स्कूल में छात्रा की पिटाई से छात्रा व परिवार दहशत में
छात्रा का कराया गया मैडिकल,
शिक्षा मंत्री को भेजी शिकायत
अभिभावक से दुव्र्यवहार
घरौंडा: प्रवीण कौशिक
केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार देश में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और पढेंगी
बेटियां तब ही बढ़ेंगी बेटियां जैसी सरकारी योजनाएं चला रही है । वहीं
गैरजिम्मेदार लोग सरकार की नीतियों पर सवालिया निशान पैदा करते है और
छात्रों के साथ किस प्रकार से व्र्यवहार करना चाहिए ये भी मानसिकता
बच्चो के भविष्य के साथ खिलवाड़ जैसा सलूक नजरिया पेश करती है । सरकारी
स्कूल में आम वर्ग के बच्चो को ही भेजा जाता है। और उनके साथ इस प्रकार
के मामले हो जाते है तो वो लाचार और बेबस हो जाता है। ऐसा ही एक मामला
यहां सामने आया है कि स्कूल मे छात्रों से टीचर किस तरह पेश आते हैं।
स्थानिय राजकीय गल्र्ज सिनियर सैकेंडरी स्कूल मे एक छट्टी कक्षा की
छात्रा को टीचर द्वारा डंडे से पीटे जाने पर मामला थाने तक पहुंच गया है।
छात्रा के अभिभावक ने जब इसकी शिकायत टीचर से की तो टीचर द्वारा उनसे भी
दुव्र्यहार का मामला प्रकाश मे आया है।
घरौंडा के वासी मनमोहन ने थाने मे दी शिकायत मे बताया है कि उसकी भतीजी
ने हाल ही मे राजकीय गल्र्ज स्कूल मे छट्टी कक्षा मे दाखिला लिया है। अभी
छात्रा ने नए सत्र के हिसाब से दो तीन दिन से स्कूल जाना आरम्भ ही किया
था। किसी भी विषय की पुस्तके बच्ची को नहीं उपलब्ध करवाई गई थी। उनकी
अंग्रेजी विषय की शांति गुप्ता अध्यपिका ने छात्रों को ब्लैक बोर्ड की
नक़ल से कुछ प्रश्न उतारने व् घर से याद करने आने को कहा । अगले दिन जब
वह स्कूल गई तो उसे कुछ हद तक प्रश्न याद करने में सफल व् कुछ याद करने
में असफल रही व् मैडम के पूछने पर ठीक से उतर नहीं दे पाई जिसका सबसे
बड़ा कारण अपने सामने बच्चो की डंडों से पिटाई होता देख जो उसे याद था
वो सब भी भूल गई और घबरा गई उसके ना सुनाने पर शांति गुप्ता मैडम ने
उसके हाथो पर जोर से डंडे मारे ।
मामला तब सामने आया जब वे उसे छुट्टी के बाद स्कूल लेने पहुंचे थे।
छात्रा कीर्ति (१०) के हाथ सुजे हुये थे । पुछने पर कीर्ति ने सारा
वाक्या अपने ताऊ मनमोहन को बताया। मनमोहन इसकी शिकायत करने स्कूल मे गये
तो टीचर ने उनको भी गवार कह कर दुव्र्यहार करते हुये कहा कि ये हमारा हक
है। मै तो ऐसे ही डंडो से बच्चों को मारूंगी। सारा मामला स्टाफ के सामने
हुआ। अन्य छात्रों ने भी मौके पर बताया कि ये टीचर बाल खींच कर मारती है।
यहां पढाना है तो पढाओ नही तो कहीं ओर ले जाओ। अपने बच्चो को घर बिठा लो।
मनमोहन कीर्ति को हस्पताल ले गये। दसका मैडिकल करवाया गया जिसतमे पुष्टि
की गई है की कीर्ति को स्टीक से पीटा गया है। उधर छात्रा के मन मे स्कूल
से नाम से डर समाया हुआ है। सारा परिवार व छात्रा दहशत मे है कि छात्रा
मानसिक तौर पर बिमार ना हो जाये।
मनमोहन ने शिक्षा मंत्री हरियाणा, विधायक, डायरेक्टर बोर्ड ऑफ स्कूल
एजुकेशन, डीसी करनाल व एसडीएम घरौंडा को पत्र लिख कर मांग की है उक्त
अध्यापिका शांति गुप्ता के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जावे ताकि
उनके साथ अन्य स्टाफ को भी सीख मिले ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना
ना घटे।
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