प्रदेश अध्यक्ष ने डा. मंगलसैन ऑडिटोरयिम में हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत द्वारा आयोजित वाल्मीकि प्रतिनिधि सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि की शिरकत, वाल्मीकि समाज के लोगों को सरकार की तरफ से हरसंभव सहयोग करने का दिया आश्वासनकरनाल,प्रवीण कौशिक
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि भगवान महर्षि वाल्मीकि ने समाज को संस्कृति व जीवन जीने के मूल्य को सिखाने के लिए महाकाव्य रामायण की रचना की। रामायण हमें धर्म, प्रेम व त्याग की भावना सिखाती है, भगवान वाल्मीकि अनुयायियों को चाहिए कि वे अपनी इस विरासत को सहज कर रखें, ऐसी विरासत समाज के किसी भी वर्ग के पास नहीं है।
वे रविवार को डा. मंगलसैन ऑडिटोरयिम में हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत द्वारा आयोजित वाल्मीकि प्रतिनिधि सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। सबसे पहले सभी अतिथियों ने भगवान वाल्मीकि के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और दीप प्रज्ज्वलित करके आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रदेश अध्यक्ष ने बोलते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज एक ऐसा समाज है जो कर्म और निस्वार्थ सेवा में विश्वास करता है, भगवान वाल्मीकि इसके उदाहरण हैं जिन्होंने राम के जन्म से पहले एक पवित्र ग्रंथ की रचना की जोकि जीवन के मूल्यों को सिखाती है, वहीं इस ग्रंथ में त्रिकालदर्शी भगवान वाल्मीकि जी ने भगवान रामचंद्र जी के परिवार को अपने आश्रम में न केवल सहारा दिया बल्कि उनके बच्चों को ऐसी शिक्षा देकर सक्षम बनाया। आज भी वाल्मीकि समाज के लोग समाज में निस्वार्थ सेवा करके राष्ट्रहित में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी ग्रंथों में राज लेने की लड़ाई है परंतु रामायण एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें राज प्राप्त करने की नहीं बल्कि राज त्यागने की होड़ है। भगवान रामचंद्र जी व भरत की लीला इसका उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा अनुसूचित जाति व वाल्मीकि समाज को मुख्यधारा में जोडऩे के लिए अनेक फैसले लिए गए हैं जिससे समाज आगे बढ़ रहा है। पहले की सरकारें केवल वाल्मीकि समाज को वोट के लिए इस्तेमाल करती थी परंतु मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भगवान वाल्मीकि के नाम से संस्कृत विश्वविद्यालय, शिक्षा में आरक्षण, महापुरूषों की जयंती सरकारी खर्चे पर मनाने का अहम निर्णय लिया। अब प्रदेश में महर्षि वाल्मीकि, संत कबीर दास, संत रविदास जी व बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की जयंती को सरकारी खर्चे पर मनाया जा रहा है।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व मंत्री एवं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी ने मुख्यातिथि का आभार प्रकट किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वर्षों से वाल्मीकि समाज को अपनी रीढ़ की हड्डी बनाकर रखा, इस समाज को वोट के लिए इस्तेमाल किया, परंतु वाल्मीकि समाज की भलाई के लिए कभी कोई कार्य नहीं किया, भाजपा की ऐसी पार्टी है जिसने वाल्मीकि समाज को सिर का ताज बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल में हरियाणा में करीब 38 वाल्मीकि समाज के लोगों को सरकारी पद दिए गए जिनमें चेयरमैन, आयोग के मेम्बर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कैथल में 24 अक्तूबर, 2015 को महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सभी अनुसूचित जाति के गुरुओं की जयंती को सरकारी खर्चे पर मनाने का निर्णय लिया। इतना ही नहीं करीब 76 एकड़ भूमि में कैथल के गांव मुंदड़ी में भगवान वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय बनवाया तथा ग्रामीण सफाईकर्मियों का वेतन 10 हजार से 13 हजार किया और 2 वर्दी, पीएफ और इएफ की सुविधा दी। इतना ही नहीं नगरपालिकाओं में भी ठेका प्रथा खत्म करके सफाईकर्मियों को रोल पर रखने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार अंत्योदय की सरकार है जिन्होंने गरीबों का हक दिया। इस कार्यक्रम में मंच का संचालन हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत के मुख्य सलाहकार रघुमल भट्ट ने किया। हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत की ओर से बड़ी माला पहनाकर मुख्य अतिथि व अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के संयोजक जोगिन्द्र वाल्मीकि ने मांग पत्र पढ़ा और सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस मौके पर हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष यशवीर बेदी ने अतिथियों का स्वागत किया।
