ज्ञापन के माध्यम देश भर के समस्त पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया करवाने व पत्रकार विक्रम जोशी के हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने की मांग की
कुरुक्षेत्र, संजीव बंसल
भारतीय पत्रकार कल्याण मंच (रजि.) राष्ट्रीय मुख्यालय: कुरुक्षेत्र का एक 12 सदस्यीय शिष्टमंडल मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री की अध्यक्षता में सोमवार को उपायुक्त कार्यालय में उपायुक्त धीरेंद्र खडग़टा से मिला और उपायुक्त को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन के जरिए मंच ने राष्ट्रपति से मांग की कि देश भर के समस्त पत्रकारों को सुरक्षा मुहैया करवाई जाए, पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या के लिये लापरवाही बरतने के मामले में गाजियाबाद एसएसपी को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने व संबंधित पुलिस चौंकी प्रभारी को बर्खास्त किए जाने और सभी हत्यारों को तुरंत गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाने की मांग की। उपायुक्त ने शिष्टमंडल को आश्वासन दिया कि वे उनकी मांगों के ज्ञापन को राष्ट्रपति के पास भिजवा देंगे। शिष्टमंडल में भारतीय पत्रकार कल्याण मंच के मुख्य संरक्षक विनोद जिंदल, राष्ट्रीय महासचिव मेवा सिंह राणा, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी संजीव बंसल, सचिव राकेश नरूला, प्रचार सचिव विनोद शर्मा, जिला महासचिव डा. राजेश वधवा, विनोद अरोड़ा, सुखबीर सैनी, देसराज भटनागर, तरूण वधवा व केवल कृष्ण मौजूद रहे। इस अवसर पर जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी डा. नरेंद्र सिंह भी मौजूद रहे। मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष पवन आश्री ने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहे जाने वाले पत्रकार अब सुरक्षित नही है। अक्सर देखने में आता है कि केंद्र एवं प्रदेश की सरकारें विपदा पडऩे पर मीडिया कर्मियों को समय पर न तो सुरक्षा मुहैया करवाती है और न ही पत्रकारों पर आए दिन होने वाले हमलों को गंभीरता से ले रही है। इसके चलते देश भर के पत्रकारों पर आए दिन असामाजिक तत्व न केवल हमले कर रहे है अपितु उनकी हत्याएं तक भी कर रहे है। भारतीय पत्रकार कल्याण मंच ने राष्ट्रपति से मांग की कि वे भारत सरकार एवं प्रांतीय सरकारों को देश भर के समस्त पत्रकारों को किसी भी प्रकार की विपदा पडऩे पर तुरंत सुरक्षा मुहैया करवाने के निर्देश जारी करे ताकि जहां पत्रकारों की जान-माल की हिफाजत हो सके वही पत्रकारों के परिवारों पर भी किसी भी प्रकार का संकट न आए। पवन आश्री ने कहा कि अगर चौथे स्तंभ पर भी हमले होंगे तो लोकतंत्र की नींव खोखली हो जाएगी। आश्री ने कहा कि यदि उस समय पुलिस इस घटना को लेकर गंभीर होती तो शायद एक पत्रकार आज जिंदा होता। अपराधी अपराध करने से पहले जेल की सलाखों के पीछे होते। पत्रकार विक्रम जोशी ने घटना से पूर्व संबंधित चौकी इंचार्ज को अपने घर के सामने कुछ असामाजिक तत्व इकट्ठा होने की जानकारी दी थी लेकिन चौकी इंचार्ज और गाजियाबाद के एसएसपी ने उनकी बात को गंभीरता से नहीं लिया। शिष्टमंडल ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि गाजियाबाद से पत्रकार विक्रम जोशी की गुंडा तत्वों द्वारा की गई हत्या के लिये लापरवाही बरतने के मामले में गाजियाबाद एसएसपी को तुरंत प्रभाव से निलंबित किया जाए व इस मामले में मुख्य लापरवाही बरतने वाले जिस पुलिस चौंकी प्रभारी को मात्र निलंबित किया गया है उसे तुरंत बर्खास्त किया जाए। पत्रकार विक्रम जोशी की हत्या मामले में सभी दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जाए ताकि स्वतंत्र पत्रकारिता बरकरार रह सके।
पवन आश्री ने कहा कि भारतीय पत्रकार कल्याण मंच की ओर से माननीय राष्ट्रपति के नाम हर जिले में उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा। इसी श्रृंखला में 28 जुलाई मंगलवार को मंच के राष्ट्रीय सचिव विजय बजाज की अध्यक्षता में फतेहाबाद जिलेे के उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
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