घरौंडा दर्पण की टीम व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बिताई यहां रात।
घरौंडा,प्रवीण वर्मा
पिछले 2 दिनों से मीडिया में घरौंडा के सरकारी हस्पताल में पिछले 10 वर्षों से बंद पड़े क्वार्टर को कथित भूतिया कोठी का नाम दे दिया गया था जिसके कारण अस्पताल में आए मरीज अब भी दहशत में आ गए थे ।जैसे ही यह मुद्दा सामाजिक संस्थाओं की नजर में आया तो कुछ संस्थाओं ने इस भूतिया कोठी में रात बिताने की घोषणा की।
आपको बता दें कि गत रात युवा बोलेगा मंच व अंबेडकर सभा के कुछ सदस्य इस भूतिया कोठी के सामने इकट्ठे हो गए और सारी रात वहीं बिताई इस मौके पर हमारे संवाददाता ने अपनी टीम के साथ इस जगह का दौरा किया और इसकी सच्चाई जानने की कोशिश की । जिसमें पाया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एसएमओ के लिए जो क्वार्टर बनाया गया था वह पिछले 10 सालों से खाली पड़ा है जिस पर सरकार द्वारा लाखों रुपए खर्च किया गया था और खाली रहने की वजह से यह क्वार्टर खंडहर में तब्दील होता जा रहा है इसके कमरों के दरवाजे व खिड़किया,फर्श सब टूट चुके हैं और इस ओर से प्रशासन की लापरवाही के कारण इसके आसपास झाड़ियां ही झाड़ियां होने से यहां का माहौल डरावना लगना शुरू हो गया है जिसके कारण रात्रि के समय इधर कोई नहीं आता।
ऐसी अफवाहें भी फैलाई गई की इस क्वार्टर में भूतों का वास हो गया है जिसके कारण कोई डॉक्टर इस में रहने के लिए तैयार नहीं हुआ और 10 सालों से यह प्रशासन की लापरवाही के कारण खंडहर में तब्दील होता जा रहा है ।
जब घरौंडा दर्पण के मुख्य सम्पादक प्रवीण कौशिक व उनकी टीम सम्पादक प्रशांत,प्रवीन वर्मा और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस क्वार्टर का दौरा किया तो पाया गया कि प्रशासन की लापरवाही के कारण इसकी दुर्दशा हो रही है और पिछले चार-पांच दिन से इस क्वार्टर के कमरे में ठेकेदार द्वारा कुछ मजदूर रखे गए हैं आस पास झाड़ियां व गंदगी होने के कारण इन मजदूरों के साथ कोई भी हादसा हो सकता था । बरसात के कारण यहां चारों और कीचड़ और गंदगी तथा झाड़ियां भयानक रूप ले रही थी।
युवा बोलेगा मंच के प्रदेश अध्यक्ष जेपी शेखपुरा और अंबेडकर सभा के मलखान सिंह ने यहां मौके पर बताया कि यह सिर्फ एक मात्र अफवाह है जिसके कारण मरीजों व उनके परिजनों में दहशत का माहौल हो गया था यहां पर ऐसा कुछ नहीं पाया गया कि किसी भूत का यहां बसेरा हो । मगर हां यह देखने को मिला कि यहां पर स्वच्छता अभियान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। गंदगी व कीचड़ का पूरा आलम है ,मच्छरों की भरमार है कांग्रेस घास की भरमार है जिसके कारण यहां का माहौल डरावना लगता है और आस-पास क्वार्टर में रह रहे कर्मचारियों के लिए किसी भी समय कोई खतरा हो सकता है ।
प्रवीण कौशिक ने लगभग आधी रात वहां बिताई और ऐसा वहां कुछ नहीं मिला कि इस सरकारी खंडहर में किसी भूत या प्रेत का वास हो । क्योंकि आसपास क्वाटरों में अन्य कर्मचारी यहां रहते देखे गए। इस तरह मरीजों के लोगों के दिल में इस क्वार्टर में भूत को लेकर जो दहशत फैली हुई थी उस का पर्दाफाश हुआ और प्रशासन की लापरवाही स्पष्ट रूप से सामने आई।
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