नगरपालिका शहर में सार्वजानिक स्थलों पर कैबिन टॉयलेट लगवा रही है। एक अनुबंध के तहत बाला जी सोसाईटी चिन्हित किये गए स्थानों पर तीस टॉयलेट लगाएगी और इन शौचालयों का रखरखाव भी करेगी। इस कैबिन टॉयलेट की खासियत यह है कि इसे बेहद कम स्पेस में लगाया जा सकता है। नपा सचिव से मिली जानकारी के अनुसार पी-ट्रैप तकनीक से तैयार हुए ये कैबिन टॉयलेट दुर्गन्ध रहित होंगे और इनमें पानी, साबुन व लाईट का प्रबंध किया गया है।
कैबिन टॉयलेट शहर के भीड़भाड़ वाली मार्किट व ऐसे संकरे सार्वजानिक स्थल पर स्थापित होंगे, जहाँ शौचालय बनाने के लिए पर्याप्त जगह उपलब्ध नहीं है। नगरपालिका सचिव रविप्रकाश ने बताया कि शहर के तकिया बाजार, करनाल साईड के बस स्टैंड, रेलवे रोड, फुरलक रोड मार्किट, मनी राम मंडी, रेलवे पार्क व कई अन्य स्थानों पर शौचालयों की बहुत अधिक जरूरत है। इन स्थानों के लिए कैबिन टॉयलेट सबसे उपयुक्त है क्योकि ये टॉयलेट बहुत कम स्पेस में लगाया जा सकता है। सचिव ने कहा कि सार्वजानिक स्थानों पर तीस टॉयलेट लगाये जायेगे। बस स्टैंड, मार्किट व पार्क में शौचालय सुविधा मिलने से महिलाओ को दिक्कतों का सामना नही करना पड़ेगा।सचिव रवि प्रकाश ने बताया कि कैबिन टॉयलेट फाईबर से निर्मित इनबिल्ट शौचालय है। इसकी रूफ पर 200 लीटर क्षमता का पानी का टैंक लगा है और अंदर इन्डियन सीट लगाईं गई है। दुर्गन्ध की समस्या को दूर करने के लिए इस टॉयलेट में पी-ट्रैप लगाया गया है। टॉयलेट के अंदर लाईट की सुविधा दी गई है और एक छोटा वाशबेसन तथा मिरर लगा हुआ है। जिन स्थानों पर कैबिन टॉयलेट लगाये जायेगें वहां पर इन्हें सीवर लाईन व वाटर सप्लाई से जोड़ा जायेगा। कैबिन टॉयलेट में साबुन व हैंडवाश की सुविधा भी उपलब्ध रहेगी।👉प्रति टॉयलेट 4800 महीना होगा खर्च-
शहर में कैबिन टॉयलेट लगाने के लिए नगरपालिका ने बाला जी सोसाईटी से अनुबंध किया है। इस अनुबंध के अनुसार शहर में लगने वाले सभी कैबिन टॉयलेट खरीदने व स्थापित करने का खर्च सोसाइटी का होगा।
सचिव रविप्रकाश ने बताया कि एक शौचालय के रखरखाव व सफाई व्यवस्था के लिए नगरपालिका द्वारा सोसाईटी को प्रति माह 4800 रूपये दिए जायेगे। पन्द्रह टॉयलेट महिलाओ के लिए लगेगे।
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