संजीवनी परियोजना के तहत करनाल मॉडल ऑफ सुपरवाईज्ड होम केयर का सोमवार को वीडियो कांफ्रैंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शुभारंभ किया और कहा कि जिला प्रशासन ने डिलोयट इंडिया कन्सलटेंसी कंपनी के साथ मिलकर कोविड केयर प्रबंधन में एक अनूठी पहल की है जोकि स्वस्थ करनाल - बनेगा मिसाल यानि पूरे देश के लिए अनुकरणीय है। इस कार्य के सफलतापूर्वक संचालन के लिए मुख्यमंत्री ने डिलोयट इंडिया कंपनी व जिला प्रशासन की सराहना की। करनाल से शुरू होने वाले इस बेहतरीन कार्य के लिए जिला प्रशासन की चारों तरफ से तारीफ हो रही है। जिला प्रशासन डिलोयट कंपनी के साथ करीब 5 करोड़ रुपये कोविड महामारी में स्वास्थ्य सेवाओं के संसाधनों को जुटाने के लिए खर्च कर रही है। यह प्रदेश ही नहीं देश का पहली परियोजना है।
संजीवनी परियोजना के बाद अब हारेगा कोरोना-जीतेगा हरियाणा - सीएम मनोहर लाल।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट के दौरान लोगों के जीवन को बचाना उनकी प्राथमिकता है, अब हारेगा कोरोना-जीतेगा हरियाणा। वे सत्ता को सेवा का माध्यम बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अविष्कार की जननी होती है, दो वर्ष पहले कोरोना काल की किसी ने कल्पना नहीं की थी लेकिन उसके बावजूद भी सरकार व प्रशासन ने इस पर काफी हद तक काबू पाया है और पर्याप्त मात्रा में संसाधन जुटाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा को प्राथमिक स्तर पर माना जाता था लेकिन अब बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का होना जरूरी हो गया है, जान है तो जहान है। उन्होंने मानवता की सेवा के लिए डिलोयट कंपनी द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया और कहा कि इसी तर्ज पर हरियाणा के अन्य जिलों में भी यह स्वास्थ्य सेवाएं शुरू होंगी
संजीवनी परियोजना के बाद अब हारेगा कोरोना-जीतेगा हरियाणा - सीएम मनोहर लाल।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट के दौरान लोगों के जीवन को बचाना उनकी प्राथमिकता है, अब हारेगा कोरोना-जीतेगा हरियाणा। वे सत्ता को सेवा का माध्यम बनाकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अविष्कार की जननी होती है, दो वर्ष पहले कोरोना काल की किसी ने कल्पना नहीं की थी लेकिन उसके बावजूद भी सरकार व प्रशासन ने इस पर काफी हद तक काबू पाया है और पर्याप्त मात्रा में संसाधन जुटाए गए हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा को प्राथमिक स्तर पर माना जाता था लेकिन अब बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का होना जरूरी हो गया है, जान है तो जहान है। उन्होंने मानवता की सेवा के लिए डिलोयट कंपनी द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उनका धन्यवाद किया और कहा कि इसी तर्ज पर हरियाणा के अन्य जिलों में भी यह स्वास्थ्य सेवाएं शुरू होंगी
संजीवनी परियोजना के बारे में इन्होंने दी जानकारी।
वीसी के जरिए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सांसद संजय भाटिया, एसीएस देवेन्द्र सिंह, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, डिलोयट कंपनी के सीईओ पुनीत रंजन, सीए रोमन सेठी, कोविड के हरियाणा राज्य नोडल अधिकारी डा. दुरू चौधरी व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी जुड़े और इस परियोजना की विस्तार से जानकारी दी। शिक्षा मंत्री ने जिला प्रशासन व डिलोयट कंपनी को बधाई दी। केसीजीएमसी ने बेहतरीन ईलाज देकर रचा नया इतिहास, प्राईवेट अस्पतालों से छुट्टी लेकर दाखिल हुए केसीजीएमसी - सांसद संजय भाटिया।
