
सोमा कम्पनी ने स्थानीय वाहनों से भी टोल वसूलने की तैयारी की
ग्रामीणों व टोल अधिकारियों के बीच तीखी हुई नोंकझोंक
लोगों मे पनपा रोष
घरौंडा: प्रवीण कौशिक
नेशनल हाइवे नं.-1 पर बना बसताड़ा टोल प्लाजा एक बार फिर सुर्खियों में
सोमा कम्पनी ने स्थानीय वाहनों से भी टोल वसूलने की तैयारी कर ली है।
कम्पनी ने टोल प्लाजा से पांच किलोमीटर के दायरे से बाहर के इलाके के
वाहनों को टोल देने का फरमान जारी कर दिया है। टोल कम्पनी के इस ऐलान से
दर्जनों गांवो के सैकड़ों वाहन चालकों को झटका लगा है। क पनी के निर्णय
से भडक़े ग्रामीणों ने टोल प्लाजा पर सोमा क पनी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन
किया। गुस्साए लोगों ने चेतावनी दी कि वे किसी कीमत पर टोल अदा नहीं
करेगें। ग्रामीणों ने चेताया कि यदि एक सप्ताह के अंदर-अंदर टोल
अधिकारियों ने अपना फैसला नही बदला तो टोल प्लाजा पर धरना प्रदर्शन शुरू
कर देंगे।
बुधवार को गांव कोहंड के सैंकड़ों ग्रामीण सरपंच शेरपाल के नेतृत्व में
बसताड़ा टोल प्लाजा पर एकत्रित हुए और टोल अधिकारियों के निर्णय का विरोध
करते हुए जमकर नारेबाजी की। टोल पर हंगामा होता देख टोल अधिकारी मौके पर
पहुंचें और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया। ग्रामीणों व टोल
अधिकारियों के बीच तीखी नोंकझोंक हुई। मामला बढ़ता देख तहसीलदार सुरेश
कुमार, बीडीपीओ राजेश शर्मा व मधुबन थाना प्रभारी बलबीर सिंह पुलिस बल के
साथ मौके पर पहुंच गए और प्रदर्शनकारियों को समझा बुझाकर शांत किया।
सरपंच शेरपाल, ग्रामीण विनोद शर्मा, राजेश, विजय पाल, अमरजीत शर्मा,
अशोक, ओमकुमार, युधिष्ठर, राज सिंह का कहना है कि दो वर्ष पहले जब टोल
प्लाजा बनाया गया था, तब घरौंडा क्षेत्र के सभी गांव टोल फ्री किये गए
थे, लेकिन अब टोल अधिकारियों ने गांवों को चुन-चुन कर टोल वसूलना शुरू कर
दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उनको अपने कामों के लिए हर रोज करनाल
जाना पड़ता है और कई बार तो एक दिन में कई-कई चक्कर भी लगाने पड़ते है।
ऐसे में उनको हर बार टोल पार करने के लिए भारी भरकम टोल देना पड़ेगा।
जिससे उनको भारी नुकसान व परेशानी झेलनी पड़ेगी। ग्रामीणों का कहना है कि
जब टोल दो वर्ष से फ्री है, तो अब किस प्रकार की दिक्कत टोल अधिकारियों
को आ गई है। टोल किसी भी कीमत पर नही देंगे। ग्रामीणों ने टोल डीजीएम
संयज माथुर को ज्ञापन सौंपते हुए फैसला वापिस लिए जा ने की मांग की है।
साथ ही चेताया है कि यदि एक सप्ताह में अपना फैसला टोल अधिकारियों ने नही
बदला तो टोल प्लाजा पर टेंट लगाकर धरना प्रदर्शन शुरू कर देंगे।
सेटिंग कर करवाई जाती है गाडिय़ां क्रॉस-
प्रदर्शनकारियों ने टोल प्लाजा के अधिकारियों पर वाहन चालकों से मिलीभगत
कर गाडिय़ां क्रॉस करवाने का आरोप लगाया है। प्रदर्शनकारियों का आरोप है
कि यह सिलसिला काफी समय से चल रहा है। जिससे टोल क पनी को भी भारी चूना
लगाया जा रहा है। इतना नही नही ग्रामीणों ने टोल अधिकारियों पर भेदभाव का
भी आरोप लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि राजनीतिक दबाव के चलते टोल
अधिकारी उन गांवों की गाडिय़ों को क्रॉस करवा रहे है। जो उनके गांवों से
भी ज्यादा दूर स्थित है।
इन गांवों पर पड़ेगा असर-
टोल अधिकारियों के इस फरमान का असर कैमला, गुढा, अलिपुर खालसा, पुंडरी,
बरसत, कोहंड, शेखपुरा, स्टौंडी, गगसीना, अराइपुरा, कालरम, चौरा,
मुंढोगढ़ी, बलहेडा, डेरा संजयनगर सहित टोल प्लाजा से पांच किलोमीटर दूरी
पर स्थित सभी गांवों पर पड़ेगा।
वर्जन-
जिला प्रशासन ने पांच किलोमीटर तक के दायरे में आने वाले गांवों को टोल
टैक्स में छूट दी गई है। इससे बाहर आने वाले गांवों के वाहन चालकों से
टोल टैक्स वसूला जाएगा। टोल टैक्स वसूलने में किसी तरह का कोई भेदभाव नही
है। -संजय माथुर, डीजीएम, टोल प्लाजा
वर्जन-
किसी को भी कानूनी व्यवस्था बिगाडऩे नही दी जाएगी। टोल क पनी और
ग्रामीणों को निर्देश दिए गए है कि नियम के अनुसार टोल प्लाजा पर टोल
टैक्स लिया जाएगा। --बलबीर सिंह, थाना प्रभारी मधुबन
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