कब्जे सरपंच व बीडीपीओ कार्यालय की मिलीभगत से
घरौंडा : 21 दिसंबर : प्रवीण कौशिक
गांव झींवर हेड़ी मे पंचायत की करोड़ो रुपयों की पंचायती जमीन पर हो रहे नाजयज कब्जे रुकने का नाम नही ले रहे है। ग्रामीणों का आरोप है की यह कब्जे सरपंच व बीडीपीओ कार्यालय की मिलीभगत से हो रहे है। ग्रामीणों द्वारा कई बार इनकी शिकायत डीडीपीओ,एसडीएम से लेकर जिला उपायुक्त तक की गई लेकिन कोई करवाई नही हुई। और न ही अभी तक कब्जा करने वालोँ का काम रोक गया है। जिससे स्पष्ट होता है कि यह सारा कार्य मिलीभगत से सेटिंग करके चला हुआ है। इस सम्बन्ध मे ग्रामीण सलिन्द्र द्वारा दो बार उपायुक्त को लिखित मे शिकायत दी गई थी। जिस पर करवाई करते हुए उन्होंने डीडीपीओ को कब्जाधारी का सामान कब्जे मे लेने के आदेश दिए थे। लेकिन सरपंच व बीडीपीओ ने मिलकर निशानदेही करवाने का बहाना लगाकर कब्जा पूरा करने के लिए व पूरा मकान तैयार करने के लिए छोड़ रखा है। पंचायत की और से अभी तक निशानदेही के लिए पैसे तक तहसील कार्यलय मे जमा नही कराये गए है। इस मामले मे सरपंच की एक शिकायत एसडीएम घरौंडा को भी की थी जिस पर भी जांच बीडीपीओ राजेश कुमार को टाइम बांड करते हुए 20 दिसम्बर तक जाँच पूरी करने को कहा था। लेकिन अभी तक जाँच सुरु भी नही हुई। शिकायतकर्ता द्वारा फिर उपायुक्त करनाल डॉ आदित्य दहिया को मिलकर मामले मे कोई करवाई नही होने की बात कही। इस पर उपायुक्त ने कड़ा संज्ञान लेते हुए । सरपंच व बीडीपीओ के खिलाफ करवाई करने की बात कहि थी। कब्जाधारी अब भी धड़ल्ले से बेख़ौफ़ पंचायती जमीन मे अपना मकान बना रहा है। मकान बनने के बाद कब्जाधारी कोर्ट मे केस कर देगा और सरपंच पंचायत की तरफ से कोई करवाई नही करेगा। इसी निति पर सारा कार्य हो रहा है। ईमानदारी का ढिढोरा पीटने वाली सरकार मे अधिकारी अपने उच्च अधिकारिओ की बात नही मानते हुए उनके आदेशो की धज्जिया उड़ा रहे है। ग्रामीणों से प्रशासन से मांग की है कि कब्जधारिओ के साथ साथ कब्जा करवाने वालो पर भी सख्त करवाई की जाये।
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