वीसी में सांसद संजय भाटिया ने करनाल मॉडल ऑफ सुपरवाईजर होम केयर की शुरूआत करनाल जिला से किए जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल व डिलोयट कंपनी के सीईओ पुनीत रंजन का धन्यवाद किया और कहा कि यह पहल हरियाणा के बाद पूरे देश के रोल मॉडल बनेगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस परियोजना को पूरे देश में लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय में हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा पूरे प्रदेश की जनता की मदद एक परिवार के सदस्य के रूप में की गई है जिसका परिणाम यह रहा कि हरियाणा में इस महामारी को नियंत्रण करने में स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन काफी हद तक सफल रहा। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संकट की इस घड़ी में धन की कोई कमी नहीं आने दी। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज ने एक नया इतिहास रचा है कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीज प्राईवेट अस्पतालों से छुट्टी लेकर केसीजीएमसी में दाखिल हुए और मरीजों के जीवन को बचाने का काम किया। उन्होंने सुझाव दिया कि होम केयर के तहत दी जा रहे स्वास्थ्य उपचारों व सुविधाओं में सीटी स्कैन को भी जोड़ा जाए ताकि संक्रमण के केसों की जल्द से पहचान हो सके और समय रहते उनका उपचार शुरू करवाया जा सके।
होम केयर एंड टेली कम्यूनिकेशन से 200 एबीबीएस छात्र दे रहे कोविड संक्रमित मरीजों को घर पर बेहतरीन ईलाज - डीसी निशांत कुमार यादव।
वीसी में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि कोविड केयर प्रबंधन में अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों के अलावा शेष 94 प्रतिशत होम आईसोलेटिड मरीजों को घर पर ही बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन ने डिलोयट कंपनी के साथ मिलकर 6 कम्पोनेंट पर कार्य शुरू किया है। इनमें होम केयर एंड टेली कम्यूनिकेशन, होम आईसोलेशन किट, लैब टैस्ट, फील्ड अस्पताल की स्थापना, एडवांस लाईफ स्पोर्ट एम्बुलैंस तथा इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सैंटर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि होम केयर एंड टेली कम्पयूनिकेशन के तहत करीब 5 हजार होम आईसोलेटिड मरीजों की देखभाल केसीजीएमसी के 200 एमबीबीएस छात्र कर रहे हैं। इस पहल से मरीजों को घर पर ही दवाईयां, स्वास्थ्य जांच व जरूरत के अुनसार ऑक्सीजन मिल रही है। यह छात्र मरीजों से प्रतिदिन दिन में दो बार फोन के माध्यम से जानकारी ले रहे हैं और स्वास्थ्य बिगडऩे पर कोविड अस्पताल में ईलाज के लिए दाखिल करवाते हैं। प्रत्येक छात्र को 25 मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रत्येक कन्सलटेंट छात्र को डिलोयट कंपनी की ओर से 5 हजार रुपये प्रतिमास प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस कार्य पर 30 लाख रुपये खर्च होंगे। उपायुक्त ने बताया कि 10 से 12 दिनों के अंदर करीब 5786 मरीजों को 34 हजार 704 कॉल की गई तथा 11 हजार गंभीर मरीजों को केसीजीएमसी में दाखिल करवाकर उनका जीवन बचाने का काम किया है। आईसोलेटिड सभी मरीजों को वितरित की स्वास्थ्य किट - डीसी।
डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि प्रशासन द्वारा 5 हजार होम आईसोलेट किट तैयार की गई हैं, जिसमें 15 आईटमें शामिल हैं, जिन्हें होम आईसोलेटिड मरीजों के घरों तक एएनएम व आशा वर्करों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है। जिले में होम आईसोलेट किटों के वितरण का कार्य 26 पीएचसी व 7 शहरी डिस्पेंसरी के माध्यम से नोडल अधिकारियों की देखरेख में किया जा रहा है। वर्तमान में सभी होम आईसोलेटिड मरीजों तक स्वास्थ्य किट पहुंचाई जा चुकी है, एक भी मरीज शेष नहीं है। इस सेवा के शुरू होने से कोविड अस्पताल पर दबाव कम हुआ है और मरीजों को घर पर ही स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि डिलोयट कंपनी की ओर से 50 लाख रुपये की लागत से स्वास्थ्य किट के लिए 6500 थर्मामीटर, इतने ही पल्स ऑक्सीमीटर व स्टीमर खरीदे गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि होम आईसोलेटिड मरीजों की 200 एमबीबीएस छात्रों द्वारा प्रत्येक दिन की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट में सीबीसी, सीआरपी व शुगर टैस्ट के सैंपल लेने की भी व्यवस्था की गई है। इन सैंपलों की टैस्टिंग के लिए गुरूग्राम की हिंदुस्तान वैलनेस लैब से टाईअप किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद तुरंत संंबंधित मरीज को अवगत कराया जाता है और कुछ मरीजों की रिपोर्ट संतोषजनक नहीं पाए जाने पर तुरंत सीनियर कन्सलटेंट के संज्ञान में लाया जाता है। यह सभी टैस्ट डिलोयट कंपनी के सहयोग से करवाए जाते हैं। इस कार्य के लिए भी कंपनी ने 35 लाख रुपये के फंड की व्यवस्था की है।
वीसी के जरिए शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर, सांसद संजय भाटिया, एसीएस देवेन्द्र सिंह, उपायुक्त निशांत कुमार यादव, डिलोयट कंपनी के सीईओ पुनीत रंजन, सीए रोमन सेठी, कोविड के हरियाणा राज्य नोडल अधिकारी डा. दुरू चौधरी व जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी जुड़े और इस परियोजना की विस्तार से जानकारी दी। शिक्षा मंत्री ने जिला प्रशासन व डिलोयट कंपनी को बधाई दी। केसीजीएमसी ने बेहतरीन ईलाज देकर रचा नया इतिहास, प्राईवेट अस्पतालों से छुट्टी लेकर दाखिल हुए केसीजीएमसी - सांसद संजय भाटिया।
वीसी में सांसद संजय भाटिया ने करनाल मॉडल ऑफ सुपरवाईजर होम केयर की शुरूआत करनाल जिला से किए जाने पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल व डिलोयट कंपनी के सीईओ पुनीत रंजन का धन्यवाद किया और कहा कि यह पहल हरियाणा के बाद पूरे देश के रोल मॉडल बनेगी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस परियोजना को पूरे देश में लागू करेंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के समय में हरियाणा के मुख्यमंत्री द्वारा पूरे प्रदेश की जनता की मदद एक परिवार के सदस्य के रूप में की गई है जिसका परिणाम यह रहा कि हरियाणा में इस महामारी को नियंत्रण करने में स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन काफी हद तक सफल रहा। उन्होंने कहा कि सरकार ने स्वास्थ्य सेवाओं के लिए संकट की इस घड़ी में धन की कोई कमी नहीं आने दी। कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज ने एक नया इतिहास रचा है कि कोरोना संक्रमण से प्रभावित मरीज प्राईवेट अस्पतालों से छुट्टी लेकर केसीजीएमसी में दाखिल हुए और मरीजों के जीवन को बचाने का काम किया। उन्होंने सुझाव दिया कि होम केयर के तहत दी जा रहे स्वास्थ्य उपचारों व सुविधाओं में सीटी स्कैन को भी जोड़ा जाए ताकि संक्रमण के केसों की जल्द से पहचान हो सके और समय रहते उनका उपचार शुरू करवाया जा सके।
