SPECIAL BY PARVEEN KAUSHIK--
घरौंडा :
श्री रामलीला कमेटी एवं आदर्श ड्रामेटिक क्लब घरौंडा पिछले 90 वर्षाे से रामलीला मंचन करती आ रही है। रामलीला का मंचन करने वाले कलाकारों ने रामायण के पात्रों को जिया है। रामायण के पात्रों का किरदार निभाने वाले कलाकारों ने अपने जीवन के कई दशक रामलीला को दिए है और वे आज भी मंचन के दौरान उन्हीं किरदारों को जीते है। हालांकि अब कुछ दशकों से आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी रामलीला का मंचन किया जा रहा है। लेकिन एक ऐसा भी समय था, जब आस-पास के गांव में कहीं पर भी रामलीला नही होती थी और घरौंडा रामलीला को देखने के लिए लोग घोड़े-बुग्गियों, तांगों, साईकिलों, यहां तक कि पैदल चलकर रामलीला देखने के लिए आते थे।
घरौंडा रामलीला में डॉ. वेदप्रकाश, रमेश कुमार गुप्ता, गुलशन जुनेजा, पूर्व पार्षद रमेश धीमान, रामनिवास विश्वकर्मा, सुरेंद्र जांगड़ा जैसे कलाकारों ने रामलीला में 40 से 50 साल तक काम किया है और आज भी सक्रिय रूप से रामलीला कमेटी में अपना योगदान दे रहे है। हालांकि नए कलाकारों ने भी रामलीला मंचन में अपनी कला का प्रदर्शन कर दर्शकों का अपनी ओर ध्यान आकर्षित किया है।
भगवान राम के किरदार से मिली अलग पहचान- मुनीष गुप्ता
रामलीला में मुनीष गुप्ता पिछले 24 वर्षो से भगवान श्री राम का किरदार निभा रहे है। समय दर समय उनकी कलाकारी में एक निखार आया है। जिसकी वजह से ही आज उनको घरौंडा में अलग पहचान मिली है। मुनीष गुप्ता का कहना है कि रामलीला में युवा अवस्था में ही राम किरदार निभाना शुरू कर दिया था और राम का पात्र निभाने पर उनको शहर में एक अलग पहचान मिली है, साथ ही किरदार के अनुसार विनम्रता का भाव भी आया है।
50 साल से कर रहे है काम डॉ. वेदप्रकाश
डॉ. वेदप्रकाश 50 साल से रामलीला में संरक्षक के रूप में कमेटी व कलाकारों का मागदर्शन करते आ रहे है और उनके मार्गदर्शन में ही रामलीला अपने कार्य में सुधार करती आ रही है और घरौंडा जैसी रामलीला आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों में कहीं पर भी नही होती है।
किरदार में लगाते है जी-जान-गुलशन जुनेजा
रामलीला में गुलशन जुनेजा 50 साल से रामलीला से जुड़े हुए है और आज भी सक्रिय रूप से कलाकारों का मार्गदर्शन कर रहे है। इन्होंने गुरू विशिष्ठ व विभीषण की भूमिका निभाई है और अपने किरदार को निभाने में पूरी जी-जान लगाते है।
कभी राजा दशरथ, तो कभी रावण-
रमेश कुमार गुप्ता कहते है कि उन्होंने रामलीला में 40 साल तक दशरथ और रावण का किरदार निभाया है। जिससे उनके जीवन में भी बदलाव आया।
नन्हा कलाकार तुषार गुप्ता-
भगवान राम का किरदार निभाने वाले मुनीष गुप्ता अपने 11वर्षीय बेटे तुषार को भी रामलीला के माध्यम से एक अच्छा कलाकार बनाना चाहते है। जिससे तुषार पिछले 3 सालों से मक्करध्वज व अंगद का किरदार निभा रहा है।
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