वार्ड 4 में पुरानी तहसील हुआ खंडर बना असामाजिक तत्वों का गढ़, गंदगी का लगा यह
अम्बार, कालोनीवासी परेशान।.चेयरमैन का वार्ड आया चर्चा में।
चिराग तले अँधेरा
घरौंडा: प्रवीण कौशिक
एक तरफ घरौंडा को स्वच्छता के तहत नगरपालिका प्रधान नम्बर एक पर लाने का दम भरते नज़र आते है। और घरौंडा को पेरिस में तब्दील करने की बाते अक्सर करते है। मगर हैरानगी है की उन्होंने अपने ही वार्ड में फ़ैल रही गंदगी और बजाज कालोनी वासियों की समस्या की और से मुँह फेरा हुआ है। कई बार अवगत कराने पर भी कार्यवाही शून्य रही।
घरौंडा के एक सामाजिक कार्यकर्ता आत्मजीत मान ने सोशल मिडिया पर जारी एक वीडियो में इस समस्या को उजाकर कर
प्रशासन का ध्यान इस और खींचा है।देखना रहेगा की प्रशासन की आँखे खुलती है।या नहीं। मान का कहना है कि क्या प्रशासन सफाई के प्रति पूरी तरह सजग है। या सिर्फ औपचारिकताएं पूरी की जा रही है।
यहां सवाल पैदा होता है कि क्या घरौंडा सही मायने में नम्बर एक की और बढ रहा है।या जुमलों में ही है।या नेताओं को दिखाया कुछ और ही जाता है।पर हकीकत कुछ और ही है। ये चर्चा में है।।
जहां कभी सारा क्षेत्र तहसील में कार्यों के लिए पहुंचता था। जहां रहती थी चहल पहल। आज वो भवन खंडर नुमा होकर असामाजिक तत्वों का अड्डा बन कर रह गया है। साथ ही इसमें फैली गंदगी आसपास के लोगो के भयंकर बीमारियों को न्योता दे रही है। हैरानी है ये भवन उस वार्ड में है जिसके पार्षद आज नगरपालिका में प्रधान पद पर है। और स्वच्छता पर पूरा ध्यान रखकर घरौंडा को पहले नम्बर पर लाने के प्रयास में जुटे है।और घरौंडा को पेरिस बनाने का सपना सँजोये है।उनकी ही नाक तले वार्ड के वासी इस गंदगी से परेशान है। क्या कहा जा सकता है इसे * चिराग तले अँधेरा*।
सामाजिक संस्थाओं ह्यूमन राइट्स एंड एंटी क्रप्शन फ्रंट, समाज कल्याण क्लब ने प्रधान नगरपालिका से आग्रह किया है कि इस और जल्द ध्यान दे।
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