आतंकवादी हमलों में शहीद हुए सैनिकों व आम जन को दी श्रद्धांजलि
विश्व में शांति, मानवता व अहिंसा तथा आपसी सद्भावना हो स्थापितः पवन अग्रवाल
चण्डीगढः प्रवीण कौशिक
आज 21 मई 2021 को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस पर राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय मोदी आर्मी (रोप्र), हरियाणा प्रदेश संगठन मंत्री विश्व हिन्दू वाहिनी पवन अग्रवाल ने आतंकवादी हमलों में मारे गए लोगों, प्राकृतिक आपदाओं और प्राकृतिक आपदाओं से दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि भारत में हर साल 21 मई को आतंकवाद विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है। आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए भारत में 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस पूर्व प्रधानमंत्री वी पी सिंह द्वारा शुरू किया गया था। उन्होंने कहा कि यह दिन उन लोगों को श्रद्धांजलि देने का है जिन्होंने आतंकवादी हमलों में अपनी जान गंवाई। साथ ही आतंक के खिलाफ लड़ने वाले जवानों का सम्मान भी है।
पवन ने कहा कि आज भारत समेत दुनिया के कई देश इस समय कोरोना महामारी से लड़ रहे हैं। लेकिन आतंकवाद एक ऐसी समस्या है जिससे कई देश सालों तक जंग लड़ने के बाद भी पूरी तरह निजात पाने में नाकाम रहे हैं। इस गंभीर समस्या का खामियाजा भारत भी पिछले कई दशकों से भुगत रहा है।
अग्रवाल ने कहा कि आतंकवाद जैसी भयानक समस्या से निपटने के लिए भारत ने 21 मई को 'राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी दिवस' के रूप में मनाना शुरू किया। वास्तव में, यह आतंकवादी हमलों में अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि देने और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने वाले हजारों सैनिकों के बलिदान का सम्मान करने का दिन है।
पवन अग्रवाल ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों में आतंकवाद के खतरों, हिंसा और उनके समाज, लोगों तथा देश पर होने वाले खतरनाक प्रभावों से बचने के बारे में जागरूकता फैलाना है। लोगों के बीच शांति और मानवता, आपसी सद्भावना का संदेश फैलाना है। युवाओं को आतंकवाद और हिंसा के रास्ते से दूर रखने के लिए प्रेरित करना, युवाओं को किसी भी तरह के प्रलोभन से बचाने और आतंकवादी समूहों में शामिल होने से बचाने के लिए, उनमें देशभक्ति जगाने के लिए, लोगों को जागरूक करने के लिए उन्हें आतंकवाद के बारे में शिक्षित करना है।
उन्होंने ने कहा कि आम आदमी की पीड़ा और जीवन पर आतंकवाद के घातक प्रभाव के कारण इस दिवस को मनाना आवश्यक है।
पवन ने कहा कि आतंकवाद के विरूद्ध देश के कोने-कोने में लोगों को जागरूक करना समय की सबसे बड़ी मांग है। देश की जनता को सचेत करना है कि कैसे आतंकवादी संगठन आतंकी हमलों को अंजाम देने की योजना बनाते हैं? कैसे उनकी हरकतों से लोगों की जान-माल की भारी क्षति होती है?
अग्रवाल ने कहा कि भारत हमेशा से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकवाद विरोधी रहा है। किसी भी परिस्थिति में हिंसा को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। गांधी जी के मूल्य और आदर्श ही विश्व में स्थायी शांति ला सकते हैं।
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