ददलाना : 23 सितम्बर, पुरूषोतम
मंडियों० में अभी 1509 किस्म की धान पहुंच चुकी है और अब 1121 वैरायटी पककर लगभग तैयार हो चुकी है और आने वाले एक आध सप्ताह में उसकी कटाई भी शुरू हो जाएगी। लेकिन मौसम की मार से किसानों का नही लग रहा कि उनकी फसल खेत से सुरक्षित उठ पाएगी। किसान ईश्वर पाल राणा, घनश्याम पाल, सुरेंदर कुलदीप, मुकेश, सुखबीर, हरभजन नंबरदार, महेंद्र नंबरदार, पवन राणा, बृजपाल, राजेंद्र राणा आदि का कहना है कि बेमौसमी बारीश के कारण धान की फसल पूरी तरह से लेट चुकी है। खेत में शायद की कोई ऐसा कोना होगा, जो बचा हुआ हो। अभी 1509 कट चुकी है और 1121 कटने वाली है। ऐसे में अचानक बारीश के कारण उनकी फसल में बीमारियां बढ़ेगी। जो फसल को खासा नुकसान पहुंचाएगी।
कृषि विशेषज्ञों की माने तो यदि हल्की फुल्की बारीश होती तो फसल को कोई नुकसान न होता, लेकिन बारीश काफी अच्छी मात्रा में हुई है और तेज हवाओं के कारण फसलें भी खेतो में बिछ चुकी है। यदि आगे भी कोई बारीश होती है तो खेतों में काले मच्छर का प्रभाव बहुत ही अधिक बढ़ जाएगा। जो फसल को नुकसान पहुंचाएगा। ऐसे में किसानों को सावधानियां बरतने की जरूरत है। कृषि अधिकारी अनिल कुमार का कहना है कि जितनी ज्यादा बारीश होगी, उतना ज्यादा काला मच्छर बढ़़ता जाएगा।
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