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Tuesday, 9 January 2018

पानीपत के नामुंडा गांव में ाूनी संघर्ष, दो की मौत


-दो लोग गोलियां लगने से गंभीर रूप से घायल, पीजीआई में उपचाराधीन 
-तेजधार हथियारों के प्रहार से दो महिलाओं समेत तीन गंभीर, निजी अस्पताल में उपचाराधीन 
-पुलिस की कडी सुरक्षा के बीच दोनों शवों का पोस्टमार्टम व अंतिम संस्कार हुआ 
-पानीपत सिविल अस्पताल व गांव नामुंडा पुलिस छावनी में तब्दील 
-धर्मेंद्र पक्ष ने 16 को नामजद किया, मृत महावीर पक्ष ने पांच को नामजद किया 
पानीपत।                                                                                                                                    थाना समालखा पुलिस ने मंगलवार को पुलिस की कडी सुरक्षा के बीच सोमवार की देर रात को गांव नामुंडा में दो पक्षों के बीच हुए ाूनी संघर्ष में मारे गए पहले पक्ष के धर्मेंद्र पुत्र महाबीर व दूसरे पक्ष के जगदीश पुत्र लालचंद के शवों का पानीपत के सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाया। वहीं दोनों के शवों का चिकित्सकों के दो पैनलों ने पोस्टमार्टम किया। इधर, मंगलवार की देर शाम दोनों शवों का पुलिस की कडी सुरक्षा के बीच गांव नामुंडा की शमशान भूमि में अंतिम संस्कार करवाया गया। पुलिस ने पहले धर्मेंद्र का और फिर जगदीश की अंत्येष्टि करवाई। इधर, थाना समाल ाा पुलिस ने महाबीर की
शिकायत पर उसके पुत्र धर्मेंद्र की हत्या के आरोप में १६ लोगों समेत अन्य अज्ञात लोगों पर और लालचंद की शिकायत पर जगदीश की हत्या के आरोप में पांच लोगों पर हत्या समेत अन्य आरोपों में केस दर्ज करवाया है। वहीं पुलिस ने दोनों हत्याकांड व जान लेवा हमलों के आरोप में मृतक धर्मेंद्र के भाई राजेंद्र व मृतक जगदीश के परिजनों को हिरासत में ले र ाा है। वहीं धर्मेंद्र की अंत्येष्टि के लिए राजेंद्र को पुलिस कडी सुरक्षा के बीच श्मशान भूमि लेकर गई। राजेंद्र ने अपने भाई धर्मेंद्र की चिंता को मु ााग्रि दी। जबकि जगदीश की अंतिम संसकार के लिए भी पुलिस हिरासत में लिए गए लोगों को लेकर श्मशान भूमि पहुंची और जगदीश की अंत्येष्टि करवाई। अंतिम संस्कार पूरा होने के बाद पुलिस दोनों हत्याकांडों के कथित आरोपितों को अपनी सुरक्षा में लेकर अज्ञात स्थान पर चली गई।
यह है मामला 
गांव नामुंडा में सोमवार की देर रात अज्ञात कारणों को लेेकर दो पक्षों के बीच ाूनी संघर्ष हुआ। संघर्ष में धर्मेंद्र पुत्र महावीर की तेजधार के अनगिनत प्रहार कर हत्या कर दी गई। जबकि धर्मेंद्र के परिवार के हमले में गोली लगने से जगदीश पुत्र लालचंद की मौत हो गई। फायरिंग में कथित रूप से गोलियां व छर्रें लगने के कारण लालचंद व इसका धोहता महेश गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जबकि ाूनी संघर्ष में मृतक धर्मेंद्र के पिता महाबीर, माता सोना देवी, बहन कुसुम तेजधार हथियारों के प्रहार से गंभीर रूप से घायल हो गई थी। लालचंद व महेश का पीजीआई रोहतक में उपचार चल रहा है। जबकि हमले में गंभीर रूप से घायल हुए महाबीर, सोना देवी, कुसुम पानीपत के निजी अस्पताल में उपचाराधीन है। 
एफएसएल की टीम ने घटनास्थल जांचा 
वहीं सोमवार की सुबह एफएसएल की टीम ने पुलिस की कडी सुरक्षा के बीच मृतक धर्मेंद्र के घर की जांच की। घर में जगह जगह ाून फैला हुआ था और कई जगह ााली व जिंदा कारतूस पडे हुए थे। पुलिस ने घर के चप्पे चप्पे की गहन जांच की और हाथ व पैरों के निशान लिए। जांच के बाद पुलिस ने ााली व ङ्क्षजंदा कारतूसों को केस की जांच के लिए कब्जे में ले लिया। डीएसपी नरेश अहलावत ने बताया कि घटनास्थल से लिए गए हर तरह के सेंपल जांच के लिए लैब में भिजवा दिए गए है। 
एक दर्जन लोग पुलिस हिरासत में 
