घर के गेट पर नीम की टहनी व हल्दी के थाप्पे लगाये गए।
घरौंडा : प्रवीण कौशिक
गांव रसीन में रहस्यमयी परिस्थितियों में एक विवाहिता की चोटी कटने का
मामला सामने आया है। आधी रात को चोटी कटने की घटना से पूरे गांव में दहशत
का माहौल है। ग्रामीणों में दहशत इतनी ज्यादा बढ़ गई है कि उन्होंने अपने
घरों के सामने नीम की टहनी व हल्दी के थाप्पे लगाने शुरू कर दिए है। चोटी
कटने की घटना आस-पास के गांवों में आग की तरह फैल गई और महिला के घर पर
लोगों का तांता लग गया। विवाहिता का दावा है कि चोटी काटने वाली महिला की
उसको परछाई दिखाई दी है।
गुरूवार की रात करीब 12 बजे रसीन निवासी राजू की पत्नी जैनब बाथरूम गई
थी। बाथरूम करने के बाद अपने कमरें में जैसे ही चारपाई पर लेटी तो अचानक
उसके बालों में खिचाओं शुरू हुआ। महिला ने साथ लेटे अपने बेटे से कहा कि
वह उसके बाल न खीचें, लेकिन उसके बेटे शाहरूख ने कहा कि वह तो दूसरी
चारपाई पर लेटा हूं। कहीं कोई तुम्हारी चोटी तो नही काट रहा। यह सुन
महिला तुरंत ही चारपाई पर बैठ गई और सिरहाने पर देखा तो जमीन पर बालों का
गुच्छा पड़ा था। महिला ने ऊपर नजर दौड़ाई तो उसे एक महिला की परछाई दिखाई
दी और उसकी चीख निकल गई। जिसे सुनकर घर के सभी सदस्य उठ गए। घबराई महिला
व उसके परिजनों ने परछाई का पीछा करने की कोशिश की तो परछाई एकाएक गायब
हो गई। जिसके बाद महिला बुरी तरह से घबरा गई। परिजनों ने घटना की सूचना
गांव के सरपंच राममेहर को दी। आखिर चोटी काटने वाला कौन था, उसकी तलाश
में परिजन ग्रामीणों के साथ पूरे गांव में घुमे, लेकिन उसका कुछ पता न
चला। सुबह जैसे ही आस-पास के ग्रामीणों को चोटी कटने की घटना की सूचना
मिली तो पीडित के घर लोगों का तांता लगना शुरू हो गया। हर कोई मामले की
जानकारी हासिल करने को उत्सुक दिखाई दिया।
काले कपड़े और लाल चुनरी में दिखाई दी महिला-
पीडि़त महिला जैनब का कहना है कि जिस महिला की उसने परछाई देखी। उसने
काले कपड़े व लाल रंग की चुनरी डाली हुई थी। जब वह चारपाई से उठकर घबराई
हुई हालत में उसका पीछा करने के लिए वह परछाई के पीछे गई, तो वह अचानक ही
गायब हो गई और उसकी घबराहट ओर भी ज्यादा बढ़ गई।
गांव में दहशत, संजीवनी बनी नीम की टहनी-
गांव में चोटी कटने के बाद पूरी तरह से दहशत का माहौल है। डरे हुए
ग्रामीण हर तरह के टोटको का इस्तेमाल कर रहे है। कोई नीम की टहनी लगा रहा
है तो किसी ने घर के गेटों पर हल्दी के थाप्पे लगाए हुए है। ग्रामीणों का
कहना है कि पहले वे भी इसे अफवाह समझ रहे थे, लेकिन कुछ न
कुछ तो बात है।
जो इस प्रकार की घटनाएं हो रही है।
पीडि़त परिवार ने नही लगाई दी टहनी-
चोटी कटने की घटनाओं की अफवाहों को लेकर ग्रामीणों ने पहले ही अपने घरों
पर नीम की टहनी लगा दी थी, लेकिन पीडि़त परिवार ने इसको अफवाह करार देते
हुए नीम की टहनी नही लगाई और जब रात के 12 बजे चोटी कटी तो, तुरंत ही घर
के गेट पर नीम की टहनी व हल्दी के थाप्पे लग गए।
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