पार्षदों का आरोप-प्रधानमंत्री आवास योजना की किश्त जारी करने पर पात्र परिवारों से की जाती है हजारों रुपए की डिमांड।
-मामले की जानकारी देते पार्षद ओंकार दत्त शर्म
घरौंडा: पवन अग्रवाल
नगरपालिका के दो पार्षदों ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर चल रहे भ्रष्टाचार का खुलासा किया है। पार्षदों का आरोप है कि योजना के तहत आर्थिक लाभ लेने के लिए पात्र गरीब परिवारों को घुस देनी पड़ती है। इतना ही नहीं योजना के तहत लोन पास करवाने की एवज में नकदी या फिर महंगें मोबाइल फोन लिए जाते है। बीती 14 अगस्त को हुई नपा सदन की मीटिंग में भी पार्षदों ने पीएम आवास योजना में जारी घूसखोरी के खिलाफ आवाज उठाई थी।
-मामले की जानकारी देते पार्षद विकास शर्मा
केंद्र सरकार 2022 तक सभी के सिर पर पक्की छत देने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना लेकर आई। गरीब तबके को योजना का लाभ लेने के लिए भी घूस देनी पड़ रही है। हालांकि लोगों ने दबी जुबान में भ्रष्टाचार के आरोप लगाए लेकिन कोई लिखित शिकायत न होने के कारण मामला ठंडा पड़ गया। बीते शुक्रवार 14 अगस्त को नगरपालिका में हुई पार्षदों की बैठक में पार्षद ओंकार शर्मा, विकास कुमार व विक्रमजीत ने आवास योजना को लेकर गम्भीर आरोप लगाए। भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले पार्षदों का कहना है कि योजना के तहत मकान बनाने की स्वीकृति मिलने के बाद कर्मचारी पैसों की मांग करते है। किश्त की राशि जारी करने के लिए पात्र परिवारों से दस से पन्द्रह हजार रूपये लिए जा रहे है। पार्षद ओंकार व विकास ने घूसखोरी के इस खेल में अपने कुछ पार्षद साथियों के शामिल होने के आरोप भी जड़े है। इन आरोपों के अनुसार, योजना का कार्य देखने वाले नगरपालिका कर्मचारी से दो लोगों ने मोबाईल फोन गिफ्ट में लिए है। ओंकार शर्मा ने इस मामले की जांच करवाए जाने की मांग की है।
वर्जन-
वर्जन-
शहर में पीएम आवास योजना का कार्य अच्छा चल रहा है, कहीं कोई भ्रष्टाचार नहीं है। हरियाणा में सबसे अधिक मकान घरौंडा नगरपालिका क्षेत्र में स्वीकृत हुए है। किसी व्यक्ति या कर्मचारी से पैसे व मोबाईल फोन लिए जाने जैसी कोई बात नहीं है।
-अमरीक सिंह्र, प्रधान नगरपालिका घरौंडा।
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