इंसानों के खाने लायक नही
. ग्रामीणों के विरोध के बाद खाध्य आपूर्ति विभाग में हडकम्प मचा गया है
- घरौंडा : प्रवीण कौशिक
खाध्य आपूर्ति विभाग के गोदामों से डिपो होल्डर्स को सड़ा हुआ गेहू भेजा जा रहा है . राशन डिपो पर पंहुचा गेहू किसी सूरत में इंसानों के खाने लायक नहीं है लिहाजा ग्रामीणों ने सड़ा हुआ गेहू लेने से इंकार कर दिया है . ग्रामीणों के विरोध के बाद खाध्य आपूर्ति विभाग में हडकम्प मचा गया है . सरकारी डिपो पर जांच के लिए पहुचे विभाग के अधिकारी ने स्वीकार किया की वितरण के लिए दिया गया गेहू खऱाब है . आनन् फानन में विभागीय अधिकारियो ने डिपो होल्डर्स को खऱाब गेहू वापस भेजे के निर्देश दे दिए है . सरकारी कट्टो में सड़ा हुआ गेहू मिलने से विभाग पर कई तरह के सवाल उठने शुरू हो गए है .
सरकारी गोदामों में रखे गेहू का वजन बढाने के लिए खेले गए पानी के खेल की पोल अब खुलने लगी है . पानी में भिगोया गया गेहू सड़ चूका है और इंसानों के खाने लायक नहीं रहा . खाध्य आपूर्ति विभाग के गोदाम में कर्मचारी खऱाब हो चुके गेहू को नए कट्टो में पैक कर रहे है . खाध्य आपूर्ति विभाग के अधिकारियो ने खऱाब हुए गेहू के सैकड़ो कट्टो को ठिकाने लगाना शुरू कर दिया है . इस माह सड़े हुए गेहू के सैकड़ो कट्टे डिपो होल्डर्स को भेजे जा चुके है . इस खऱाब अनाज को पीडीएस सिस्टम के तहत गरीबो को दिया जायेगा . सरकारी डिपो पर पहुचे इस सड़े हुए अनाज का विरोध शुरू हो गया है और ग्रामीणों ने खऱाब गेहू लेने से इंकार कर दिया है . मामले की सुचना लगते ही ग्राम पंचायत पूंडरी के सरपंच डिपो पर पहुचे और डिपो होल्डर को चेतावनी दी की सड़ा हुआ गेहू किसी सूरत में गरीबो को बांटा नहीं जायेगा . ऐसे में बड़ा सवाल यह है की आखिर सरकारी गोदामों में रखा गया गेहू खऱाब क्यों हुआ और इसके लिए जिम्मेदार कौन है .
जानवरों के खाने लायक भी नहीं राशन का गेहू
डिपो पर गेहू लेने पहुचे ग्रामीणों ने खऱाब अनाज लेने से इंकार कर दिया है . ग्रामीण विजय कुमार, आरोप है की राशन डिपो पर भेजा गया गेहू इंसानों तो क्या जानवरों के खाने लायक भी नहीं है . ग्रामीणों के विरोध के बाद गेहू की जांच के लिए फ़ूड एंड सप्लाई इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ मोके पर पहुचे और कट्टो की जांच की . उन्होंने स्वीकार किया की डिपो पर पहुचे गेहू के कुछ कट्टो में खऱाब गेहू है . जांच में खुलासा हुआ की डिपो पर पहुचे गेहू के ऐसे सैकड़ो कट्टे है जिनकी सिलाई हाथ से की गई है और इन कट्टो में बेहद घटिया क्वालिटी का आनाज है . फ़ूड सप्लाई इंस्पेक्टर ने डिपो होल्डर्स को निर्देश दिए की जिस भी डिपो पर हाथ की सिलाई वाले कट्टे पहुचे है उन्हें वापस भेज दिया जाये . अभी तक क्षेत्र के दर्जनों डिपुओ पर सैकड़ो कट्टे भेजे जा चुके है .
सरकारी गोदामों में पानी का खेल
गोरतलब है की बीते जून माह में भारतीय किसान संघ के नेताओं ने खाध्य आपूर्ति विभाग के गोदाम में चल रहे पानी के खेल का पर्दाफाश किया था . इस कार्रवाई के दौरान गेहू के कट्टो पर पानी डाल रहे कर्मचारी मोके से फरार हो गए लेकिन पुलिस ने सरकारी गोदाम से सैकड़ो मीटर लम्बी पाईप बरामद की थी . किसान संघ के नेता सुरेन्द्र संधू ने कहा की पानी के खेल का पर्दाफाश होने के बाद विभाग के उच्च अधिकारियो ने मामले की जांच किये जाने की बात कही थी . लेकिन अधिकारियो ने मिलीभगत से पुरे काण्ड को रफा दफा कर दिया गया और अब गोदाम के सड़े हुए गेहू को डिपो के जरिये ठिकाने लगाया जा रहा है .
सुरेन्द्र कुमार सरपंच प्रतिनिधि ग्राम पंचायत पूंडरी
सरकारी डिपो पर आया गेहू बिल्कुल सड़ा हुआ है . ऐसे गेहू को इंसान तो क्या जानवर भी नहीं खायेंगे . इस सड़े हुए अनाज को किसी सूरत में गाँव में बटने नहीं दिया जायेगा . गरीबो के राशन में धांधली करने वाले अधिकारियो व कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए .
जे.के रंगा फ़ूड सप्लाई इंस्पेक्टर
डिपुओ पर भेजा जा रहा गेहू खाध्य आपूर्ति विभाग के गोदाम से उठाया गया है . डिपो होल्डर्स के पास पहुचे अनाज में कुछ कट्टे हाथ की सिलाई वाले है जिनमे खऱाब गेहू मिला है . सभी को निर्देश दिए गए है की खऱाब गेहू न बांटे और ऐसे कट्टे विभाग को वापस भेजे .
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