रिफाइनरी 22 जनवरी।--RAJ PAL PREMI
रिफाइनरी नेफता के्रकर प्लांट में अचानक ब्लास्ट होने से एक रिफाइनरी कर्मचारी की मौत हो गई। जबकि प्लांट में काम कर रहे आधा दर्जन से ज्यादा कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए रिफाइनरी व पानीपत के निजी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। कर्मचारी की मौत से भड़के बजीदा जाटान के लोगों ने नेफता प्लांट के मेन गेट पर रिफाइनरी अधिकारियों व पुलिस के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। ग्रामीणों का आरोप है कि हादसा रिफाइनरी के अधिकारियों के कारण हुआ है,इसलिए हादसे के शिकार हुए मोहन लाल के परिजनों को एक करोड़ रूपयें मुआवजा व एक सरकारी नौकरी दी जाए।
दोपहर करीब 12 बजें नेफता के्र कर प्लांट की कस्टलिस्ट कम्पनी में कर्मचारी कार्य कर रहे थे। अचानक एक बड़ा धमाका हुआ। धमाके के साथ ब्लास्ट हो गया। जिससे पूरे प्लांट व आसपास के क्षेत्र में अफरा-तफरी मच गई। ब्लास्ट से कम्पनी की छत उड़ गई। जिसमें कर्मचारी मोहनलाल की मौके पर ही मौत हो गई और उसका शव लगभग 30 मीटर दूरी पर जाकर गिरा। इसी के साथ एक रिफाइनरी के अधिकारी की भी मौत होने की सूचना मिली है,लेकिन अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। वहीं हादसे में अजय तिवारी, प्रवीण कुमार, ज्ञानदत्त, संजीव कुमार व भानु बुरी तरह से झुलस गए। घायल कर्मचारियों को पानीपत के निजी व रिफाइनरी अस्पताल में भर्ती कराया गया। सूचना मिलते सैकड़ों ग्रामीण एकत्रित हो गए और उन्होंने कम्पनी के मेन गेट पर जमकर बवाल काटा । ग्रामीणों ने रिफाइनरी व पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। हादसे की सूचना मिलने के बाद रिफाइनरी पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया,लेकिन ग्रामीण अपनी मांग पर अडिग़ थे। ग्रामीणों का कहना है कि हादसा रिफाइनरी के अधिकारियों के कारण हुआ है। इसलिए प्लांट मृतक के परिजनों को एक करोड़ रूपये का मुआवजा तथा परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। समाचार लिखे जाने तक ग्रामीण प्लांट के गेट पर ही डटे हुए थे
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