घरौंडा:पवन अग्रवाल
मलिकपुर गांव कृषि विभाग की ओर से किसान जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कृषि अधिकारियों ने किसानों को फसल अवशेष प्रबंधन की जानकारी दी। साथ ही फसल अवशेष जलाने से होने वाले नुकसानों से अवगत करवाया। इसके अतिरिक्त किसानों को कृषि यंत्रों पर मिलने वाली अनुदान राशि की भी जानकारी दी।सोमवार को मलिकपुर गांव में फसल अवशेष प्रबंधन पर आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता खंड कृषि अधिकारी डॉ. राहुल दहिया ने की। कृषि अधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान फसल अवशेषों को आग के हवाले करके पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाते है। पर्यावरण के साथ भूमि के मित्र किट भी नष्ट हो जाते है और भूमि की उर्वरा शक्ति पर भी असर पड़ता है। किसानों को फसल अवशेषों में आग नहीं लगानी चाहिए। यदि कोई आग लगाता है तो उस पर जुर्माना भी किया जाता है। किसान फसल अवशेषों का कृषि संयंत्रों के माध्यम से नष्ट करें और पर्यावरण को दूषित होने से बचाए। उन्होंने बताया कि कृषि कल्याण विभाग करनाल किसानों को फसल अवशेष प्रबन्धन में काम आने वाले सयंत्रों पर 80 प्रतिशत अनुदान दे रहा है। कृषि विस्तार सलाहकार घरौंडा व पूर्व विषय विशेषज्ञ कृषि किसान कल्याण विभाग हरियाणा ने किसानों को हैप्पी सीडर मशीन से फानों में गेहूं की बिजाई करने के लाभ बताए। उन्होंने कहा कि इस तरह बिजाई करने से 1200 से 1500 रूपए प्रति एकड़ गेहू की बिजाई पर खर्चे में बचत होगी। वहीं हैप्पी सीडर मशीन से जो किसान पिछले तीन वर्ष से गेहंू की बिजाई कर रहे है। उसमें रासायनिक खाद की मात्रा लगातार कम हो रही है। सहायक तकनीकी प्रबंधक नरेश कुमार ने बताया कि कृषि विभाग किसानों को सोसाइटी के तहत कृषि यंत्रो पर 80 प्रतिशत अनुदान दे रहा है। उन्होंने सभी किसानों को खरीफ की फसलों का मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाने का आह्वान किया।
No comments:
Post a Comment