कैमला गांव में आयोजित किसान महापंचायत को मंत्री, विधायक व अन्य नेताओं ने किया सम्बोधित और तीनों कृषि कानूनों के गिनाए फायदे,कहा- डिबेट करने के लिए तैयार।
कैमला/घरौंडा,प्रवीण कौशिक
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कवंरपाल गुर्जर ने कहा कि यह आज तक का पहला आंदोलन है जो किसानों को छूट देने पर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए तीन कृषि कानून बनाए है। यह कानून किसानों के लिए फायदेमंद है, जो व्यक्ति इनका विरोध करता है। जो लोग इन बिलों का विरोध करता है, उन्हें सरकार के साथ डिबेट करनी चाहिए और तुलना करनी चाहिए कि सरकार इस बिल के फायदे बताएगी और दूसरे लोग नुकसान बनाएंगे।
शिक्षा मंत्री रविवार को कैमला गांव में आयोजित किसान महापंचायत के अवसर पर भारी संख्या में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस किसान को अपनी फसल का भाव एमएसपी से कम मिलता है तो वह मंडियों में आकर अपनी फसल को बेच सकता है, इसके लिए किसान को स्वतंत्र किया है कि वे देश की किसी भी मंडी में जाकर अपनी फसल को अच्छे भाव पर बेच सकता है। उन्होंने कहा कि मंडी समाप्त नहीं होगी, जो लोग ऐसा भ्रम फैलाते है, वह टीवी पर आकर या आमने-सामने आकर डिबेट करें।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि यूनियन व विपक्ष अपने कागज लेकर आए कि उनके राज में किसने एमएसपी बढ़ाया और किसने नहीं और किस राज में गेहूं और धान के अलावा सबसे ज्यादा फसल खरीदी। उन्होंने कहा कि राजस्थान और पंजाब में आज भी कांगे्रस सरकार है, वह क्यों नहीं गन्ने का मूल्य 350 रूपये किवंटल करते। हरियाणा में किसान को प्रति एकड़ 12 हजार रूपये मुआवजा दिया जाता है, जबकि कांग्रेस वाले 8 हजार रूपये प्रति एकड़ , फिर भी विरोध क्यों।
उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक लाभ के लिए प्रधानमंत्री ने 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष देने का निर्णय लिया, इससे किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस कानून को बनाया है यह 2001 से बनना शुरू हुआ था, परन्तु 19 साल से कोई भी सरकार इसको बनाने की हिम्मत नहीं कर सकी। इनका बिलों का विरोध केवल ऐसे लोग कर रहे है, जिनको जनता सरपंच तक नहीं बनाती। उन्होंने कहा कि इन बिलों का विरोध केवल वह लोग कर रहे है, जिनका कोई औचित्य नहीं।
विधायक पानीपत ग्रामीण महिपाल ढांडा ने कहा कि किसान कृषि बिल सरकार हितैषी बिल है, कुछ लोग इन पर राजनीति कर रहे है, ऐसे लोगों से सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसान की आय को दोगुनी करना चाहते है परन्तु कुछ राजनैतिक लोग किसान को ऐसे ही देखना चाहते है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह लोगों के बहकावे में ना आए।
इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप ने भी कृषि बिलों का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों को तीनों कृषि बिल मंजूर है, परन्तु राजनैतिक लोग किसानों की आड़ में विरोध कर रहे है। किसानों को समझना चाहिए कि वह सरकार पर विश्वास करें।
पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए जो कार्य किया है, वह आज तक किसी भी सरकार ने नहीं किया है। स्वामी नाथन रिपोर्ट को लागू करवाने के लिए कांग्रेस की सरकार दिन-रात किसानों को बहकाती रही, परन्तु वर्तमान सरकार ने किसानों के हित में फैसला लेकर एक किसान हितैषी सरकार होने का प्रमाण दिया है।
पूर्व मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने कहा कि किसानों की आजादी के लिए तीन कानून है। इन काूननों के माध्यम से किसान की आय दोगुनी होगी, जो लोग उल्टा भ्रम फैला रहे है, वह कभी किसान हितैषी नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ऐसे किसान हितैषी नेता है जिन्होंने सदा किसान,मजदूर व कमेरे की बात की है। किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग विभाग की चेयरपर्सन निर्मला बैरागी व ओबीसी मौर्चा हरियाणा के अध्यक्ष मदन लाल चौहान व पूर्व विधायक स०बख्शीश सिंह विर्क ने भी किसान बिल कानूनों की सराहना की।
कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मैं भी किसान का बेटा हूं, मुझे भी यह पता है कि किसान के लिए क्या अच्छा है-क्या बुरा। मैं आज यहां इस महापंचायत के माध्यम से आश्वासन दिलाना चाहता हंू कि इन तीनों बिलों में किसान की आय दोगुनी होगी और किसान को अपनी फसल अपने रेट पर बेचने की आजादी मिलेगी।👉ये रहे उपस्थित।
सांसद संजय भाटिया, खेल मंत्री संदीप सिंह, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय भटला, स्वच्छ भारत मिशन के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र, केश कला एवं कौशल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी, रमेश कश्यप, मेयर रेनू बाला गुप्ता, प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, जिला प्रभारी रामेश्वर चौहान, जिला महामंत्री राजबीर शर्मा, भाजपा नेता अशोक सुखीजा, जगमोहन आनंद, शमशेर सिंह नैन, ईलम सिंह, जयपाल शर्मा, एडवोकेट विरेन्द्र ठाकुर, रमेश वर्मा, गांव के सरपंच सुनील कुमार सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