डीएसपी समालखा नरेश अहलावत ने बताया कि धर्मेंद्र व जगदीश हत्याकांड में पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले र ाा है। वहीं पुलिस ने धर्मेंद्र हत्याकांड व उसके परिजनों पर हमले के आरोप में मृतक के पिता महाबीर की शिकायत पर १६ नामजद लालचंद, तारा चद, सूरजभान, प्रेम, जगदीश, रघु, रामचन्द, सतपाल, चीनी, चीनी की पत्नी, लीला, प्रवीण, बिट्ट, अनूप, महेश, ओमराज समेत अज्ञात लोगों पर केस दर्ज किया है। जबकि जगदीश हत्याकांड में मृतक के पिता लालचंद की शिकायत पर महाबीर, शक्ति, राजेंद्र, दीपक, नीटू पर केस दर्ज किया है। उन्होंने बताया कि गांव नामुंडा में दोहरे हत्याकांड व कई लोगों के गंभीर होने के मामले को ध्यान में र ाते हुए गांव नामुंडा में सुरक्षा के कडे प्रबंध किए है। गांव के हर क्षेत्र में पुलिस बल तैनात है। उन्होंने बताया कि मृतक धर्मेंद्र के घर से हत्याकांड में प्रयोग की गई डबल बैरल की गन व जिंदा व ााली कारतूस बरामद किए है। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र व जगदीश हत्याकांड के कई आरोपित पुलिस की हिरासत में है। उन्होंने दावा किया कि दोनों हत्याकांडों के पीडित परिवारों व गांव के अन्य निवासियों की सुरक्षा का पुलिस ने कडा प्रबंध किया। पुलिस की हर संदिग्ध व्यक्ति पर कडी नजर है। जल्द ही पुलिस दोनों हत्याकांडों के आरोपितों को गिर तार करेगी। उन्होंने कहा कि दोनों हत्याकांडों में नामजद महाबीर, लालचंद, महेश का उपचार चल रहा है। इनके स्वस्थ्य होने पर पुलिस आगे की कार्यवाही करेगी। 
परिवार के बचाव के लिए राजेंद्र ने की फायरिंग-सुरेश 
मृतक धर्मेंद्र के बहनोई सुरेश ने थाना समाल ाा पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि सन् २०११ में कार को लेकर हुए विवाद के चलते हमलावर पक्ष उनके साले धर्मेंद्र व परिजनों से रंजिश र ाता था। सोमवार की रात को धर्मेंद्र अपनी कार में सवार होकर घर पहुंचा तो पहले से ही हमले की तैयार में बैठे आरोपित पक्ष ने धर्मेंद्र पर उस समय हमला कर दिया जब वह कार को घर के अंदर ले जा रहा था। उन्होंने बताया कि धर्मेंद्र ने बचाव के लिए कार को पीछे मोडा तो कार का पहिया नाली में फंस गया। इस दौरान हमलावरों ने उनकी धर्मेंद्र को तेजधार हथियारों से हमला किया और अनगिनत प्रहार कर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावरों की भीड ने धर्मेंद्र के घर पर धावा बोल दिया और उनकी मंशा यह थी कि घर के अंदर जो भी लोग है उनकी भी हत्या कर दी जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि हमलावरों ने धर्मेंद्र के पिता महाबीर, माता राजोदेवी उनकी पत्नी कुसुम पर तेज धार हथियारों से प्रहार किए। परिवार की जान ातरे में दे ा राजेंद्र ने लाइसेंसी डबर बैरल गन से फायरिंग की। फायरिंग के बाद ही हमलावर पीछे हटे। उन्होंने बताया कि घटना के समय राजेंद्र की छोटी बहन सुमन ने अपनी दोनों लडकियों व उनके पुत्र देवेन व मृतक धर्मेंद्र के पुत्र आरव को कमरे में अंदर से बंद कर लिया। नहीं हो हमलावर इन्हें भी नहीं ब ते। उन्होंने कहा कि राजेंद्र ने ाुद पुलिस के समक्ष सरेंडर किया है और सरेंडर के दौरार पुलिस के हर सवाल का जवाब दिया है। उन्होंने दावा किया कि राजेंद्र ने किसी की हत्या करने की मंशा से फायरिंग नहीं की बल्कि अपनी व अपने परिवार की जान बचाने के लिए फायरिंग की थी। फायरिंग में गोली लगने से जगदीश की मौत हो गई और शायद अन्य लोग भी घायल हुए हो। उन्होंने हमलावरों से अपनी व अपने परिवार और रिश्तेदारों की जान का ातरा बताते हुए पुलिस की सुरक्षा की मांग करते हुए आरोप लगाया कि 
हमलावरों ने धर्मेंद्र के शव को आग में जलाने की भी चेष्टा की थी, हमलावरों ने धर्मेंद्र के शव को परालियों में जलाने की चेष्टा की और उनकी कार व पास में ाडे अन्य वाहन के तेल टैंक का ढक्कन ाोल र ाा है। उन्होंने कहा कि यदि राजेंद्र बचाव में फायरिंग नहीं करता तो धर्मेंद्र के साथ ही हमलावर उसके पूरे परिवार, उनकी पत्नी, पुत्र, साली व उनकी दो पुत्रियों की हत्या कर देते। 
मृतक जगदीश के रिश्तेदारों ने दावा किया कि धर्मेंद्र व उसके परिजनों ने ही उनके रिश्तेदारों पर हमला कर जगदीश की हत्या कर दी और जगदीश के पिता लालचंद व दोहते महेश को गोलियां मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया। वहीं जगदीश के रिश्तेदारों ने मीडिया से बातचीत में अपना नाम बताने से इंकार कर दिया। 



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