पाइपों की नही की जांच की वो सही हालत में हैं या नही।प्रशासन की लापरवाही से ग्रामीण परेशान
उपमंडल के कोहंड गांव में आज से 5 दिन पहले सांय को सुनीता का एक मकान ढह गया, तुरंत थोड़ी देर बाद उसके साथ लगता हुआ सुनील नामक व्यक्ति का फिर दूसरा मकान भी ढह गया। गनीमत रही कि किसी की जान नहीं गई।
राजकुमार मित्तल सुनील का कहना है कि आज से लगभग 20 साल पहले गांव में सरकार द्वारा जो पानी सप्लाई के लिए जो पाइप लाइन बिछवाई थी इन पाइप लाइनों में एक महीना पहले पानी की सप्लाई शुरू की गई थी क्योंकि सरकारी डिपार्टमेंट पब्लिक हेल्थ द्वारा ट्यूबल लगाकर चालू किया गया था,पब्लिक हेल्थ की लापरवाही बस यही रही की 20 साल पुराने धरती में दबी हुई पाइप लाइनो की पहले जांच नहीं कि वो अब सही भी है या नही। बस पानी छोड़ दिया गया ।उसके दो चार दिन बाद जहां-जहां 20 साल पुरानी इन पाइपलाइनो से पानी का रिसाव होता रहा। वहां पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट ने मजदूर लगाकर उनकी मरम्मत करनी शुरू कर दी ।यानी सैकड़ों जगह मरमत करके पानी के रिसाव को बंद किया गया। गांव में अफरा-तफरी मच गई पर इस गली में जहां यह दो मकान ढह गए,यहां धरती में दबे हुए पाइपलाइन का रिसाव ऊपर आने की बजाय इन मकानों की नींव में होता रहा और एक तारीख को साँय के समय यह मकान ढह गए ।
3 अगस्त को खुद कानूनगो पटवारी,पुलिस प्रशासन ओर पब्लिक हेल्थ के अधिकारी गांव कोहंड मे पहुंचे । उन्होंने कहा कि यह जो तीसरा मकान है इसको तुरंत खाली कर दो,अगर कोई जान माल की हानि हुई इसके जिम्मेवार सरकार नहीं होगी और उसके बाद वहां से चले गए ।
आज युवा बोलेगा मंच की टीम ढहे हुए मकानों को देखने के लिए वहा पहुंची तो वहां एक मकान जो सुनीता का 8 साल पहले ₹50000 में लोन लेकर खरीदा था वह छोड़ कर चली गई थी पर उसका सामान अभी भी ढहे हुए मकान के नीचे दबा हुआ था ।
मंच के अध्यक्ष एडवोकेट जेपी शेखपुरा ने कहा की पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट ने लापरवाही की है 20 साल पुराने पाइपों को पूरी तरह से चेक करना चाहिए था। जहां जहां पानी ऊपर रिसाव कर रहा था वहां तो उन्होंने मरम्मत करके ठीक कर दिया पर जो मकान यहां ढहे है यहां पानी ऊपर की बजाय नीचे मकानों की नींव में चलता रहा ।इस तरह से मकान ढह गए अब इनकी कौन सुनवाई करेगा, कौन मुआवजा देगा ? पर जो पाइपों के रिसाव से और सरकारी कर्मचारियों की लापरवाही से यह मकान ढह रहे हैं इनका मुआवजा कौन देगा।
इसी दौरान वहां बैठे हुए आस-पड़ोस के महिला पुरुषों ने पब्लिक हेल्थ विभाग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और 2 दिन बाद करनाल उपायुक्त के सामने गुहार लगाई जाएगी। इस मोके पर ग्रामीण मौजूद रहे।
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