घरौंडा : प्रवीण कौशिक

देखरेख करना बहुत ही जरूरी है। उन्होंने नेत्र रोगों से पहले होने वाले
लक्षण भी बताए। शिविर में प्रथम कक्षा से लेकर दसवीं कक्षा तक के
विद्यार्थियों के नेत्रों की जांच कर उन्हें आवश्यक परामर्श दिए गए। डॉ.
यशपाल ने अध्यापक व अध्यापिकाओं को भी नेत्र रोगों एवं उनसे बचाव के उपाय
बताए ताकि वे भविष्य में विद्यार्थियों को मार्ग दर्शन करते रहे। इस अवसर पर प्रधानाचार्य संजीव कुमार, सूबे ङ्क्षसह भारद्वाज आदि स्कूल के लोग मौजूद रहे।
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