PARVEEN KAUSHIK
करनाल 30 मार्च,
हरियाणा पुलिस के साथ मिलक र एनसीआरबी ने एचपीए मधुबन करनाल में फिंगरप्रिंट ब्यूरो के निदेशक ों का दो दिवसीय सम्मेलन का आयोजन कि या गया। जिसका उद्घाटन वीरवार को मुख्य अतिथि यशपाल सिंघल आईपीएस डीजी (जेल), हरियाणा ने किया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि ने भगवान क ृष्ण की कर्मस्थली पर सभी प्रतिनिधियों का स्वागत किया। उन्होंने यह स्वीक ार कि या कि सम्मेलन नई तकनीक, नवाचार और अन्य विशेषज्ञों के साथ पुल बनाने के लिए एक बेहतर मंच है। उन्होंने अनुसंधान और विक ास क ी आवश्यकता पर बल दिया, नई तक नीक िवक सित क रने, दूरस्थ क्वेरी प्रसंस्क रण व्यवस्था करने की बात कही ताकि ये महान वैज्ञानिक डीएनए की तुलना में उपलब्धी की एक छलांग आगे रहें।
उन्होंने क हा कि आधार के डाटा को फिंगरप्रिंट के माध्यम से मृत शरीर का पता लगाने तथा जेल और न्यायपालिक ा को जोड़ा जा सकता है। उन्होंने क हा कि कै दियों क ी पहचान के लिए व्यवस्था में संशोधन की तत्काल आवश्यकता है। उन्होंने सीसीटीएनएस परियोजना को कार्यन्वित क रने में एनसीआरबी क ो बधाई दी, जो देश में पुलिस सेवा में क्रांतिकारी परिवर्तन क रेगी। अपने भाषण में एनसीआरबी के निदेशक डॉ ईश कुमार ने अंगुल छाप के महत्व को उद्धृत किया और क हा कि यह एक आसान उपयोगक र्ता के अनुकू ल, लागत प्रभावी पहचान उपकरण है। उन्होंने क हा कि सीएफपीबी एक लाख के आंकड़े वाले राष्ट्रीय भंडार है, लेकिन सभी राज्यों के आंकड़े उचित जांच के लिए आने की जरूरत है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि एएफआइएस आवश्यक है और सभी राज्यों से अनुरोध है कि वे एएफआईएस खरीद लें और आधुनिकिक रण करें।
उन्होंने क हा कि आईसीजेएस एफएसएल सहित सभी संगठनों को जोड़ देगा। उन्होंने कहा कि जब तक क ैदियों क ी पहचान से सम्बन्धित कानून में संसोधन नहीं होता तब तक वे राज्य पश्चिम बंगाल का उदाहरण लेकर राज्य क ानूनों में संशोधन क र सक ते हैं। दो दिवसीय सम्मेलन में 23 राज्यों / संघ शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, शोध विद्वानों ने भाग लिया। विभिन्न विश्वविद्यालयों के छात्रों ने फिंगरप्रिंट के क्षेत्र में नवीनतम विक ास पर अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए। एएफआईएस-सीसीटीएनएस और प्रशिक्षण, उपकरण और आरएंडडी, एएमबीआईएस और आरयूवीआईएस नामक सॉफ्टवेयर पर प्रस्तुतियां महाराष्ट्र एफपीबी, एनसीआरबी, दिल्ली एफपीबी और ओईएम द्वारा बनाई गई थीं। इस अवसर पर एससीआरबी के एडीजीपी एवं निदेशक के.के. मिश्रा ने एचपीए मधुबन में सभी का स्वागत किया और मेजबान सम्मेलन के लिए दिए गए अवसर के लिए सबका धन्यवाद किया।
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