नाबालिग ने बंधक बनाने वाले पर मारपीट करने व घर के काम करवाने का आरोप
बाप ने 500 रुपए में बेचा नाबालिक को
ददलाना/ घरौंडा: प्रवीण कौशिक
गांव ददलाना में बाल कल्याण समिति की टीम ने पांच साल से बंधक नाबालिग को
नाबालिग को अपनी कस्टडी में ले लिया है। नाबालिग ने बंधक बनाने वाले पर
मारपीट करने व घर के काम करवाने का आरोप लगाया है। टीम बच्चे की
काउस्लिंग कर परिजनों से स पर्क करेगी और पूरे मामले की गहनता से जांच
करेगी। मामले में अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई अमल
में लाई जाएगी। बुधवार को बाल कल्याण समिति की टीम को गांव ददलाना में घर
पर एक नाबालिग को पांच साल से बंधक बनाकर उससे जबरदस्ती घर का काम करवाने
की सूचना मिली। बाल कल्याण विभाग की टीम की अधिकारी सरोज कुमारी व किरण
मलिक सीजेएम मोहित कुमार के नेतृत्व में ददलाना पहुंची। सीजेएम ने
योजनबद्ध तरीके से मिंटू राणा के घर नाबालिग को सरपंच के घर पर बुलवाया।
जहां सीजेएम मोहित कुमार व समिति की अधिकारियों ने नाबालिग से पूछताछ
शुरू कर दी। अधिकारियों की टीम को देख नाबालिग का हौंसला बढ़ा और उसने
अपनी पूरी आपबीती अधिकारियों के सामने ब्यां कर दी।
नाबालिग ने बताया -
वह किसी निटू नामक व्यक्ति के घर में पंाच साल से काम करता है और जब भी
अपने घर जाने की बात करता है तो उसे जाने नही दिया जाता। यहां तक की उसे
काम करने के लिए पैसे भी नही दिए जाते। अगर कहीं जाने का नाम लेता है तो
डराया धमकाया जाता है।
बाप ने 500 रुपए में बेचा-
नाबालिग ने बताया है कि उसे उसके बाप ने 500 रुपए में दिल्ली में बेच
दिया था। जिसके बाद उसे कोई गांव ददलाना में छोड़ गया और वह करीब पांच
साल यह यहां रहकर किसी निटू राणा के घर पर बंधवा मजदूरों की तरह काम कर
रहा है। जिसे न तो पैसे दिए जाते और न ही उसे घर जाने दिया जाता।
नाबालिग सीजेएम मोहित कुमार व समिति की महिला सदस्यों ने नाबालिग से
जैसे ही पूछताछ शुरू की तो, वह सिर्फ एक ही रट लगाता दिखाई दिया कि उसे
घर जाना है। पांच साल हो गए है, मालिक उसको न तो पैसा देता है और न ही
उसको घर जाने देता है। मुझे अपने बाप से मिलना है। नाबालिग ने अपना नाम
बबलू बताया। बबलू करीब 14 साल का है और बिहार के किंदवा गांव का रहने
वाला है। नाबालिग ने बताया है कि उसको उसके बाप से मिलाने के नाम पर
दिल्ली ले जाया गया। जहां लेकर जाकर किसी बाहरी व्यक्ति से उसकी पिटाई
करवाई। जिसमें उसका दांत भी टूट गया।
गुप्त सूचना मिली थी-
सरोज कुमारी बाल कल्याण समिति की मे बर सरोज कुमारी व किरण मलिक ने बताया
है कि गांव ददलाना में एक नाबालिग से पांच साल से बंधवा मजदूरों की तरह
का लिए जाने की सूचना मिली थी। जिसके बाद वे टीम के साथ यहां आए है और
बच्चे से पूछताछ की गई है। पूछताछ में सामने आया है कि बच्चे बिहार का
रहने वाला है और उसकी सौतेली मां भी है, जिसके चार बच्चे है और एक इसकी
सग्गी बहन भी है। जिसमें बच्चे ने पूरी जानकारी दी है। अब जानकारी के
आधार पर बच्चे के परिजनों को बुलाया जाएगा और जो भी कार्रवाई होगी अमल
में लाई जाएगी।
बच्चा लगा रहा है झूठे आरोप-
वहीं नाबालिग को घर में रखने वाले लोगों ने नाबालिग के आरोपों को झूठा
बताया है। परिवार के सदस्य रमन कुमार ने बताया है कि बच्चा करीब 15 दिन
पहले आया था और उसे भूख लगी थी। जिसको खाना भी खिला दिया गया था। बच्चे
ने बताया था कि उसके बाप ने उसकी पिटाई की है और वह घर से भाग कर आया है
और उसने स्वयं कहा था कि उसको घर में रख लिया जाए। जबकि उसको रखने से मना
कर दिया गया था।
कहा अधिकारी ने--
नाबालिग से पूछताछ की गई है। जिसमें उसने अपने घर व गांव का पूरा विवरण
दिया है। नाबालिग को कस्टडी में ले लिया गया है। बच्चे की काउंसलिंग की
जाएगी। जानकारी के आधार पर बच्चे के परिजनों से स पर्क किया जाएगा। अगर
बच्चा उनका है तो वे लेने के लिए जरूर आएंगे। उसके बाद सभी के ब्यान
लिखकर दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।
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