होम केयर एंड टेली कम्यूनिकेशन से 200 एबीबीएस छात्र दे रहे कोविड संक्रमित मरीजों को घर पर बेहतरीन ईलाज - डीसी निशांत कुमार यादव।
वीसी में उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने कहा कि कोविड केयर प्रबंधन में अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों के अलावा शेष 94 प्रतिशत होम आईसोलेटिड मरीजों को घर पर ही बेहतरीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए जिला प्रशासन ने डिलोयट कंपनी के साथ मिलकर 6 कम्पोनेंट पर कार्य शुरू किया है। इनमें होम केयर एंड टेली कम्यूनिकेशन, होम आईसोलेशन किट, लैब टैस्ट, फील्ड अस्पताल की स्थापना, एडवांस लाईफ स्पोर्ट एम्बुलैंस तथा इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सैंटर शामिल हैं। उन्होंने बताया कि होम केयर एंड टेली कम्पयूनिकेशन के तहत करीब 5 हजार होम आईसोलेटिड मरीजों की देखभाल केसीजीएमसी के 200 एमबीबीएस छात्र कर रहे हैं। इस पहल से मरीजों को घर पर ही दवाईयां, स्वास्थ्य जांच व जरूरत के अुनसार ऑक्सीजन मिल रही है। यह छात्र मरीजों से प्रतिदिन दिन में दो बार फोन के माध्यम से जानकारी ले रहे हैं और स्वास्थ्य बिगडऩे पर कोविड अस्पताल में ईलाज के लिए दाखिल करवाते हैं। प्रत्येक छात्र को 25 मरीजों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी गई है। प्रत्येक कन्सलटेंट छात्र को डिलोयट कंपनी की ओर से 5 हजार रुपये प्रतिमास प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। इस कार्य पर 30 लाख रुपये खर्च होंगे। उपायुक्त ने बताया कि 10 से 12 दिनों के अंदर करीब 5786 मरीजों को 34 हजार 704 कॉल की गई तथा 11 हजार गंभीर मरीजों को केसीजीएमसी में दाखिल करवाकर उनका जीवन बचाने का काम किया है। आईसोलेटिड सभी मरीजों को वितरित की स्वास्थ्य किट - डीसी।
डीसी निशांत कुमार यादव ने बताया कि प्रशासन द्वारा 5 हजार होम आईसोलेट किट तैयार की गई हैं, जिसमें 15 आईटमें शामिल हैं, जिन्हें होम आईसोलेटिड मरीजों के घरों तक एएनएम व आशा वर्करों के माध्यम से पहुंचाया जा रहा है। जिले में होम आईसोलेट किटों के वितरण का कार्य 26 पीएचसी व 7 शहरी डिस्पेंसरी के माध्यम से नोडल अधिकारियों की देखरेख में किया जा रहा है। वर्तमान में सभी होम आईसोलेटिड मरीजों तक स्वास्थ्य किट पहुंचाई जा चुकी है, एक भी मरीज शेष नहीं है। इस सेवा के शुरू होने से कोविड अस्पताल पर दबाव कम हुआ है और मरीजों को घर पर ही स्वास्थ्य सेवा का लाभ मिल रहा है। उन्होंने बताया कि डिलोयट कंपनी की ओर से 50 लाख रुपये की लागत से स्वास्थ्य किट के लिए 6500 थर्मामीटर, इतने ही पल्स ऑक्सीमीटर व स्टीमर खरीदे गए हैं। उपायुक्त ने बताया कि होम आईसोलेटिड मरीजों की 200 एमबीबीएस छात्रों द्वारा प्रत्येक दिन की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट में सीबीसी, सीआरपी व शुगर टैस्ट के सैंपल लेने की भी व्यवस्था की गई है। इन सैंपलों की टैस्टिंग के लिए गुरूग्राम की हिंदुस्तान वैलनेस लैब से टाईअप किया गया है। रिपोर्ट आने के बाद तुरंत संंबंधित मरीज को अवगत कराया जाता है और कुछ मरीजों की रिपोर्ट संतोषजनक नहीं पाए जाने पर तुरंत सीनियर कन्सलटेंट के संज्ञान में लाया जाता है। यह सभी टैस्ट डिलोयट कंपनी के सहयोग से करवाए जाते हैं। इस कार्य के लिए भी कंपनी ने 35 लाख रुपये के फंड की व्यवस्था की है।
ग्रामीण क्षेत्र में कोविड फील्ड अस्पताल हुए कारगर साबित - डीसी।
