विधायक ने जल्द मामले को समाप्त करने का दिया आश्वासन
घरौंडा : 28 जून प्रवीण कौशिक
टोल प्लाजा के अधिकारियों के फरमान के विरोध में टोल हटाओं संघर्ष समिति के आह्वान पर शहर दोपहर तक बंद रहा। समिति के सदस्यों ने शहर के मुख्य मार्गो से रोष मार्च निकाला और टोल अधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों का कहना है कि जब तक हमारी जमीं से हमें निशुल्क नही निकलने दिया जाएगा, तब तक हमारा संघर्ष जारी रहेगा। इतना ही नही टोल प्लाजा के खिलाफ तम्बू लगाकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देंगे। टोल प्लाजा के अधिकारी हमारे संयम की परीक्षा ना ले, हमें अपने हकों की लड़ाई लडऩा आता हैं। बेहतर होगा कि टोल प्लाजा के अधिकारी टोल की स्थिति को यथावत बहाल करें। प्रदर्शन के बाद टोल हटाओं संघर्ष समिति के सदस्यों ने हलका विधायक हरविंद्र कल्याण के बीच विश्राम गृह मुलाकात की। जिसमें सामाजिक संस्थाओं को आश्वासन दिया कि समस्या को कोई न कोई हल निकाला जाएगा,लेकिन जनता संयम रखे और कानून हाथ में लेने का प्रयास न करे।
वीरवार को सुबह टोल प्लाजा संषर्घ समिति के सदस्य एसडी मंदिर में एकत्रित हुए और टोल अधिकारियों के प्रति नराजगी जताते हुए कहा कि टोल प्लाजा के अधिकारियों के अडियल रवैये के कारण हल्के में जो कोहराम मचा हैं। उसके लिए समाजिक संस्थाएं सीधे तौर पर डीजीएम संजय माथुर को जिम्मेदार मानती हैं। समाजिक संस्थाओं का तर्क है कि माथुर हमें कानून की परिभाषा ना पढ़ाए, पहले वे स्वयं अपने गिरेबां में झांक कर देखें कि क्या उनकी कंपनी ने टोल लगाने से पूर्व भारत सरकार से किए तमाम अनुबंधों को पूरा किया हैं। अभी भी नेशनल हाइवे का काम आधा अधूरा पड़ा हैं। जिसके कारण दुर्घटनाओं में अनगणित लोगों को अपने जाने गवानी पड़ी। टोल हटाओ संघर्ष समिति का तर्क है कि नियम अनुसार टोल कंपनी हमारे से तब तक टोल वसूल नही कर सकती, जब तक निर्माण कार्य पूरा नही हो जाता हैं, आज हमें डीजीएम गजट ना दिखाए। संघर्ष समिति ने आक्रोश भरे लहजे में कहा कि इससे पहले भी साढ़े तीन साल एक समझौते के तहत लोकल वाहन चालकों को निशुल्क आने जाने दिया जाता था, आज इस गजट में ऐसा क्या है?
टोल हटाओ संघर्ष समिति और विधायक के बीच हुई बैठक-
स्थानीय विश्राम गृह पर दोपहर बाद टोल हटाओ संघर्ष समिति व विधायक हरविंद्र कल्याण के बीच बैठक हुई। जिसमें टोल फ्री किए जाने को लेकर मंथन किया गया। जिसमें संघर्ष समिति ने विधायक को बताया कि टोल प्लाजा पर टोल अधिकारियों मनमर्जी कर रहे और बाउंसर बुलाए हुए है। जो वाहन चालकों के साथ गलत व्यवहार कर रहे है। संघर्ष समिति का कहना है कि टोल पर सरेआम गुंडागर्दी का माहौल है। जिसके कारण लोकल वाहन चालकों में दहशत बढ़ती जा रही हैं। उन्होंने कहा कि हमारे विरूद्ध टोल प्लाजा के अधिकारियों ने डकैती, मारपीट, तोडफ़ोड के तहत मामले दर्ज करवा दिए हैं। जबकि हमारी शिकायत पर कोई कार्रवाई नही हुई। इस पर विधायक ने लोगों को आश्वासन देते हुए कहा कि जनता संयम रखे। टोल कर्मचारियों की गुंडागर्दी नही चलने दी जाएगी। उन्होंने टोल अधिकारियों को निर्देश दे दिए है कि जनता के प्रति अपना बर्ताव ठीक रखें। उन्होंने कहा कि पूरा मामला प्रदेश मुख्यमंत्री के संज्ञान में दे दिया है और समस्या का हल निकाला जाएगा।
क्या कहते है विधायक कल्याण।
फर्जी आईडी को लेकर विधायक हरविंद्र कल्याण ने कहा कि टोल की ओर से लगातार यह बात आ रही है कि फर्जी आईडी की तादाद बढ़ गई है। जिस वजह से यह पूरा विवाद हुआ। इन फर्जी आईडी की जांच करवाई जाएगी। ताकि पात्र वाहन चालक को किसी प्रकार की कोई परेशानी न हो। विधायक ने बैठक के दौरान यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने टोल अधिकारियों को अगले एक सप्ताह तक स्थिति को पूर्ववत यथावत बनाए रखने का आग्रह किया हैं, जब तक इस समस्या का कोई स्थाई समाधान नही हो जाता, तब तक जनता को पहले की तरह यूं ही आने जाने दिया जाए। उन्होंने कहा कि डीजीएम संजय माथुर ने जो सांसद के विरूद्ध टिप्पणी की है वो व्यवहारिक नही थी, क्योंकि जनता जन प्रतिनिधियों के माध्यम से ही अपनी समस्याओं का समाधान करवाती हैं। ऐसे में संजय माथुर का ब्यान न केवल दुर्भाग्यपूर्ण हैं। बल्कि अति निंदनीय भी हैं। अधिकारियों को जन प्रतिनिधियों के प्रति अपने व्यक्तव्यों को जाहिर करने से पहले उस का आंकलन करना चाहिए।
इस मौके पर लाला सोहनलाल गुप्ता, राजिंद्र कल्याण, सुरेंद्र सिंगला, ट्रक यूनियन के प्रधान राजबीर, राजीव सेन,सरपंच एसोसिएशन प्रधान अमर सिंह, सुरेंद्र कुमार, शौकीन पहलवान, पूर्व सरपंच रमेश वर्मा, राजकुमार राणा, सतपाल राणा, मोहिंद्र सोनी, प्रवीन जग्गा, मुनीष गुप्ता, पार्षद विक्रमजीत चौहान के अतिरिक्त सैकड़ों लोग मौजूद रहे।
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