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Wednesday, 16 September 2020

बिना किसानों की सहमति के उन पर काले क़ानूनों को थोपना सरकार की तानाशाही - भूपेंद्र सिंह हुड्डा

👉C2 फार्मूले पर MSP की गारंटी दे सरकारनहीं तो पंजाब की तरह तीनों क़ानूनों को करे ख़ारिज- हुड्डा

👉किसान नेताओं से बात करने की बजाय सरकार उन्हें कर रही है बार-बार बेइज्जत और गिरफ्तार - हुड्डा

👉हरियाणा में लागू नहीं होने देंगे तीनों क़ानूनबड़े से बड़ा आंदोलन करने के लिए हम तैयार- हुड्डा

👉बीजेपी-जेजेपी ने की तानाशाही तो कांग्रेस सरकार आते ही खारिज किए जाएंगे तीनों क़ानून- हुड्डा

 करनाल,16 सिंतबरःप्रवीण कौशिक

बिना किसानों की सहमति के उन पर 3 काले क़ानून थोपना तानाशाही है। कांग्रेस हर स्तर पर तीनों क़ानूनों का विरोध करेगी। इसके लिए बड़े से बड़ा आंदोलन करना पड़ा तो हम उसके लिए तैयार हैं। अगर सरकार ने अपनी तानाशाही जारी रखी तो प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनते ही इन काले क़ानूनों को ख़त्म किया जाएगा। ये कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। हुड्डा लगातार प्रदेश की अनाज मंडियों का दौरा कर रहे हैं।

इसी कड़ी में आज उन्होंने घरौंडा और करनाल अनाज मंडियों का दौरा किया। यहां उन्होंने मंडी में मौजूद किसान, मजदूर और आढ़तियों से मुलाक़ात की। इस मौक़े पर नेता प्रतिपक्ष ने दोहराया कि बिना स्वामीनाथन के सी2 फार्मूले वाली MSP के 3 नए कृषि क़ानून किसान को मंज़ूर नहीं है। इसलिए सरकार को इसमें MSP की गारंटी का प्रावधान जोड़ना चाहिए। अगर वो ऐसा नहीं करती है तो पंजाब सरकार की तरह तीनों काले क़ानूनों को सिरे से खारिज कर देना चाहिए। पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा अनाज मंडी में किसान, आढ़ती व मजदूरों से संवाद करने पहुचे ।पूर्व मुख्यमंत्री  हुड्डा ने कहा तीनो अध्यादेशों से कृषि व्यवस्था और मंडिया  खत्म हो जाएगी ।  और इस धान की सरकारी खरीद की नीति को राईस मिलर्स  स्वीकार नही करेंगे। तीनो अध्यादेशों के लागु होने से किसान ,आढ़ती व् व्यापारी भूख मरी  के कगार पर आ जायेगा।  पूर्व सीएम का ऐलान  किया की किसी भी कीमत पर प्रदेश में  तीनों अध्यादेश  को लागु नहीं होने दिया जायेगा। 

मंडी में शुरू हो चुके धान के सीजन में किसानों, आढ़तियों ओर मजदूरों से बातचीत करने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा ओर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप शर्मा घरौंडा  मंडी में पहुंचे ।  मंडी में पहुंचने पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव रघुबीर संधू  व् अन्य कांग्रेसी नेताओं ने हुड्डा का स्वागत किया। मंडी आढ़ती महेंदर गर्ग ,सुरेश गोयल ओर राईस मिलर्स  सतीश गोयल के साथ आढ़तियों व् राईस मिलरों के दल ने हुड्डा के सामने अपनी समस्याएं रखी । व्यापारियों ने कहा कि अध्यादेशों से मंडी ओर आढ़ती  समाप्त हो जायेगे । किसानों ने कहा कि मंडी में उनकी धान ओने पौने दामो पर बिक रही है । 1509 धान के रेट पिछले साल की तुलना में 500 से 700 रुपये कम है जिससे किसानों को मोटा नुकसान हो रहा है । लोगो से जनसंवाद के बाद हुड्डा ने कहा कि वे तीनों अध्यादेश प्रदेश में लागू  कर  भाजपा  सरकार प्रदेश में काला कानून लाने  का कार्य कर रही है। जिसको कांग्रेस पार्टी बिलकुल  बर्दास्त नहीं करेगी।  उन्होंने कहा  की संकट ही इस घड़ी में पूरी कांग्रेस किसानो व् आढ़ती भाइयो से साथ खड़ी है   किसानों के हितों के लिए वे हर तरह से लड़ाई लड़ेंगे ।भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि पंजाब की तर्ज पर प्रदेश की सभी पार्टियों और किसान संगठनों को एक सुर में किसान विरोधी फ़ैसलों का विरोध करना चाहिए। लेकिन बीजेपी किसानों में फूट डालने और मुद्दे को भटकाने की कोशिश में लगी है। किसान नेताओं से बात करने की बजाए उन्हें बार-बार बेइज्जत और गिरफ्तार किया जा रहा है।