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की सुविधा के लिए केसीजीएमसी के अलावा जिला में 9 सीएचसी तथा करनाल शहर के हीना बैंक्वेट हॉल को कोविड फील्ड अस्पताल बनाया गया है। इन सभी फील्ड अस्पताल में 24 घंटे ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन बैड, दवाईयों व आक्सीमीटर की व्यववस्था की गई है। उन्होंने बताया कि फील्ड अस्पतालों से 15 मरीजों को जिला कोविड अस्पताल में दाखिल करवाया। इसी प्रकार 37 मरीज सीएचसी स्तर के फील्ड अस्पताल में दाखिल हैं। इस सेवा के शुरू होने से केसीजीएमसी में मरीजों की भीड़ कम हुई है तथा गंभीर मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया है। डिलोयट कंपनी द्वारा 2 करोड़ 80 लाख रुपये की राशि के 200 ऑक्सीमीटर उपलब्ध करवाए गए हैं। जन मानस की सेवा के लिए यह सराहनीय कार्य है।
बॉक्स: ग्रामीण व दूर-दराज के गंभीर मरीजों की एडवांस लाईफ स्पोर्ट एम्बुलैंस से बचाई जा रही जान - डीसी।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र व दूर-दराज के गंभीर मरीजों को जल्द से जल्द कोविड अस्पताल में पहुंचाने के लिए 8 फील्ड अस्पतालों पर एडवांस लाईफ स्पोर्ट एम्बुलैंस की व्यवस्था की गई है। यह एम्बुलैंस आधुनिक सुविधाओं से युक्त है, इनमें विशेषत: ऑक्सीजन सिलेंडर, वैंटिलेटर, बाई-पैप मशीन, सैंकशन मशीन, ऑटो लोडर स्ट्रैचर की उपलब्धता है तथा 24 घंटे के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। यह एम्बुलैंस भी डिलोयट कंपनी के सहयोग से संचालित की गई है, इस कार्य के लिए भी 1 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। इस सेवा के शुरू होने से करीब एक सप्ताह के कम समय में फील्ड अस्पतालों से 5 गंभीर मरीजों को केसीजीएमसी में दाखिल करवाकर उनकी जान बचाने का काम किया गया है।
इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सैंटर एक ही स्थान पर मिल रही सभी जानकारी - डीसी।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि कोविड मरीजों से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए नगरनिगम के निर्माणाधीन कार्यालय सैक्टर 12 में इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सैंटर की स्थापना की गई है। इस सैंटर की स्थापना से जिला में कोविड केयर प्रबंधन के तहत ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन बैड, वैंटिलेंटर, ऑक्सीजन कन्सनटे्रटर, वैक्सीनेशन सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता का प्रत्येक दिन का डिजिटल डाटा व रिपोर्ट एक ही स्थान पर मिल रहा है। इन सब की व्यवस्था होने पर मॉनिटरिंग से जिला के कोविड मरीजों के रिकवरी रेट में अच्छा सुधार हुआ है।यह रहे उपस्थित।
इस मौके पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर, जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मेयर रेनू बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, पूर्व जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, भाजपा नेता ईलम सिंह, प्रशासन की ओर से एसपी गंगाराम पुनिया, नगरनिगम के आयुक्त विक्रम, करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा, एसीयूटी प्रदीप सिंह, एडीसी वीना हुड्डा, इंद्री के एसडीएम सुमिति सिहाग, एमडी शुगरमिल अदिति, नगरनिगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह, केसीजीएमसी के निदेशक डा. जगदीश दुरेजा, सीएमओ डा. योगेश शर्मा, डीआईओ महीपाल सीकरी उपस्थित रहे।
