्कठा होने वाला वेस्ट वाटर मुगल कैनाल में जाता है।
आयुक्त ने सबसे पहले सैक्टर-13 में डिस्पोज़ल नम्बर 1 परिसर का निरीक्षण किया। यहां लगी एक मोटर डेड पाई गई। जनरेटर सैट की हालत भी कमोबेष ठीक नहीं थी। ऑपरेषन व मेंटेनेन्स सिस्टम भी दुरूस्त करने को था। उन्होने सहायक इंजीनियर धर्मवीर सिंह को कहा कि सभी कार्य 31 मई तक ठीक करवा लें। इसके पष्चात डिस्पोजल नम्बर 2 में इन्स्पैक्षन चैम्बर पर जाल लगाने, सम्पवैल अथवा बेकार पानी के कुंए पर स्टैप व गेट लगवाने, तथा आउटडोर मोटर की रिपेयर करवाकर पाईपों पर पेंट करवाने के निर्देष दिए। परिसर को अच्छी तरह से साफ-सुथरा रखने के लिए भी कहा।
डिस्पोज़ल नम्बर 3 में सम्पवेल इनलेट व आउटलेट, पाईपों को देखा। नया पम्प सेट व मोटर खरीदने के निर्देष दिए। इसी प्रकार डिस्पोज़ल नम्बर 4 में भी नई मोटर खरीदने के लिए टैण्डर लगाने, जेनरेटर सैट हायर करने तथा ऑपरेषन व मेंटेनेन्स के लिए अलग से एक कर्मचारी लगाने के भी निर्देष दिए। उन्होने 5 नम्बर डिस्पोज़ल परिसर में बिजली का नया कनैक्षन लेने, नया समर्सीबल पम्प व मोटर खरीदने तथा परिसर की चार दीवारी की मरम्मत करवाने के निर्देष दिए।
इसके पष्चात आयुक्त ने सैक्टर-7 की ग्रीन बेल्ट के साथ इंटरलॉकिंग पेवर ब्लॉक से बनी सड़क का निरीक्षण किया। 35 लाख से मुकम्मल किया गया सड़क का कार्य लगभग ठीक पाया गया। उन्होने सैक्टर-8 में इसी प्रकार के एक अन्य कार्य का निरीक्षण किया। यहां 47 लाख रूपये की लागत से, बिटुमिन निर्मित सड़कों को इंटरलॉकिंग पेवर ब्लॉक लगाकर मरम्मत करवाई जा रही है। उन्होने ब्लॉक उखड़वाकर उसके नीचे मैटिरियल की डैप्थ की जांच करवाई। उन्होने मौके पर मौजूद ठेकेदार को निर्देष दिए कि सड़कों पर कैम्बरिंग यानि बारिष के पानी के ढलान को ठीक से बनाए। सैक्टर-8 में ही एक पार्क के अन्दर ओपन एयर जिम के उपकरण लगाने के लिए तैयार प्लेटफार्म का भी उन्होने निरीक्षण किया।
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