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Sunday, 24 December 2017

राइस मिल मालिक अगर 40 गज जमीन दे तो तुरंत शुरू होगा अंडर ब्रिज का निर्माण :- कबीरपंथी


बोलें - मैं खुद तरावडी निवासी, समझता हूं अंडर ब्रिज की जरूरत।
तरावड़ी-प्रवीण कौशिक


 तरावड़ी नीलोखेड़ी हलके के विकास की बात की जाए तो विधायक भगवान दास कबीरपंथी द्वारा नीलोखेड़ी में विकास करवाने का प्रयास सबसे ऊपर रहा है अपने अथक प्रयासों और मेहनत से विधायक ने कई पुरानी मांगों को नीलोखेड़ी में पूरा करवाया । तरावड़ी में राजकीय कालेज का निर्माण, तरावड़ी से सौंकड़ा सडक़ फोरलेन, गंदे पानी की ड्रेन को कवर करना, बादशाई पुल से बाईपास का निर्माण, लल्याणी पुलिया को चौड़ा करना और अन्य कई बडी महत्वपूर्ण मांगों को विधायक ने पूरा करवाया। पर इस सब मांगों में से ऐसी ही एक मांग तरावड़ी में स्थित रेलवे अंडर ब्रिज की रही जिसे चुनावों से पहले उठाने वाले भी विधायक कबीरपंथी रहे और अपनी चिर-परिचित कार्यशैली से उन्होंने इस मांग को प्रयास कर सिरे चढ़ा दिया और 2015 में हुई नीलोखेड़ी विकास रैली में माननीय मुख्यमंत्री जी से इस अंडर ब्रिज की मांग की जिसे मुख्यमंत्री  ने स्वीकार किया और तरावड़ी शहर में अंडर ब्रिज बनाने का वादा जनता से किया गया । इसके बाद विधायक भगवान दास कबीरपंथी ने निरंतर अपने प्रयास जारी रखे और अधिकारियों के साथ बैठकें कर रेलवे से ब्रिज की ड्रॉइंग फाइनल करवा सरकार से 7 करोड रुपये पास करवाएं। परन्तु जिस जमीन पर रेलवे अंडर ब्रिज बनाया जाना प्रस्तावित हुआ वहां स्थित जमीन के एक 40 गज टुकड़े ने शहरवासियों के लिए अहम इस प्रोजेक्ट में रोड़ा अटका दिया, एक राइस मिलर ने जहां पहले वायदा किया की जमीन अंडर ब्रिज बनाने के लिए दे दी जाएगी पर मौके पर जमीन का ना मिल पाना इसमें रुकावट बन गया।
इसके बाद भी विधायक कबीरपंथी ने अपने प्रयास जारी रखें और कई बार इस जमीन को हासिल करने के लिए या फिर कोई अन्य विकल्प खोजने के लिए अधिकारियों से बैठकें की जिसमें विकल्प खोजें जा रहे । जब विधायक से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि जब यह मांग शहरवासियों ने उनके समक्ष रखी उसी दिन से उनका प्रयास अंडरब्रिज बनवाने का रहा । विधायक ने बताया कि वह खुद तरावड़ी वासी है और अंडरब्रिज की जरूरत को समझते है इसलिए पिछले 5 वर्षों से वह दिल्ली और चंडीगढ इस ब्रिज को बनवाने के लिए चक्कर लगाते रहें है। विधायक ने कहा कि सरकार बनने से पहले ही उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया जिसमें बहुत से अटकलें आयीं, एक ओर तो यह भी सुनने को मिला कि इस तरह का प्रोजेक्ट कभी बनाया नहीं गया पर फिर भी उनके द्वारा अपनी सरकार में प्रयास कर अलग से सीनियर नक्शानवीस उपलब्ध करवा ड्राइंग का काम पूरा करवाया गया और रेलवे से मंजूरी भी ले ली गई। साथ ही सरकार से इस ब्रिज के निर्माण में आने वाली लगभग 7 करोड़ के राशि भी सेंक्शन करवाई गई। विधायक ने बताया कि उन्होंने अंडरब्रिज निर्माण के लिए अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं छोडी है पर एक राइस मिलर की 40 गंज जमीन की वजह से यह निर्माण रुका हुआ हैं अगर यह जमीन उपलब्ध हो जाए तो अंडरब्रिज का निर्माण तुरन्त प्रभाव से शुरू करवा दिया जाएगा।

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