श्री विश्वकर्मा महासभा के तत्वधान में श्री विश्वकर्मा जयंती धूम धाम से मनाई गई। समाज के लोगों ने विश्वकर्मा जी की प्रतिभा पर फूल मालाएं पहनाई और शीश नवाकर आशीर्वाद लिया। जयंती में मुख्य यजमान पवन धीमान ठेकेदार ने हवन यज्ञ में शहर व समाज की सुख-शांति के लिये आहुति डाली।रविवार को भगवान श्री विश्वकर्मा जी की जयंती पर विश्वकर्मा मंदिर में हवन यज्ञ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वकर्मा महासभा के प्रधान सुभाष धीमान ने की। हवन में मुख्य यजमान पवन धीमान व समाज के लोगों ने आहुति डाली। मंदिर के पंडित महेश शर्मा ने सुबह हवन पाठ और श्री विश्वकर्मा जी की स्रुति की। मुख्य यजमान पवन कुमार धीमान व महासभा के प्रधान सुभाष धीमान ने कहा कि मान्यता है कि भगवान विश्वकर्मा के अविष्कार एवं निर्माण कार्यो के संदर्भ में इंद्रपुरी, यमपुरी, वरूणपुरी, कुबेरपुरी, पांडवपुरी, सुदामापुरी, शिवमंडलपुरी आदि का निर्माण इनके द्वारा किया गया है। पुष्पक विमान का निर्माण तथा सभी देवों के भवन और उनके दैनिक उपयोग में होने वाली वस्तुएं भी इनके द्वारा ही बनाई गई है। वहीं अगर हम अपने प्राचीन ग्रंथों, उपनिषद् एवं पुराण आदि का अवलोकन करे तो पाएगें कि आदि काल से ही विश्वकर्मा शिल्पी अपने विशिष्ट ज्ञान एवं विज्ञान के कारण न सिर्फ मानवों में अपितु देवगणों द्वारा भी पूजित है।
इस अवसर पर श्री विश्वकर्मा महासभा के पूर्व प्रधान रमेश धीमान ओर बलबीर पांचाल, ओमप्रकाश पांचाल, राजिंदर धीमान, रामेश्वर धीमान, नरेश पांचाल,सुरेश पांचाल, सुरेन्द्र पांचाल, ओम दत्त पांचाल,गुलाब धीमान,रोशन धीमान, जोगा सिंह,कमल धीमान रवि पांचाल,महेंदर ,विनोद कुमार, रामकिशन धीमान,रामनिवास धीमान,सोनू पांचाल, प्रीतम धीमान सहित समाज के लोग मौजूद रहे।
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