घरौंडा: प्रवीण कौशिक
एनएचएआई ने सोमा कंपनी को तगड़ा झटका दिया है। हाइवे अथॉरिटी ने बसताड़ा व अन्य दो टोल प्लाजा से सोमा कंपनी को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। एनएचआई को टोल का चार्ज वापिस लेने के लिए सोमा कंपनी के अधिकारियों के साथ खूब नोकझोंक करनी पड़ी। बाद में स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद से सोमा कंपनी से चार्ज वापिस लिया गया। तब तक टोल प्लाजा फ्री रहा। जिससे अथॉरिटी को लाखों रुपए का नुकसान हो गया। हाइवे अथॉरिटी ने बसताड़ा टोल प्लाजा की जिम्मेदारी ईग्गल कंपनी को सौंप दी है।शनिवार शाम करीब चार बजे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के डिप्टी मैनेजर भानू प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ बसताड़ा टोल प्लाजा पर पहुंचें और सोमा कंपनी के अधिकारियों को निलंबन के आदेशेंा की कॉपी सौंपी। हाईवे अथॉरिटी की ओर से एकाएक हुई कार्रवाई से सोमा कंपनी के प्रबंधकों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मैनेजर ने सोमा प्रबंधन को टोल का चार्ज छोडऩे के आदेश दिए, लेकिन सोमा प्रबंधन टोल का चार्ज न छोडऩे पर अड़ गए। जिसके बाद अथॉरिटी व सोमा अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। एनएचएआई अधिकारियों ने मधुबन पुलिस को सूचित किया। पुलिस टोल पर पहुंची। पुलिस प्रशासन की मदद से सोमा कंपनी के अधिकारियों से बसताड़ा टोल का चार्ज वापिस लिया गया। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक, सोमा कंपनी को बसताड़ा, अंबाला व लालडू टोल प्लाजा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन कंपनी ने अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निर्वहन नहीं किया। जिस कारण तीनों टोल प्लाजा से सोमा कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है।चार बजे के बाद फ्री रहा टोल-
बसताड़ा टोल प्लाजा पर सोमा कंपनी के कर्मचारी अचानक हटा दिए जाने से टोल प्लाजा से वाहन फ्री गुजरते रहे। इस दौरान न तो कोई कर्मचारी टोल पर था और ना ही कोई सुपरवाईजर। जिसका वाहन चालकों ने भी भरपुर फायदा उठाया। चार बजे से देर रात तक टोल वाहन चालकों के लिए फ्री रहा। देर रात तक एनएचएआई के अधिकारी टोल के प्रबंधन में लगे रहे।वर्जन-
सोमा कंपनी द्वारा टोल प्रबंधन में अनियमित्ता पाई गई है। बसताड़ा सहित तीन टोल प्लाजा से सोमा कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है। इन टोल की जिम्मेदारी किसी दूसरी कंपनी को दी जाएगी।
-भानू प्रताप सिंह, डिप्टी मैनेजर एनएचएआई
एनएचएआई ने सोमा कंपनी को तगड़ा झटका दिया है। हाइवे अथॉरिटी ने बसताड़ा व अन्य दो टोल प्लाजा से सोमा कंपनी को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। एनएचआई को टोल का चार्ज वापिस लेने के लिए सोमा कंपनी के अधिकारियों के साथ खूब नोकझोंक करनी पड़ी। बाद में स्थानीय पुलिस प्रशासन की मदद से सोमा कंपनी से चार्ज वापिस लिया गया। तब तक टोल प्लाजा फ्री रहा। जिससे अथॉरिटी को लाखों रुपए का नुकसान हो गया। हाइवे अथॉरिटी ने बसताड़ा टोल प्लाजा की जिम्मेदारी ईग्गल कंपनी को सौंप दी है।शनिवार शाम करीब चार बजे नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) के डिप्टी मैनेजर भानू प्रताप सिंह अपनी टीम के साथ बसताड़ा टोल प्लाजा पर पहुंचें और सोमा कंपनी के अधिकारियों को निलंबन के आदेशेंा की कॉपी सौंपी। हाईवे अथॉरिटी की ओर से एकाएक हुई कार्रवाई से सोमा कंपनी के प्रबंधकों व कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। मैनेजर ने सोमा प्रबंधन को टोल का चार्ज छोडऩे के आदेश दिए, लेकिन सोमा प्रबंधन टोल का चार्ज न छोडऩे पर अड़ गए। जिसके बाद अथॉरिटी व सोमा अधिकारियों के बीच तीखी नोकझोंक हुई। एनएचएआई अधिकारियों ने मधुबन पुलिस को सूचित किया। पुलिस टोल पर पहुंची। पुलिस प्रशासन की मदद से सोमा कंपनी के अधिकारियों से बसताड़ा टोल का चार्ज वापिस लिया गया। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक, सोमा कंपनी को बसताड़ा, अंबाला व लालडू टोल प्लाजा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। लेकिन कंपनी ने अपनी जिम्मेदारियों को सही तरीके से निर्वहन नहीं किया। जिस कारण तीनों टोल प्लाजा से सोमा कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है।चार बजे के बाद फ्री रहा टोल-
बसताड़ा टोल प्लाजा पर सोमा कंपनी के कर्मचारी अचानक हटा दिए जाने से टोल प्लाजा से वाहन फ्री गुजरते रहे। इस दौरान न तो कोई कर्मचारी टोल पर था और ना ही कोई सुपरवाईजर। जिसका वाहन चालकों ने भी भरपुर फायदा उठाया। चार बजे से देर रात तक टोल वाहन चालकों के लिए फ्री रहा। देर रात तक एनएचएआई के अधिकारी टोल के प्रबंधन में लगे रहे।वर्जन-
सोमा कंपनी द्वारा टोल प्रबंधन में अनियमित्ता पाई गई है। बसताड़ा सहित तीन टोल प्लाजा से सोमा कंपनी को सस्पेंड कर दिया गया है। इन टोल की जिम्मेदारी किसी दूसरी कंपनी को दी जाएगी।
-भानू प्रताप सिंह, डिप्टी मैनेजर एनएचएआई
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