10000

Monday, 6 November 2017

‘‘स्ट्रोक का अटैक किसी भी उम्र, किसी भी वर्ग और लिंग के व्यक्ति को हो सकता है: डॉ. सोनल गुप्ता


पानीपत- प्रवीण कौशिक
देश में हर साल ब्रेन स्ट्रोक के लगभग 15 लाख नए मामले दर्ज किये जाते हैं। स्ट्रोक भारत में समय से पहले मृत्यु और विकलांगता का एक महत्वपूर्ण कारण बनता जा रहा है।
पानीपत में एक संवाददाता सम्मेलन में मैक्स सुपर हॉस्पिटल, शालीमार बाग के न्यूरोसर्जरी की निदेशक डॉ. सोनल गुप्ता और न्यूरोसर्जरी के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. मनोज खनाल ने बताया कि नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफार्मेशन (एनसीबीआई) के अनुसार, कोरोनरी धमनी रोग के बाद स्ट्रोक मौत का सबसे आम कारण है। इसके अलावा, यह क्रोनिक एडल्ट डिसएबिलिटी का एक आम कारण है। 55 वर्ष की आयु के बाद 5 में से एक महिला को और 6 में से एक पुरुष को स्ट्रोक का खतरा रहता है।
डॉ. सोनल गुप्ता ने कहा, ‘‘स्ट्रोक का अटैक किसी भी उम्र, किसी भी वर्ग और लिंग के व्यक्ति को हो सकता है। स्ट्रोक के मामलों में वृद्धि और कम उम्र के व्यक्ति में भी स्ट्रोक का होना चिंताजनक है, क्योंकि स्ट्रोक के लगभग 12 प्रतिशत मरीज 40 वर्ष से कम उम्र के होते हैं। उच्च रक्तचाप, मधुमेह, उच्च रक्त कोलेस्ट्रॉल और गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करने वालों को ब्रेन स्ट्रोक होने का अधिक खतरा रहता है।’’
डॉ. मनोज खनाल ने कहा, ‘‘भारत में स्ट्रोक खासकर युवाओं में खतरनाक दर से बढ़ रहा है। इस वृद्धि का मुख्य कारण तनाव का बढऩा, खराब आहार का सेवन और आराम तलब जीवन शैली है। ब्रेन स्ट्रोक का इलाज नहीं कराने पर, यह मस्तिष्क कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है, चलने- फिरने और बोलने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इलाज में देरी होने पर लाखों न्यूरॉन्स क्षतिग्रस्त हो जाते हैं और मस्तिष्क के अधिकतर कार्य प्रभावित होते हैं। इसलिए, रोगी को समय पर चिकित्सा सहायता प्रदान करना महत्वपूर्ण है क्योंकि स्ट्रोक होने पर शीघ्र बहुआयामी उपचार की आवश्यकता होती है।’’


स्ट्रोक को रोकने / बचने के लिए निम्न 8 चीजें कर सकते हैं: रक्त दबाव को 120 (उपरी संख्या) तथा 80 (नीचे की संख्या) से कम बनाए रखें। अपनी बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) 25 या उससे कम रखें। रोजाना 1,500 से 2,000 कैलोरी से अधिक न खाने की कोशिश करें । सप्ताह में कम से कम पांच दिन सामान्य तेजी के साथ व्यायाम करें।  कम मात्रा में शराब का सेवन करें । यदि आपमें दिल की धडक़न असामान्य होने या सांस की तकलीफ जैसे लक्षण हैं, तो परीक्षण के लिए अपने चिकित्सक को दिखाएं। मधुमेह का इलाज कराएं धूम्रपान छोड़ें  बीएमआई और कुल्हे और कमर के अनुपात को सही बनाये रखें।

No comments:

Post a Comment

मनीष गुप्ता भाविप घरौंडा के अध्यक्ष,दीपक शर्मा सचिव व हरीश गर्ग कोषाध्यक्ष बने।

दायित्व ग्रहण समारोह में विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने की शिरकत घरौंडा, डॉ प्रवीण कौशिक           भारत विकास परिषद्, शाखा घरौंडा द्वार...