आज राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस पर पवन अग्रवाल प्रदेश संगठन मंत्री हरियाणा ने भोपाल गैस त्रासदी में जान गंवाने वालों को श्रद्धाँजलि अर्पित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस भोपाल गैस त्रासदी में जान गंवाने वालों की याद में हर साल इस दिन मनाया जाता है जब 1984 में 2-3 दिसंबर की रात को यूनियन कार्बाइड संयंत्र से घातक गैस मिथाइल आइसोसाइनेट लीक हो गया था। उस आपदा के प्रभाव को 35 से अधिक वर्षों के बाद भी महसूस किया जाता है।
उन्होंने कहा कि इस दिवस का प्रमुख उद्देश्य लोगों को प्रदूषण नियंत्रण कृत्यों के महत्व के बारे में शिक्षित करना और उन्हें औद्योगिक आपदाओं के बारे में जागरूक करना है। दिन का उद्देश्य लोगों को वायु, मिट्टी, ध्वनि और जल प्रदूषण की रोकथाम के बारे में जागरूकता लाना है।
पवन ने कहा कि नेशनल हेल्थ पोर्टल ऑफ इंडिया के आंकड़ों से पता चलता है कि हर साल लगभग 7 मिलियन लोग वायु प्रदूषण के कारण मर जाते हैं। आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि वैश्विक स्तर पर दस में से नौ लोगों के पास स्वच्छ और सुरक्षित हवा तक पहुंच नहीं है।
अग्रवाल ने कहा कि प्रदूषण नियंत्रण दिवस के लिए हर वर्ष का विषय प्रदूषण नियंत्रण उपायों के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और प्रदूषण को रोकने के तरीके के बारे में लोगों को शिक्षित करना है।
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