घरौंडा : प्रवीण कौशिक
आर.पी.आई.आई.टी कॉलेज बसताड़ा में सामाजिक समस्याएं एवं मीडिया विषय पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें संस्थान के डायरेक्टर डॉ. सौरभ गुप्ता व एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. मोहिंद्र सिंह मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए और समाज में मीडिया की भूमिका और एक अच्छे पत्रकार में होने वाले गुणों को लेकर अपने विचार साझा किए। साथ ही, एक्सपट्र्स ने पत्रकारिता के दौरान उत्पन्न होने वाली विषम परिस्थितियों में निपटने के तरीकों के बारे में भी जानकारी दी।
बृहस्पतिवार को आरपीआईआईटी में आयोजित मीडिया जागरूकता कार्यक्रम में संस्थान के एडमिनिस्टे्रटर डॉ. मोहिंद्र सिंह ने कहा कि जहां कहीं भी अन्याय है, शोषण है, अत्याचार, भ्रष्टाचार और छलना है उसे जनहित में उजागर करना पत्रकारिता का मर्म और धर्म है। हर ओर से निराश व्यक्ति अखबार की तरफ आता है। अखबार ही उनकी अन्धकारमय जिन्दगी में उम्मीद की आखिरी किरण है। उन्होंने कहा कि एक पत्रकार को रिपोर्टिंग के समय कई प्रकार की विषम परिस्थितियों से भी गुजरना पड़ता है, लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद भी पत्रकार अपनी कलम को धारदार बनाए रखते हैं। उन्होंने कहा कि एक अच्छे पत्रकार में मनोवैज्ञानिक, वकील, कुशल लेखक, वक्ता और गुप्तचर के गुणों का समावेश होना चाहिए। तभी वह एक घटना में समाचार का बोध कर उसे जनता के समक्ष ला पाता है। इसके अतिरिक्त उसे दूरदर्शी भी होना चाहिए, तभी वह यह समझ पाएगा कि किस खबर का लोगों, समाज और देश पर क्या प्रभाव पड़ेगा। वहीं कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. सौरभ गुप्ता ने कहा कि आज लोगों की जीवनशैली में जो परिवर्तन आया है,गरीबी अमीरी के बीच की खाई में जो कमगहराई देखने को मिला है,वह मीडिया परिवर्तन का फल हैं। व्यक्ति भले ही अभावों में जी रहा है,पर मीडिया के माध्यम से हर अच्छे व बुरे पहलू को समझ रहा हैं। वरिष्ठ पत्रकार हरिकृष्ण आर्य ने कहा कि पत्रकारिता का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है। कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। साथ ही जानकारी भी बढ़ती है। इस प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन होना चाहिए।
फोटो केप्शन-बसताड़ा आरपीआईआईटी में सेमिनार में हिस्सा लेते मीडियाकर्मी एवं जानकारी देते डॉ. मोहिंद्र सिंह
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