शिक्षा मंत्री रविवार को कैमला गांव में आयोजित किसान महापंचायत के अवसर पर भारी संख्या में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिस किसान को अपनी फसल का भाव एमएसपी से कम मिलता है तो वह मंडियों में आकर अपनी फसल को बेच सकता है, इसके लिए किसान को स्वतंत्र किया है कि वे देश की किसी भी मंडी में जाकर अपनी फसल को अच्छे भाव पर बेच सकता है। उन्होंने कहा कि मंडी समाप्त नहीं होगी, जो लोग ऐसा भ्रम फैलाते है, वह टीवी पर आकर या आमने-सामने आकर डिबेट करें।
पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेशाध्यक्ष ओम प्रकाश धनखड़ ने कहा कि यूनियन व विपक्ष अपने कागज लेकर आए कि उनके राज में किसने एमएसपी बढ़ाया और किसने नहीं और किस राज में गेहूं और धान के अलावा सबसे ज्यादा फसल खरीदी। उन्होंने कहा कि राजस्थान और पंजाब में आज भी कांगे्रस सरकार है, वह क्यों नहीं गन्ने का मूल्य 350 रूपये किवंटल करते। हरियाणा में किसान को प्रति एकड़ 12 हजार रूपये मुआवजा दिया जाता है, जबकि कांग्रेस वाले 8 हजार रूपये प्रति एकड़ , फिर भी विरोध क्यों।
उन्होंने कहा कि किसानों को आर्थिक लाभ के लिए प्रधानमंत्री ने 6 हजार रूपये प्रतिवर्ष देने का निर्णय लिया, इससे किसानों को आर्थिक लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जिस कानून को बनाया है यह 2001 से बनना शुरू हुआ था, परन्तु 19 साल से कोई भी सरकार इसको बनाने की हिम्मत नहीं कर सकी। इनका बिलों का विरोध केवल ऐसे लोग कर रहे है, जिनको जनता सरपंच तक नहीं बनाती। उन्होंने कहा कि इन बिलों का विरोध केवल वह लोग कर रहे है, जिनका कोई औचित्य नहीं।
विधायक पानीपत ग्रामीण महिपाल ढांडा ने कहा कि किसान कृषि बिल सरकार हितैषी बिल है, कुछ लोग इन पर राजनीति कर रहे है, ऐसे लोगों से सचेत रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी किसान की आय को दोगुनी करना चाहते है परन्तु कुछ राजनैतिक लोग किसान को ऐसे ही देखना चाहते है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वह लोगों के बहकावे में ना आए।
इंद्री के विधायक रामकुमार कश्यप ने भी कृषि बिलों का समर्थन करते हुए कहा कि किसानों को तीनों कृषि बिल मंजूर है, परन्तु राजनैतिक लोग किसानों की आड़ में विरोध कर रहे है। किसानों को समझना चाहिए कि वह सरकार पर विश्वास करें।
पूर्व मंत्री कृष्ण लाल पंवार ने कहा कि सरकार द्वारा किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए जो कार्य किया है, वह आज तक किसी भी सरकार ने नहीं किया है। स्वामी नाथन रिपोर्ट को लागू करवाने के लिए कांग्रेस की सरकार दिन-रात किसानों को बहकाती रही, परन्तु वर्तमान सरकार ने किसानों के हित में फैसला लेकर एक किसान हितैषी सरकार होने का प्रमाण दिया है।
पूर्व मंत्री कर्णदेव काम्बोज ने कहा कि किसानों की आजादी के लिए तीन कानून है। इन काूननों के माध्यम से किसान की आय दोगुनी होगी, जो लोग उल्टा भ्रम फैला रहे है, वह कभी किसान हितैषी नहीं हो सकते। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ऐसे किसान हितैषी नेता है जिन्होंने सदा किसान,मजदूर व कमेरे की बात की है। किसान महापंचायत को सम्बोधित करते हुए पिछड़ा वर्ग विभाग की चेयरपर्सन निर्मला बैरागी व ओबीसी मौर्चा हरियाणा के अध्यक्ष मदन लाल चौहान व पूर्व विधायक स०बख्शीश सिंह विर्क ने भी किसान बिल कानूनों की सराहना की।
कार्यक्रम में भाजपा के जिलाध्यक्ष योगेन्द्र राणा ने किसानों को आश्वासन दिलाया कि मैं भी किसान का बेटा हूं, मुझे भी यह पता है कि किसान के लिए क्या अच्छा है-क्या बुरा। मैं आज यहां इस महापंचायत के माध्यम से आश्वासन दिलाना चाहता हंू कि इन तीनों बिलों में किसान की आय दोगुनी होगी और किसान को अपनी फसल अपने रेट पर बेचने की आजादी मिलेगी।👉ये रहे उपस्थित।
सांसद संजय भाटिया, खेल मंत्री संदीप सिंह, घरौंडा के विधायक हरविन्द्र कल्याण, मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय भटला, स्वच्छ भारत मिशन के उपाध्यक्ष सुभाष चंद्र, केश कला एवं कौशल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष यशपाल ठाकुर, पूर्व विधायक भगवानदास कबीरपंथी, रमेश कश्यप, मेयर रेनू बाला गुप्ता, प्रदेश महामंत्री एडवोकेट वेदपाल, जिला प्रभारी रामेश्वर चौहान, जिला महामंत्री राजबीर शर्मा, भाजपा नेता अशोक सुखीजा, जगमोहन आनंद, शमशेर सिंह नैन, ईलम सिंह, जयपाल शर्मा, एडवोकेट विरेन्द्र ठाकुर, रमेश वर्मा, गांव के सरपंच सुनील कुमार सहित गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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