करनाल सांसद ने टोल प्लाजा पर आकर सामाजिक संस्थाओं को समर्थन देकर पूरे मुद्दे को दी हवा
फ्री टोल मुद्दे को लेकर सियासत गरमाई।
घरौंडा : 24 जून , प्रवीण कौशिक
बसताडा टोल प्लाजा पर लोकल वाहनों के टोल फ्री को लेकर सियासत पूरी तरह से गर्मा गई है। करनाल सांसद ने टोल प्लाजा पर आकर सामाजिक संस्थाओं को समर्थन देकर पूरे मुद्दे को ओर ज्यादा हवा दे दी है। वहीं दूसरी ओर टोल अधिकारी किसी राजनीतिक व सामाजिक संस्थाओं की बात सुनने को तैयार नही हैं। करनाल के सांसद अश्विनी चोपड़ा ने टोल अधिकारियों को दो टूक जबाब देकर कहा कि वे हल्के की जनता के साथ है। इस संबंध में वे केंद्रीय परिवहन मंत्री से बात करेंगे और जब तक कोई अगामी आदेश नही आता, तब तक हलके के लोकल वाहनों की इसी तरह से आवाजाही रहेगी। सामाजिक संस्था के लोगों ने टोल अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
रविवार को करनाल के सांसद अश्विन चोपडा करनाल जाते समय स्थानीय अनाज मंडी के सामने ओवरब्रिज पर रूके ओर लोगों की समस्या सुनी।
बताया लोगो ने--
बीजेपी नेता सतीश राणा, राजीव सेन, सतपाल चौहान, विक्रजीत चौहान, ओंकार शर्मा, प्रवीण जग्गा आदि लोगों ने बताया कि बसताडा टोल अधिकारी लोकल वाहनों के साथ ज्यादती कर रहे हैं और उन्होंने लोकल वाहनों से टोल वसूलने के लिए पास बनवाने का फरमान जारी कर दिया। लोगों की बात सुनते ही सांसद ने अपना रूख टोल प्लाजा की ओर कर दिया और पूरे अमले के साथ टोल प्लाजा पर पहुंचे गए। सांसद ने हाईवे के बीच ही अपनी गाड़ी को रोककर टोल अधिकारियों से बातचीत की। टोल अधिकारी वरूण शर्मा ने सांसद को एनएचआई का गजट दिखाते हुए कहा कि उनके पास टोल फ्री के कोई आदेश नही है। सामाजिक संस्थाओं ने टोल अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि टोल अधिकारियों के इस फरमान को बर्दास्त नही किया जाएगा। सांसद ने भी लोगों की बातों का समर्थन किया और कहा कि वे टोल फ्री करवा कर ही रहेंगे और जल्दी ही केंद्रीय मंत्री नीतिन गड़करी से बात करेंगे। बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए सांसद ने कहा कि उन्होंने तीन साल पहले वायदा किया था कि लोकल वाहनों पर किसी प्रकार को टोल नही लगने देंगे, लेकिन फिर भी टोल अधिकारियों ने नया आदेश जारी किया है और उसे एनएचआई का गजट दिया है। गजट को पढऩे के बाद केंद्रीय मंत्री नीतिन गडकरी से बात करेंगे। अगर उसके बाद भी समस्या का हल नही हुआ वे जनता के साथ है।
जाने के बाद टोल अधिकारियों ने रोके लोकल वाहन-
करनाल के सांसद टोल पर अधिकारियों से बातचीत करके निकले ही थे कि चंद मिनटों के बाद ही टोल अधिकारियों ने लोकल वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। टोल अधिकारियों का साफ जबाब था कि या तो टोल पास बनवाए या फिर टोल देकर जाए। जब तक मैनेजमेंट का कोई आदेश नही आता, तब तक टोल देना ही पड़ेगा। टोल को लेकर लोकल वाहन चालक व टोल अधिकारी के बीच काफी देर तक नोंकझोंक भी हुई।
वर्जन-
करनाल के सांसद अश्विनी चोपडा टोल टैक्स पर आए थे और उन्होंने लोकल वाहनों के लिए टोल फ्री की बात कही थी, लेकिन उन्होंने सांसद को एचएनआई की गजट कॉपी दे दी है। मैनेजमेंट को जैसा आदेश आएगा, उसकी पालना की जाएगी, लेकिन जब तक कोई आदेश नही आते, तब तक लोकल वाहनों चालकों को किसी प्रकार की छूट नही दी जाएगी।
No comments:
Post a Comment