मंडी से सरकारी एजंसी द्वारा खरीदी गई धान को राईस मिलर लेने में आनाकानी कर रहे है। लगभग 500 बैग से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली बीते दो दिनों से मंडी और राईस मिलो के चक्कर काट रही है। आढ़ती इस धान को वापस लेने को तैयार नहीं है और राईस मिलर भी धान से भरी ट्राली को लौटा चुके है। ऐसे में एक ही चालान पर पीआर जीरी से भरी यह ट्राली कई बार मंडी में एंट्री और एग्जिट कर चुकी है। एजंसी के चालान व ट्रांसपोर्टर की बिल्टी में तीन दफा राईस मिलो के नाम भी बदले गए है। सरकारी खरीद एजंसी हेफेड़ ने 3 अक्तूबर को आढ़ती मुंशी राम जतन प्रकाश के माध्यम से पीआर धान के 498 कट्टो की खरीद एमएसपी पर की थी। हेफेड़ द्वारा जारी किये गए डिलीवरी चालान के अनुसार ट्रैक्टर ट्राली संख्या एचआर 91ए 3406 में लोड यह धान विभाग के गोदाम में भेजी गई। लेकिन हेफेड़ के गोदाम में ट्राली खाली नही करवाई गई और चालान में ओवर राईटिंग करने के बाद इस धान को वैष्णो राईस में भेजा गया। वैष्णो राईस मिल ने भी धान की ट्राली को बैरंग मंडी लौटा दिया। ट्रैक्टर मालिक रिंकू ने बताया कि वह बीते दो दिनों से कई बार राईस मिलो और मंडी के चक्कर काट रहा है। ट्राली में लोड धान को न तो राईस मिलर्स लेने को तैयार है और न ही आढ़ती।
बिना ट्रांसपोर्टर की जीआर के मिल में भेज दी धान
हेफेड़ द्वारा जारी किये गए डिलीवरी चालान के साथ ड्राइवर रिंकू 3 अक्तूबर को धान राईस मिल लेकर गया था उस समय उसे ट्रांसपोर्टर की जीआर ( बिल्टी ) नही दी गई। धान लेने में राईस मिलरो की आनाकानी में एजंसी व ट्रांसपोर्टर द्वारा ज़रिये किये गए डिलीवरी चालान व बिल्टी में कई बार कटिंग हुई है। ट्रांसपोर्टर की तरफ से 4 अक्तूबर को जारी की गई बिल्टी में चालान नम्बर में कटिंग की गई और राईस मिल का नाम गिरिराज एग्रो टैक दर्शाया गया। ट्रैक्टर चालक की शिकायत के बाद हेफेड अधिकारियो ने धान को श्री श्याम राईस मिल भेज दिया।
वर्जन=
विभाग के गोदाम में रखने की बजाये धान सीधा मिलो में भेजा जा रहा है इसलिए इस ट्राली को वैष्णो राईस मिले भेजा गया था। वैष्णो राईस मिल के मालिको ने अपनी एजंसी बदल ली है इसलिए अब इन कट्टो को श्री श्याम राईस मिल में भेजा जायेगा। कर्मचारियों व ट्रांसपोर्टर को निर्देश दिए है कि डिलीवरी चालान व जीआर में कोई कटिंग ने करे।
--ईश्वर सिंह इंस्पेक्टर हेफेड़
No comments:
Post a Comment