उपायुक्त ने बताया कि कोरोना संक्रमित मरीजों की सुविधा के लिए केसीजीएमसी के अलावा जिला में 9 सीएचसी तथा करनाल शहर के हीना बैंक्वेट हॉल को कोविड फील्ड अस्पताल बनाया गया है। इन सभी फील्ड अस्पताल में 24 घंटे ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन बैड, दवाईयों व आक्सीमीटर की व्यववस्था की गई है। उन्होंने बताया कि फील्ड अस्पतालों से 15 मरीजों को जिला कोविड अस्पताल में दाखिल करवाया। इसी प्रकार 37 मरीज सीएचसी स्तर के फील्ड अस्पताल में दाखिल हैं। इस सेवा के शुरू होने से केसीजीएमसी में मरीजों की भीड़ कम हुई है तथा गंभीर मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलना शुरू हो गया है। डिलोयट कंपनी द्वारा 2 करोड़ 80 लाख रुपये की राशि के 200 ऑक्सीमीटर उपलब्ध करवाए गए हैं। जन मानस की सेवा के लिए यह सराहनीय कार्य है।
बॉक्स: ग्रामीण व दूर-दराज के गंभीर मरीजों की एडवांस लाईफ स्पोर्ट एम्बुलैंस से बचाई जा रही जान - डीसी।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र व दूर-दराज के गंभीर मरीजों को जल्द से जल्द कोविड अस्पताल में पहुंचाने के लिए 8 फील्ड अस्पतालों पर एडवांस लाईफ स्पोर्ट एम्बुलैंस की व्यवस्था की गई है। यह एम्बुलैंस आधुनिक सुविधाओं से युक्त है, इनमें विशेषत: ऑक्सीजन सिलेंडर, वैंटिलेटर, बाई-पैप मशीन, सैंकशन मशीन, ऑटो लोडर स्ट्रैचर की उपलब्धता है तथा 24 घंटे के लिए प्रशिक्षित स्टाफ की ड्यूटी लगाई गई है। यह एम्बुलैंस भी डिलोयट कंपनी के सहयोग से संचालित की गई है, इस कार्य के लिए भी 1 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। इस सेवा के शुरू होने से करीब एक सप्ताह के कम समय में फील्ड अस्पतालों से 5 गंभीर मरीजों को केसीजीएमसी में दाखिल करवाकर उनकी जान बचाने का काम किया गया है।
इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सैंटर एक ही स्थान पर मिल रही सभी जानकारी - डीसी।
उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बताया कि कोविड मरीजों से संबंधित सभी प्रकार की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने के लिए नगरनिगम के निर्माणाधीन कार्यालय सैक्टर 12 में इंटीग्रेटिड कंट्रोल एंड कमांड सैंटर की स्थापना की गई है। इस सैंटर की स्थापना से जिला में कोविड केयर प्रबंधन के तहत ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन बैड, वैंटिलेंटर, ऑक्सीजन कन्सनटे्रटर, वैक्सीनेशन सहित अन्य आवश्यक वस्तुओं की उपलब्धता का प्रत्येक दिन का डिजिटल डाटा व रिपोर्ट एक ही स्थान पर मिल रहा है। इन सब की व्यवस्था होने पर मॉनिटरिंग से जिला के कोविड मरीजों के रिकवरी रेट में अच्छा सुधार हुआ है।यह रहे उपस्थित।
इस मौके पर इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, नीलोखेड़ी के विधायक धर्मपाल गोंदर, जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा, मेयर रेनू बाला गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, पूर्व जिलाध्यक्ष जगमोहन आनंद, भाजपा नेता ईलम सिंह, प्रशासन की ओर से एसपी गंगाराम पुनिया, नगरनिगम के आयुक्त विक्रम, करनाल के एसडीएम आयुष सिन्हा, एसीयूटी प्रदीप सिंह, एडीसी वीना हुड्डा, इंद्री के एसडीएम सुमिति सिहाग, एमडी शुगरमिल अदिति, नगरनिगम के संयुक्त आयुक्त गगनदीप सिंह, केसीजीएमसी के निदेशक डा. जगदीश दुरेजा, सीएमओ डा. योगेश शर्मा, डीआईओ महीपाल सीकरी उपस्थित रहे।
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