मैंने सोने दे,रात न तंग ना करै। मंडी को मंडी सुपरवाइजर देख लेगा:सचिव,मार्केट कमेटी
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रात को गेहूं के कट्टे भरना व तुलाई करना गलत:संधू
घरौंडा,8अप्रैल,प्रवीण कौशिक
मैंने सोने दे,रात न तंग ना करै। मंडी को मंडी सुपरवाइजर देख लेगा। यह कहना है मार्किट कमेटी के सचिव सुंदर कम्बोज का। मंडी मे अधिकारीयों की मुस्तैदी न होने के कारण रात से ही गेहूं के कट्टे भरने व कट्टो मे गेहूं ज्यादा भरने का खेल शुरू हो गया है।
बता दें की मंडी मे सरकारी खरीद 6 अप्रैल से शुरू होने के बाद गेहूं के उठान शुरू हो गया था । ओर शुक्रवार को मंडी मे आई बम्पर आवक के बाद सारी रात गेहूं की भराई का कार्य चलता रहा। मंडी मे गेहूं भराई मे किसानों को भरती से ज्यादा तोलने का खेल भी आढ़तीयों द्वारा शुरू कर दिया है।
बताया जा रहा है की यह पूरा खेल मार्किट कमेटी के अधिकारीयों की मिलीभगत से किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि उस समय मंडी में कोई भी मार्किट कमेटी का अधिकारी व्यापारियों से पूछने वाला कोई नहीं होता।
शुक्रवार कि रात को भी मंडी मे बोरियो मे गेहूं को ज्यादा तोलने का खेल खेला गया। मजेदार बात ये रही कि मंडी में जिस समय के नापतोल चल रहा था। तो रात को मार्किट कमेटी के सचिव समेत ज्यादातर कर्मचारी आराम फरमा रहे थे। सरकारी एजेंसीयो के अधिकारियो का कहना रात के अंधेरे में गेहूं के कट्टे भरना व तोल करना सरासर गलत है।
शुक्रवार को विधायक हरविंदर कल्याण ने नई अनाज मंडी का दौरा किया था। उस समय चार या पांच गेहूं की ढेरी चेक की गई। सभी ढेरियों में माउचर ज्यादा मिला ओर फ़ूड एंड सप्लाई ने रात को दावा कर दिया कि 64सौ क्विंटल गेहूं की खरीद कर दी है। रात के समय पूरी मंडी में गेहूं के कट्टे भरने व तोल का कार्य युद्ध स्तर पर चला हुआ था। जब रात के समय व्यापारियों व किसानों से माउचर के बारे में बातचीत की तो उनके पास कोई जबाब नही था। पूरी जानकारी हासिल करने के लिए मार्किट कमेटी ऑफिस में पहुंचे तो वहां पर कोई अधिकारी मौजूद नही था केवल चौकीदार बैठा हुआ था।
जब किसी अधिकारी के ड्यूटी पर होने की जानकारी लेने के लिए पत्रकार ने सचिव को फ़ोन मिलाया तो वें कहने लगे मंडी सुपरवाइजर है बात कर लो। जब उनसे जानकारी दी की यहां यों तो कोई मंडी सुपरवाइजर नही है। सचिव ने कहा भेजता हूँ। लेकिन काफ़ी देर तक कोई नही आया तो फिर सचिव से बात की तो उन्होंने कहा कि सोने दे भाई, सुबह बात करेंगे। जिससे साफ जाहिर है कि मंडी के जिम्मेदार अधिकारी कोई संतोषजनक जबाब नही दे पाते तो ओर सीजन के चलते मंडी में किसी अधिकारी का न होना तो अनुमान लगा सकते है कि कितनी बड़ी लापरवाही है।
फ़ूड एंड सप्लाई के इस्पेक्टर इंदर संधू का कहना है कि रात को गेहूं के कट्टे भरना व तुलाई करना गलत है। व्यापारियों को ऐसा न करने के निर्देश जारी किए हुए हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी एजेंसी ने जो गेहूं खरीदा है, उसको ही कट्टो में भरकर भेजे। स्टोरेज पर गैहू की पूरी गाड़ी चेक की जाएगी । अगर कही कोई गड़बड़ पाई गई तो गैहू की गाड़ी वापिस भेजी जाएगी।
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