वे रविवार को डा. मंगलसैन ऑडिटोरयिम में हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत द्वारा आयोजित वाल्मीकि प्रतिनिधि सम्मेलन में बतौर मुख्यातिथि बोल रहे थे। सबसे पहले सभी अतिथियों ने भगवान वाल्मीकि के चित्र पर पुष्प अर्पित किए और दीप प्रज्ज्वलित करके आशीर्वाद प्राप्त किया। प्रदेश अध्यक्ष ने बोलते हुए कहा कि वाल्मीकि समाज एक ऐसा समाज है जो कर्म और निस्वार्थ सेवा में विश्वास करता है, भगवान वाल्मीकि इसके उदाहरण हैं जिन्होंने राम के जन्म से पहले एक पवित्र ग्रंथ की रचना की जोकि जीवन के मूल्यों को सिखाती है, वहीं इस ग्रंथ में त्रिकालदर्शी भगवान वाल्मीकि जी ने भगवान रामचंद्र जी के परिवार को अपने आश्रम में न केवल सहारा दिया बल्कि उनके बच्चों को ऐसी शिक्षा देकर सक्षम बनाया। आज भी वाल्मीकि समाज के लोग समाज में निस्वार्थ सेवा करके राष्ट्रहित में अपना योगदान दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया के सभी ग्रंथों में राज लेने की लड़ाई है परंतु रामायण एक ऐसा ग्रंथ है जिसमें राज प्राप्त करने की नहीं बल्कि राज त्यागने की होड़ है। भगवान रामचंद्र जी व भरत की लीला इसका उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा अनुसूचित जाति व वाल्मीकि समाज को मुख्यधारा में जोडऩे के लिए अनेक फैसले लिए गए हैं जिससे समाज आगे बढ़ रहा है। पहले की सरकारें केवल वाल्मीकि समाज को वोट के लिए इस्तेमाल करती थी परंतु मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भगवान वाल्मीकि के नाम से संस्कृत विश्वविद्यालय, शिक्षा में आरक्षण, महापुरूषों की जयंती सरकारी खर्चे पर मनाने का अहम निर्णय लिया। अब प्रदेश में महर्षि वाल्मीकि, संत कबीर दास, संत रविदास जी व बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर की जयंती को सरकारी खर्चे पर मनाया जा रहा है।इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए पूर्व मंत्री एवं मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी ने मुख्यातिथि का आभार प्रकट किया और कहा कि कांग्रेस पार्टी ने वर्षों से वाल्मीकि समाज को अपनी रीढ़ की हड्डी बनाकर रखा, इस समाज को वोट के लिए इस्तेमाल किया, परंतु वाल्मीकि समाज की भलाई के लिए कभी कोई कार्य नहीं किया, भाजपा की ऐसी पार्टी है जिसने वाल्मीकि समाज को सिर का ताज बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि पिछले कार्यकाल में हरियाणा में करीब 38 वाल्मीकि समाज के लोगों को सरकारी पद दिए गए जिनमें चेयरमैन, आयोग के मेम्बर शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कैथल में 24 अक्तूबर, 2015 को महर्षि वाल्मीकि जयंती पर सभी अनुसूचित जाति के गुरुओं की जयंती को सरकारी खर्चे पर मनाने का निर्णय लिया। इतना ही नहीं करीब 76 एकड़ भूमि में कैथल के गांव मुंदड़ी में भगवान वाल्मीकि संस्कृत विश्वविद्यालय बनवाया तथा ग्रामीण सफाईकर्मियों का वेतन 10 हजार से 13 हजार किया और 2 वर्दी, पीएफ और इएफ की सुविधा दी। इतना ही नहीं नगरपालिकाओं में भी ठेका प्रथा खत्म करके सफाईकर्मियों को रोल पर रखने का कार्य किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सरकार अंत्योदय की सरकार है जिन्होंने गरीबों का हक दिया। इस कार्यक्रम में मंच का संचालन हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत के मुख्य सलाहकार रघुमल भट्ट ने किया। हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत की ओर से बड़ी माला पहनाकर मुख्य अतिथि व अतिथियों का स्वागत किया।
कार्यक्रम के संयोजक जोगिन्द्र वाल्मीकि ने मांग पत्र पढ़ा और सभी अतिथियों का आभार प्रकट किया। इस मौके पर हरियाणा वाल्मीकि महापंचायत के प्रदेश अध्यक्ष यशवीर बेदी ने अतिथियों का स्वागत किया।
इस मौके पर हरियाणा पिछड़ा वर्ग निगम की चेयरमैन निर्मला बैरागी, हरियाणा सफाई कर्मचारी आयोग के उप चेयरमैन कृष्ण कुमार, सदस्य मोहन लाल बग्गल, आजाद सिंह, पूर्व भाजपा अध्यक्ष जगमोहन आनंद, मेयर रेनू बाला गुप्ता, पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी, रमेश कश्यप, भाजपा नेता अशोक सुखीजा, शमशेर नैन, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, मनीष गर्ग, केशकला बोर्ड के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, भाजपा के जिला महामंत्री राजबीर शर्मा उपस्थित रहे।
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