पानीपत रिफाइनरी एवं पेट्रोकेमिकल कॉम्पलेक्स ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) पानीपत के साथ नई ट्रेड “फायर टैक्नोलोजी तथा इंडस्ट्रियल सेफ्टी मैनेजमेंट” आरंभ करने हेतु एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) धर्मेन्द्र सिंह उपायुक्त पानीपत तथा जी.सी. सिकदर कार्यकारी निदेशक पीआरपीसी की उपस्थिति में किया ।
यह समझौता ज्ञापन भारत सरकार की दोहरी प्रशिक्षण प्रणाली (डीएसटी) योजना के तहत किया गया है । इस योजना का उद्देश्य उद्योगों और प्रतिष्ठानों को आईटीआई के साथ उच्च रोजगार पाठ्यक्रमों के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने के लिए सक्षम बनाना है । ताकि उद्योगों में कुशल कर्मियों की जरूरतों को पूरा किया जा सके। डीएसटी - आईटीआई के माध्यम से प्रदान किए गए सैद्धांतिक प्रशिक्षण और उद्योग के माध्यम से प्रदान किए गए व्यावहारिक प्रशिक्षण का एक मिश्रण है।
इस अवसर पर धर्मेन्द्र सिंह उपायुक्त पानीपत ने इंडियन ऑयल का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझौता ज्ञापन छात्रों के लिए एक अच्छी शुरुआत है । जिससे छात्रों को जहां एक और अच्छा अनुभव प्राप्त होगा, वहीं दूसरी और इससे उद्योगों में कुशल कर्मियों की जरूरत भी पूरी होगी ।
वंही जी.सी.सिकदर, कार्यकारी निदेशक पीआरपीसी ने कहा कि इंडियन ऑयल पीआरपीसी पानीपत / करनाल व आसपास के गांवों तथा स्कूलों में जीवन स्तर, गुणवत्ता शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता में सुधार, पर्यावरण संरक्षण, महिला सशक्तिकरण तथा कौशल विकास आदि के लिए प्रतिबद्ध है। इसी कड़ी को जारी रखते हुए आज यह समझौता ज्ञापन किया गया है । ताकि पानीपत के युवाओं को इस नई ट्रेड के माध्यम से सैद्धांतिक और व्यावहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से विभिन्न उद्योगों में रोजगार के उचित अवसर मिल सकें । यह समझौता ज्ञापन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान पानीपत की ओर से प्रिन्सिपल डॉ कृष्ण कुमार तथा इंडियन ऑयल की ओर से महुआ बसु मुख्य-महाप्रबंधक के बीच हुआ । यह समझौता ज्ञापन राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पानीपत और पीआरपीसी के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ । इस अवसर पर पीआरपीसी की ओर से वी.एस. रावत उप-महाप्रबन्धक व राकेश रौशन, वरिष्ठ प्रबंधक तथा आईटीआई से शिक्षक एवं स्टाफ मौजूद थे
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