पत्रकारों को संबोधित करते हुए भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि उनकी सरकार के दौरान भी किसान अपनी मांगों को लेकर आवाज़ उठाते थे। उस वक्त किसानों से बात करके हमेशा उनकी समस्या का समाधान करने की कोशिश की जाती थी। लेकिन इस सरकार में किसान की आवाज़ को लाठियों से दबाया जाता है। किसान और पूरा हरियाणा किसान पर लाठियां बरसाने वाली इस गठबंधन सरकार को कभी माफ़ नहीं करेगा। अन्नदाता पर चलने वाली हर लाठी सरकार की ताबूत में कील का काम करेगी।

 हुड्डा ने कहा कि आज प्रदेश का किसान फसलों के उचित दाम मांग रहा और सरकार MSP से ही पीछा छुड़वाना चाहती है। सरकार महंगाई और किसान की लागत तो लगातार बढ़ा रही हैलेकिन MSP में बढ़ोतरी करने को तैयार नहीं है। जबकि कांग्रेस सरकार के दौरान अलग-अलग फसलों के MSP में रिकॉर्ड 2 से 3 गुना की बढ़ोतरी हुई थी।

 आपको बता दें कि हुड्डा सरकार के दौरान गेंहू की MSP करीब ढाई गुणा बढ़कर 600 से बढ़कर 1425 रुपये हुई थी। गन्ने का भाव 117 से करीब 3 गुणा बढ़ाकर 310 रुपये किया गया था। किसान को 15वें दिन पेमेंट कर दी जाती थी। जबकि बीजेपी सरकार में गन्ने का दाम 20-30 रुपये ही बढ़ा है और किसान को कई महीनों तक पेमेंट नहीं मिलती है। हुड्डा सरकार आते ही 1600 करोड़ के किसानों के बिजली बिल और 2200 करोड़ के कर्ज़ माफ़ किए थे। इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी देश के किसानों के 70 हज़ार करोड़ के कर्ज़ माफ़ किए थे।

 घरौंडाकरनाल के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा कुरुक्षेत्र पहुंचे। यहां उनसे मिलने आए किसानमजदूर और आढ़तियों ने बताया कि आज प्रदेश का हर वर्ग उनके कार्यकाल की किसान हितैषी नीतियों को याद कर रहा है। लोगों ने अभी से मन बना लिया है कि जितनी जल्दी हो सके जनता विरोधी इस गठबंधन सरकार को उखाड़ फैंकना है।

ये रहे मौजूद:

इस मौक़े पर उनके साथ पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मापूर्व मंत्री जयप्रकाशविधायक बीबी बतरापूर्व विधायक नरेंद्र सांगवानभीमसेन मेहतात्रिलोचन सिंहराजेंद्र बालारण पाल संधूरघुबीर संधूअनिल राणाधर्मपाल कौशिकपरमजीत लाठरबीबी सुरेंद्र कौर और हरिराम साबा, विधायक धर्म सिंह छोककर ,कृष्ण शर्मा ,पंकज पुनिया ,राजिंदर पाल ,विनीत संधू  आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।  

 

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