गाँव बुटानखेडी़ व पंजोखरा में स्वच्छता पखवाड़े के अन्तर्गत स्वच्छता जागरूकता का आयोजन |
- उपायुक्त करनाल निशांत कुमार यादव के मार्गदर्शन में व अतिरिक्त उपायुक्त करनाल अशोक कुमार बंसल के निर्देशानुसार स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण द्वारा स्वच्छता पखवाड़े के अन्तर्गत गाँव बुटानखेडी़ व पंजोखरा में ठोस व तरल कचरा प्रबंध के अन्तर्गत कार्यक्रम का आयोजन किया गया | कार्यक्रम में मुख्या व्यक्ता के रूप में अतिरिक्त उपायुक्त कार्यालय से सहायक समन्यक तकनीकी राजीव कुमार शर्मा ने शिरकत की |
सहायक समन्वयक तकनीकी राजीव कुमार शर्मा ने ग्रामीणों से बातचीत करते हुए कहा कि स्वच्छता को हमें अपने जीवन में प्राथमिकता से लेना होगा | हमें स्वच्छता अपने व्यवहार में लानी होगी | तभी हम जीवन जीने का सही सलीखा सीख पायेंगें | ठोस कचरा प्रबंधन आज हमारे गांवों के समक्ष एक चुनौती बनती जा रही है | यदि ठोस कचरे का सही निपटान हो तभी काफी हद तक समस्या हल हो सकती हैं | उसके लिए हमारे ग्रामीणों को थोडा़ सा जागरूक होना होगा | उन्हें अपने अपने घरों में गलनशील कचरे व अगलनशील कचरे को रखने के लिए अलग-अलग कूडे़दान लगाने होंगें | लोगों को ये समझना होगा कि गलनशील कूड़े से हम किस प्रकार ऊतम जैविक खाद प्राप्त कर सकते हैं | जो कि सस्ती और टिकाऊ भी है | जिसको हम अपने बगीचे में या खाली पड़ी जगह मे डाल कर ऊतम व जैविक फल और सब्जियां प्राप्त कर सकते हैं | गाँव में सबसे बडी समस्या है अगलनशील कचरा जिसमें विशेषकर पॉलिथीन व प्लास्टिक वेस्ट | इनके निपटान के लिए ग्रामीणों को अपने घर पुराने कट्टे में यह इक्ट्ठा करना होगा ताकि पॉलिथीन इधर उधर ना बिखरे | यह पॉलिथीन पी डब्लू डी विभाग को इकट्ठे करके खण्ड स्तर से देना होगा जब भारी मात्रा में वेस्ट पॉलिथीन इकट्ठे हो जायें | सरकार इस पॉलिथीन का उपयोग सड़के इत्यादि बनाने में बखूबी हो सकता हैं | पॉलिथीन विश्व के समक्ष एक बडी़ चुनौती हैं | इसके लिए हमें अपने दृष्टिकोण को बदलना होगा | पॉलिथीन पूरी दुनिया के लिए एक अभिशाप के समान हैं | यह ना तो गलता हैं और न ही सड़ सकता है | सैंकड़ों सालों बाद भी उसी हालत में रहता हैं | आज फैशन के दौर में हम पूरी तरह से इस पर निर्भर हो गये हैं | सब हमारे जीवन में रच -बस गया हैं | हम इसके उपयोग को छोड़ नहीं पा रहे हैं जबकि हमें पता हैं कि यह मानव जाति के लिए कितना हानिकारक पदार्थ है |
सहायक समन्वयक तकनीकी राजीव कुमार शर्मा ने कहा कि हमें इसके साथ -साथ जल बचाव की दिशा में भी प्रयास करने होंगे यदि भविष्य में हमें पानी चाहिए | यदि हम पानी को इसी तरह व्यर्थ बहाते रहे तो आने वाले दिनों में पानी की भारी किल्लत का सामना करना पड़ सकता है | हमें जीतनी जरूरत हो पानी का इस्तेमाल उतना करें ताकि भविष्य के लिए जल बचाया जा सके | यदि इस ओर हमने सार्थक प्रयास नही कियें तो भविष्य में भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है |
उन्होंने कहा कि हम सब को राष्ट्र हित में अपनी जिम्मेदारी समझकर एकजुट प्रयास करते हुए अपने गाँव को कचरा मुक्त बनाने का सार्थक पहल करनी होगी | इसमें गाँव के सभी नागरिकों का सहयोग आवश्यक हैं | हमें अपनी शान अपने गाँव को मानना होगा |
कार्यक्रम में स्वच्छता टीम के सदस्य सूरज बुटानखेडी़ ने कहा कि हमें स्वच्छता को अपने जीवन में गंभीरता से लाना होगा और आदतों में सुधार लाना होगा | हमें कचरा कूडे़ दान में ही डालना सुनिश्चित करना होगा | एक- एक व्यक्ति के प्रयास से ही गाँव में स्वच्छता आ पायेंगी | स्वच्छता ईश्वर का दूसरा रूप है | हम सब को ये ठानना होगा कि हम ना स्वयं गन्दगी फैलायेंगें और ना ही किसी अन्य फैलाने देंगें | इसके प्रति सजग रह कर जिम्मेदार नागरिक का कर्त्तव्य निभायेंगें | उन्होंने तरल कचरा प्रबंधन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि सोख्ते गड्ढे गन्दे पानी की निकासी के लिए सबसे उत्तम और टिकाऊ विकल्प हैं | जहां नालियां या नाले नहीं हैं यह काफी कारगर साबित हो सकती हैं |
इस अवसर पर स्वच्छता ग्राही सूरज बुटानखेडी़, सरपंच विजेन्द्र कुमार, सक्षम युवा सोमनाथ, सोहनलाल, अमरजीत, स्वयं सहायता समूह की ईंचार्ज ममता,परमजीत, सत्तो देवी, रानी, सर्बजीत, रणजीत, सीमा, सोनिया, नीलम, आंगनवाडी़ कार्यकर्ता मोहनी देवी, रोशनी, आशा कार्यकर्ता सुमन देवी, रामकली, कृष्णा देवी हैल्पर व स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई महिलायें इत्यादि उपस्थित रहे |
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